Inspirational: डॉक्टर से IAS अफसर और फिर UPSC Coach, जानिए कैसे छात्रों की मदद कर रही हैं डॉ तनु जैन

डॉ तनु जैन ने अपने साढ़े सात साल के सफल प्रशासनिक करियर के बाद UPSC उम्मीदवारों की मदद करने का फैसला किया और उन्होंने परीक्षा की तैयारी कराने के लिए Tathastu Institute of Civil Services की शुरुआत की है.

Dr. Tanu Jain (Photo: Twitter/@DrTanuJain1)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 04 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 10:45 AM IST
  • डॉक्टर से बनीं IAS अफसर  
  • अब बन गईं UPSC कोच 

अगर आप UPSC Exam की तैयारी कर रहे हैं, या एजुकेशनल वीडियो देखना पसंद करते हैं, तो आप डॉ तनु जैन को जानते ही होंगे. डॉ. तनु जैन एक पॉपुलर IAS अधिकारी हैं जो मॉक इंटरव्यू करके उम्मीदवारों की मदद करती हैं. अपनी प्रेरक बातों और स्मार्ट इंटरव्यू टिप्स से, उन्होंने कई उम्मीदवारों को इस कठिन परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद की है. तनु जैन सिर्फ सलाह नहीं देतीं; वह यूपीएससी उम्मीदवारों को हर तरह से सपोर्ट करती है ताकि उनकी तैयारी में कोई परेशानी न हो. 

डॉक्टर से बनीं IAS अफसर  
तनु जैन की शिक्षा दिल्ली के श्रीनिवासपुरी में कैम्ब्रिज स्कूल में शुरू हुई, जहां उन्होंने अपने एजुकेशनल करियर की नींव रखी. उन्होंने मेरठ के सुभारती मेडिकल कॉलेज से बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस) की डिग्री पूरी की. डिग्री पूरी करके उन्होंने बतौर डेंटिस्ट प्रैक्टिस भी की. हालांकि, वह इससे ज्यादा कुछ करना चाहती थीं ताकि देश की सेवा कर सकें. और उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी बनने का फैसला किया. 

साल 2015 में उन्होंने सिविल सर्विस जॉइन की. उन्होंने सशस्त्र बल मुख्यालय सेवा से शुरुआत करते हुए, कई पदों पर काम किया. हालांकि, तनु जैन का यूपीएससी का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था. अपने पहले प्रयास में, उन्होंने सिर्फ दो महीने में प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली, लेकिन मुख्य परीक्षा में असफल रहीं. 2014 में अपने तीसरे प्रयास में ही उन्होंने 648वीं रैंक हासिल की. बतौर प्रशासनिक अधिकारी साढ़े सात साल तक काम करने के बाद डॉ तनु जैन ने एक अलग राह चुनने का फैसला किया. डॉ तनु ने उन छात्रों की मदद करने की ठानी जो UPSC परीक्षा क्लियर करके देश के लिए कुछ करना चाहते हैं. 

बन गईं UPSC कोच 
एक आईएएस अधिकारी के रूप में साढ़े सात साल के सफल कार्यकाल के बावजूद, तनु जैन ने अपनी सिविल सेवा की नौकरी छोड़ने और फुल-टाइम टीचिंग करने का फैसला लिया. इस बारे में उन्होंने कहा कि उनकी नौकरी संतोषजनक थी और उन्होंने साढ़े सात साल तक लगन से काम किया. लेकिन उन्होंने यूपीएससी की तैयारी में चुनौतियों का सामना किया था और इसलिए वह समझती हैं कि उम्मीदवारों को किस तरह की परेशानियां आती हैं. उन्होंने इन उम्मीदवारों को सही दिशा देकर इनकी मदद करने का फैसला किया.

डॉ. जैन अब सोशल मीडिया, मॉक इंटरव्यू सेशन जैसे प्लेटफार्मों पर उम्मीदवारों से जुड़ती हैं और कोचिंग सेंटरों में उम्मीदवारों को मोटिवेशनल स्पीच देती हैं. वह यूपीएससी के उम्मीदवारों को प्रेरित करने के साथ-साथ उनकी मदद करती हैं. उनके मार्गदर्शन और प्रोत्साहन से इन उम्मीदवारों की तैयारी में आने वाली कई मुश्किलें आसान हो जाती हैं. उन्होंने अब 'तथास्तु आईसीएस' (Tathastuics) नाम से अपना खुद का UPSC CSE कोचिंग सेंटर स्थापित किया है. 

 

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