दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में छात्र संघ चुनाव को चुनाव को लेकर जहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने कमर कस ली है, वहीं इस चुनाव पर बीजेपी (BJP), कांग्रेस (Congress) सहित अन्य दलों की भी पैनी नजर है. दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव 27 सितंबर 2024 को होगा. इसके अगले दिन 28 सितंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे.
...तो इसलिए डूसू चुनाव पर है भाजपा सहित अन्य पार्टियों की नजर
आम चुनाव 2024 के बाद से ही विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस और दूसरे नंबर की सपा हर मोर्चों पर मोदी सरकार को बेरोजगारी, नौकरी के मुद्दे पर घेर रही है. ये पार्टियां रोजगार के मुद्दे पर लगातार केंद्र सरकार को घेरकर अपने आप को युवाओं का हितैषी साबित करना चाह रही हैं. ऐसे में बीजेपी भी युवाओं के मोर्चे पर खुद को आगे कर रही है.
दिल्ली में न केवल डूसू चुनाव के रूप में वह मौका आ गया है बल्कि साल 2025 में आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिहाज से बहुत मायने रखता है. हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार-प्रसार तो सियासी पार्टियां कर ही रही हैं. इसके बाद महाराष्ट्र और झारखंड और अंत में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होगा. बीजेपी डूसू चुनाव जीतकर यह संदेश देना चाहेगी है कि नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के समर्थन में युवा हैं, वहीं पर ये जीत कार्यकर्ताओं में दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर उत्साह भर देगी.
बीजेपी ने बनाई है टीम
भारतीय जनता युवा मोर्चा के साथ ही भाजपा के अनुभवी नेताओं को इसके लिए लगाया गया है, जो चुनावी रणनीति बनाने के साथ ही चुनाव प्रचार भी करेंगे. प्रदेश भाजपा महामंत्री विष्णु मित्तल इस टीम के प्रमुख हैं. भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश प्रभारी अभिषेक टंडन सह प्रमुख बनाए गए हैं. इनकी देखरेख में हर संगठनात्मक जिले में दो-दो कार्यकर्ताओं की टीम बनाई गई है.
इसमें डूसू राजनीति से जुड़े रहे नेता भी शामिल हैं. टीम के ये सदस्य एबीवीपी के साथ मिलकर काम करेंगे. भाजपा नेताओं का कहना है कि अगले कुछ दिनों में मंडल स्तर पर काम शुरू किया जाएगा. प्रत्येक मंडल को अपने क्षेत्र में रहने वाले छात्रों की सूची तैयार कर उनसे संपर्क करना होगा. विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा के साथ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का स्टूडेंट विंग भी पूरी तरह से तैयार है.
एबीवीपी ने जारी की है 9 संभावित उम्मीदवारों की सूची
एबीवीपी ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के लिए 9 संभावित उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. इसमें ऋषभ चौधरी, ऋषिराज सिंह, अमन कपासिया, भानुप्रताप सिंह, आर्यन मान, यश डबास, कनिष्का चौधरी, हिमांशु नागर और मित्राविंदा शामिल हैं. एबीवीपी ने प्री कैंपेनिंग शुरू कर दी है, जो 9 सितंबर से लेकर 12 सितंबर तक दिल्ली विश्वविद्यालय के अलग-अलग कॉलेजों में चल रही है.
किसको और कितनी बार मिली जीत
DUSU चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पद के लिए 52 कॉलेजों के स्टूडेंट्स सीधे उम्मीदवारों को चुनते हैं. बीते 11 सालों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को 8 बार अध्यक्ष का पद मिला तो कांग्रेस की स्टूडेंट विंग NSUI ने 3 बार जीत दर्ज की है. 2017 में NSUI ने आखिरी बार अध्यक्ष का पद जीता था. स्टूडेंट विंग ने इस बार चुनाव को लेकर प्रचार-प्रसार शुरू कर दिए हैं.
अब तक ये रहा जीत का आंकड़ा
1. 2004 में NSUI ने अध्यक्ष पद जीता. कुल 3 पद NSUI को मिले.
2. 2012 में NSUI ने की थी क्लीन स्वीप.
3. 2013 में NSUI को सचिव पद पर जीत मिली.
4. 2014 में ABVP ने की थी क्लीन स्वीप.
5. 2016 में NSUI ने संयुक्त सचिव का पद जीता था. अन्य 3 पदों पर ABVP को जीत मिली थी.
6. 2017 में एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद जीता था. सचिव पद पर ABVP ने जीत दर्ज किया था.
7. 2018 में ABVP ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया था. NSUI अपना सचिव बनवाने में कामयाब रही.
8. 2019 में ABVP तीन पद और NSUI सचिव पद जीतने में कामयाब रही.
9. दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव 2023 में ABVP ने अध्यक्ष पद सहित तीन केंद्रीय पैनल पदों पर जीत हासिल की थी. NSUI ने उपाध्यक्ष पद हासिल किया था.
(राम किंकर सिंह की रिपोर्ट)