छात्रों के लिए गुड न्यूज! अपने देश की डिग्री के साथ ब्रिटेन में पा सकेंगे नौकरी, भारत और UK ने किये MoU पर हस्ताक्षर     

भारत और यूके ने एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये हैं. इसके तहत अब भारतीय छात्रों और ब्रिटेन के छात्रों की डिग्री एक दूसरे के देश में मान्य होगी. यानि अगर भारत में किसी ने ग्रेजुएशन की है तो वो ब्रिटेन में नौकरी के लिए अप्लाई कर सकेगा. ये उन भारतीय छात्रों के लिए फायदेमंद होगा जो ब्रिटेन जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 1:15 PM IST
  • भारत और ब्रिटेन ने किये हैं MoU पर हस्ताक्षर 
  • भारतीयों को यूके में भी मिल सकेगी नौकरी 

हायर स्टडीज के लिए ब्रिटेन भारतीय छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से एक है. क्योंकि दुनिया की कुछ पॉपुलर यूनिवर्सिटीज जैसे ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज, एलएसई आदि वहीं पर हैं. लेकिन भारतीय डिग्री के साथ वहां नौकरी मिलना या एडमिशन मिलने में काफी परेशानी आती है. लेकिन अब इस परेशानी से भी छुटकारा मिलने वाला है. भारत और ब्रिटेन ने एक-दूसरे देश की डिग्री को मान्यता देने के फैसला किया है. यानि अब भारत में ली गई डिग्री के साथ ब्रिटेन में नौकरी पाना और वहां एडमिशन मिलना काफी आसान हो जाएगा.  

कौन सी डिग्री होंगी शामिल?

बताते चलें, अब भारत के स्कूलों और कॉलेजों की 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री में शामिल हो सकेगी. इसके  अलावा दोनों देशों के छात्रों की ऑनलाइन मीडियम से ली गई डिग्री मान्य होगी.  हालांकि, अभी भी इसमें इंजीनियरिंग, मेडिकल जैसे प्रोफेशनल कोर्स को शामिल नहीं किया गया है. आसान शब्दों में समझें तो ब्रिटेन में जिस छात्र ने ग्रेजुएशन की होगी वो भारत में ग्रजुएटेड माना जाएगा. 

भारत और ब्रिटेन ने किये हैं MoU पर हस्ताक्षर 

दरअसल, भारत सरकार ने ब्रिटेन सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जो उन भारतीय छात्रों के लिए फायदेमंद होगा जो ब्रिटेन जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं. 

कॉमर्स सेक्रेटरी बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा, “अब से यूके की डिग्री को भारतीय डिग्री के बराबर माना जाएगा. आप वहां (यूके में) डिग्री ले सकते हैं और भारत में रोजगार पा सकेंगे. हालांकि, दवा, फार्मेसी, इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर जैसी पेशेवर डिग्री को समझौते के तहत कवर नहीं किया जाएगा.” 

भारतीयों को यूके में भी मिल सकेगी नौकरी 

उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों में अब ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री को मान्यता दी जाएगी.  इसका मतलब यह है कि एक भारतीय छात्र जिसके पास किसी भारतीय कॉलेज से डिग्री है, वह अब यूके में हायर स्टडीज के लिए पात्र होगा. इसका मतलब यह भी है कि भारतीय डिग्री धारकों को अब यूके के डिग्री धारकों के समान माना जाएगा और वे यूके में भी नौकरी के लिए पात्र होंगे. 

 

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