छात्रों के लिए गुड न्यूज़! एक ही समय में दो डिग्री कोर्स में हो सकेंगे एनरोल, UGC ने Dual Degree Program  को दी मंजूरी   

इस नई घोषणा के लिए अब छात्र दो फिजिकल डिग्री या फिर एक फिजिकल और एक ऑनलाइन डिग्री ले सकेंगे. बस ड्यूल डिग्री प्रोग्राम में छात्रों की कोई भी क्लास एक दूसरे से ओवरलैप नहीं करनी चाहिए.

University Grant Commission
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 13 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 12:19 PM IST
  • UGC ने ड्यूल डिग्री प्रोग्राम को मंजूरी दे दी है
  • एक ही समय में यूजी और पीजी डिग्री हासिल नहीं कर सकेंगे छात्र

अब आप एक साथ दो डिग्री कोर्स कर सकेंगे. जी हां, यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने ड्यूल डिग्री प्रोग्राम (Dual Degree Program) को मंजूरी दे दी है. इस नई घोषणा के लिए अब छात्र दो फिजिकल डिग्री या फिर एक फिजिकल और एक ऑनलाइन डिग्री ले सकेंगे. यूजीसी जल्द ही इस ड्यूल डिग्री प्रोग्राम की गाइडलाइन भी जारी करने वाला है. अब आखिर ये यूजीसी का ड्यूल डिग्री प्रोग्राम क्या है और कैसे छात्र इसका फायदा उठा सकेंगे समझते हैं-

यूजीसी का डुअल डिग्री प्रोग्राम क्या है?

दरअसल, यूजीसी का ये नया ड्यूल डिग्री प्रोग्राम छात्रों को एक ही समय में दो अलग-अलग यूनिवर्सिटी या कॉलेज से दो फिजिकल डिग्री लेने की अनुमति देगा. इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, छात्रों किसी भी मोड, यानी फूल टाइम फिजिकल मोड, या ऑनलाइन या डिस्टेंस एजुकेशन मोड में शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे. इसके अलावा, ये ड्यूल डिग्री प्रोग्राम पॉलिसी फिजिकल डिग्री, ऑनलाइन डिग्री और यहां तक ​​कि डिप्लोमा प्रोग्राम के लिए भी लागू होगी. 

यूजीसी ने ड्यूल डिग्री प्रोग्राम क्यों शुरू किया है?

ड्यूल डिग्री प्रोग्राम क्यों शुरू किया गया इसपर यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश एम कुमार कहते हैं कि जब उच्च शिक्षा की बात आती है तो ड्यूल डिग्री प्रोग्राम छात्रों को ज्यादा फ्लैक्सीबल सिस्टम देता है. इस पहल की मदद से छात्रों के लिए शिक्षा को अनुकूलित बनाया जाएगा. वे जो पढ़ना चाहते हैं वो पढ़ सकेंगे. इसके साथ उनके लिए अलग अलग फील्ड में रोजगार के अवसर खुलेंगे. 

यूजीसी के ड्यूल डिग्री प्रोग्राम के दिशानिर्देश क्या हैं?

यूजीसी के इस ड्यूल डिग्री प्रोग्राम में छात्रों की कोई भी क्लास एक दूसरे से ओवरलैप नहीं करनी चाहिए. वहीं, मोड की बात करें, तो दाल डिग्री प्रोग्राम में छात्रों को किसी भी मोड में डिग्री प्रोग्राम चुनने की अनुमति है, यानी बशर्ते उनका टाइम शेड्यूल आपस में टकराए नहीं. 

क्या यूजीसी का ड्यूल डिग्री प्रोग्राम दो अलग-अलग यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट से किया जा सकता है? 

इसके लिए एक शर्त जो ध्यान में रखनी होगी, वह है दोनों डिग्री कार्यक्रमों के लिए कक्षाओं और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों के लिए टाइम टेबल एक दूसरे से क्लैश न हो. इसका मतलब यह है कि अगर कोई छात्र सुबह या नियमित सत्र में आईआईटी दिल्ली से बी.टेक कर रहा है, तो वह दिल्ली विश्वविद्यालय से संस्कृत में बीए का विकल्प चुन सकता है, बशर्ते यह शाम के सेशन में हो. 

क्या एक छात्र एक ही समय में यूजी और पीजी डिग्री हासिल कर सकता है?

यूजीसी ने जो गाइडलाइन जारी की है उसके अनुसार, यूजीसी के ड्यूल डिग्री प्रोग्राम के तहत कोई एक यूजी और एक पीजी डिग्री हासिल नहीं कर सकता है. इस संबंध में, यूजीसी के अध्यक्ष ने प्रेस मीटिंग के दौरान कहा, "छात्र दो अलग-अलग ग्रेजुएशन कोर्स या दो अलग-अलग पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स चुन सकते हैं. लेकिन अगर कोई छात्र केवल एक ग्रेजुएशन प्रोग्राम में एनरोल है तो वो दूसरा प्रोग्राम पोस्ट ग्रेजुएशन का नहीं चुन सकता है. 


 

Read more!

RECOMMENDED