देश में लगातार शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है. अब इसी कड़ी में कक्षा 9 से 12 के छात्रों के रिपोर्ट कार्ड में कुछ बदलाव हो सकते हैं. राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड (HPC) की शुरुआत की है. रिपोर्ट कार्ड में स्किल को भी अब जोड़ा जाएगा. यानी अब केवल मार्क्स और ग्रेड पर भी ध्यान नहीं दिया जाएगा बल्कि दूसरी चीजों पर भी फोकस किया जाएगा.
होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड की शुरुआत
कक्षा 9 से 12 के लिए होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड को नए तरह से जोड़ा गया है. बता दें, होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड की शुरुआत बच्चों की ग्रेडिंग के तरीके में बदलाव करने के लिए की गई है. पढ़ाई और सीखने के तरीके में बदलाव लाने के लिए ऐसा किया जा रहा है.
PARAKH जो NCERT के तहत आती है, एक स्टैंडर्ड सेटिंग बॉडी है. ये बच्चों की परफॉर्मेंस के हिसाब से उनका रिव्यू करती है. ये रिपोर्ट कार्ड उसी के अंतर्गत आता है. PARAKH की सीईओ इंद्राणी भादुड़ी ने इसपर इंडियन एक्सप्रेस से बात की. उन्होंने बताया कि HPC को न केवल छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए बल्कि वे स्वतंत्र रूप से कैसे और क्या कर रहे हैं इसपर भी ध्यान देने के लिए डिजाइन किया गया है.
नॉर्मल रिपोर्ट कार्ड से होगा अलग
पारंपरिक स्कूल रिपोर्ट कार्ड में केवल टेस्ट के नंबर या ग्रेड होते हैं. ऐसे में बच्चों में अलग से बदलाव नहीं हो पाता है. लेकिन ये नया रिपोर्ट कार्ड अलग होगा. छात्र में कितनी स्किल हैं, वो पर्सनल लेवल पर कितना विकास कर रहा और भविष्य की चुनौतियों के लिए कितना तैयार है और उसकी कितनी तैयारियां हैं, ये सब इसमें शामिल होगा.
क्या-क्या होगा इसमें शामिल?
छात्रों को स्कूल पूरा करने के बाद टाइम मैनेजमेंट, पैसे को लेकर समझ और अपनी आगे की योजनाओं सहित अलग-अलग मापदंडों पर खुद का मूल्यांकन करना होता है. एचपीसी छात्रों को अपने स्कूल के बाद के करियर पर ध्यान देने के लिए बढ़ावा देता है.
एचपीसी में एक उपलब्धियों की लिस्ट भी है. इसमें पढ़ाई से जुड़ी और इससे बाहर की उपलब्धियों को ट्रैक किया जाएगा. इसे खुद की रिसर्च से लेकर बजट और स्ट्रेस मैनेजमेंट तक सबकुछ शामिल है.
कब से होगा लागू?
हालांकि 9 से 12 के लिए ये नया रिपोर्ट कार्ड पेश किया गया है, लेकिन इसका उपयोग वर्तमान 2024-25 शैक्षणिक सत्र में नहीं किया जाएगा. इसके बजाय, इस सेशन में शिक्षकों को इसको लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी. राज्यों के पास एनसीईआरटी के इस HPC रिपोर्ट कार्ड को लागू करने या इसमें कुछ बदलाव करने की छूट है.
जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों ने 2024-25 शैक्षणिक सत्र से कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए एचपीसी लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है.