IIT, IIM से पढ़कर लंदन में की नौकरी, फिर बिना कोचिंग लिए क्रैक की UPSC परीक्षा, IAS दिव्या मित्तल से जानिए Success Tips

IAS दिव्या मित्तल ने यूपीएससी परीक्षा देने की इच्छा रखने वाले या परीक्षा दे रहे प्रतिभागियों के लिए कुछ Success Tips शेयर किए हैं.

IAS Divya Mittal shared success tips
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 12:22 PM IST
  • लंदन की नौकरी छोड़ दी UPSC की परीक्षा 
  • दिव्या मित्तल उत्तर प्रदेश कैडर की आईएएस अधिकारी हैं

यूपीएससी एग्जाम देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा है और यह दुनिया में सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है. इसलिए हर साल बहुत से छात्र यूपीएससी की तैयारी करते हैं. कुछ लोग तो सालों तक कोचिंग लेते हैं ताकि इस परीक्षा को पास कर सकें. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसी आईएएस अफसर के बारे में जिन्होंने बिना कोचिंग लिए UPSC की परीक्षा पास की. 

लंदन की नौकरी छोड़ दी UPSC की परीक्षा 
दिव्या मित्तल उत्तर प्रदेश कैडर की आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने 2013 में यूपीएससी परीक्षा पास की. वह वर्तमान में मिर्जापुर के जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्यरत है. IAS दिव्या मित्तल का जीवन अपने आप में एक प्रेरणादायक कहानी है. दिव्या मित्तल मेधावी छात्रा थी. शायद यही वजह है कि उन्होंने पहले IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग की और फिर IIM बैंगलोर से MBA किया. सिविल सेवा में शामिल होने से पहले, उन्होंने लंदन में काम किया. 

नौकरी के दौरान ही उन्होंने तय किया कि वह सिविल सर्विस में शआमिल होकर अपने देश की सेवा करेंगी. सबसे दिलचस्प बात यह है कि दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा UPSC, को क्रैक करने के लिए उन्होंने कभी कोई कोचिंग नहीं ली. दिव्या मित्तल एक आईएएस अधिकारी होने के साथ-साथ छात्रों को यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए प्रेरित करती रहती हैं और उन्हें टिप्स देती रहती हैं. 

हाल ही में, दिव्या ने अपने ट्विटर हैंडल से छात्रों के लिए कुछ टिप्स शेयर किए हैं:

1. अपनी उपलब्धियों या कीर्ति के बारे में न सोचें 
हो सकता है कि वर्तमान में आप जिस राह पर हैं वहां अच्चे से सेटल्ड हैं. लेकिन अगर आप जिंदगी में कुछ औप करना चाहते हैं तो आपको इस सफलता को पीछे छोड़ना होगा और एक छात्र की तरह जीवन में आगे बढ़ना होगा. 

2. अपने अनुभवों को साथ रखें
IAS दिव्या ने आगे लिखा है कि ऐसा नहीं है कि आपने जो किया वह बेकार चला गया. क्योंकि अब तक आपने जो स्किल्स हासिल की हैं या जो सीखा है वह हमेशा आपके काम आएगा. जैसे एक इंजीनियर के रूप में उन्होंने जो भी पढ़ाई की आज वह समय-समय पर प्रोजेक्ट्स की बारीकियों को समझने में उनके काम आ रही हैं.  

3. रिस्क लें 
किसी भी नई चीज में असफलता या गलतियां होने का डर हमेशा बना रहता है. इससे भी महत्वपूर्ण बात है ऐसे अनजाने या नए क्षेत्र में जाने का डर हमेशा रहता है. लेकिन सही समय कभी नहीं आएगा. इसलिए अपने डर को आंखों में देखें और अगर आपको विश्वास हो तो एक रिस्क जरूर लें. 

4. आत्मविश्वास बनाए रखें 
इस समय आपको खुद पर सबसे ज्यादा विश्वास करने की जरूरत है क्योंकि ज्यादातर लोग आपकी चॉइस को सपोर्च नहीं करेंगे. एक बार जब आप सफल हो जाते हैं, तो हर कोई कहता है उन्हें पता था कि आप यह कर सकते हैं.  लेकिन जब आपको डर के अंधेरे का सामना करना पड़े, तो अपना साथ खुद दें. 

5. प्रक्रिया पर ध्यान दें
एक बार जब आपने रिस्क ले लिया है, तो निर्णय पर पछताने का कोई मतलब नहीं है. या जो हो सकता था उस पर विचार करने की बजाय प्लान करें कि आपको आगे कैसे बढ़ना है. परिणामों के बजाय शुरुआत में आपको जो कदम उठाने की जरूरत है, उन पर फोकस करें और याद रखें- कर्मण्येव अधिकारस्ते.

6. सबसे बुरी स्थिति के बारे में सोचें 
दिव्या सलाह देती हैं कि हमेशा सबसे खराब स्थिति के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने लिखा है कि उनकी एक बैचमेट IIM से MBA छोड़ना चाहती थी क्योंकि उसे एक परीक्षा में फेल होने और अपनी डिग्री पूरी नहीं कर पाने का डर था. उसके लिए सबसे बुरी स्थिति यही होती. लेकिन उसने कोशिश की और पास हो गई. कुछ भी बीच में छोड़ना असफल होने जैसा ही है, तो इसकी बजाय कोशिश भी कर सकते हैं. 

7. हर सेकंड की कीमत है
अगर आपने फील्ड बदलने का साहस दिखाया है तो हर सेकेंड का हिसाब रखें. सफलता का शॉर्टकट नहीं होता है. कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं. अपने पूरे दिल से काम करें. 

8. ज्ञान की कमी
कभी भी कुछ पूरा न जानने के लिए शर्मिंदा न हों. इस स्टेज पर यही अपेक्षित है. ज्ञान बढ़ाने की योजना बनाएं. और सिर्फ नौकरी पर सीखने की बजाय सब जगह से सीखते रहें. इसमें क्लास या वर्कशॉप लेना, किताबें पढ़ना या किसी विषय पर लेख पढ़ना शामिल हो सकता है.

9. असफलता
इस प्रक्रिया में आप निश्चित रूप से असफल होंगे. शायद कई बार. हर बार जब आप असफल होते हैं, तो इसके बारे में बुरा महसूस करने के बजाय, इससे मिलने वाली सीख और विकास के बारे में सोचें. असफलता सबसे अच्छी गुरु है अगर आप इसे विनम्रता के साथ स्वीकार करते हैं. बहाने मत बनाओ, बल्कि सीखो.

10. लोग क्या कहेंगे
ज्यादातर लोगों के लिए यह सबसे बड़ा डर है कि लोग/रिश्तेदार क्या कहेंगे. कोई भी आपकी सफलता/असफलता की परवाह नहीं करता जितना आप सोचते हैं. उनके लिए यह सिर्फ गॉसिप है. सफलता आपकी है, और असफलता भी आपकी है. उनके बारे में न सोचें.

11. खुद से प्यार करें
सभी कड़ी मेहनत, तनाव में, उस लंबी यात्रा को याद रखें जो आपने एक व्यक्ति के रूप में पहले ही कर ली है. याद करें वह सब जो आपने हासिल किया है. आपने जो हिम्मत दिखाई है. आपके पास जो चरित्र है. और फिर आराम से बैठ जाएं और कभी-कभार खुद से प्यार करें.

अंत में, उन्होंने लिखा है कि कुछ लोग असफलता के डर से काम शुरू ही नहीं करते है. कुछ असफल होने पर रुक जाते हैं
और बाकी जीत जाते हैं. साथ ही, उन्होंने एग्जाम की तैयारी के दौरान सही लेखन की प्रैक्टिस करने के लिए कुछ राइटिंग टूल्स को इस्तेमाल करने की सलाह दी है.

इन टूल्स में शामिल हैं,

  • ग्रामरली (Grammerly)- बिना किसी ग्रामेटिकल गलती के लिखने के लिए
  • क्विलबोट (Quillboat)- एआई पैराफ्रेजिंग के लिए 
  • कोशेड्यूल (CoSchedule)- हेडलाइन्स इंप्रूव करने के लिए
  • आंसर द पब्लिक (AnswerThePublic)- आइडियाज के लिए 
  • पावर थिसॉरस (Power Thesurus)- पर्यावाची, विलोम शब्दों के लिए 

 

 

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