Innovative Programs in Music and Musopathy: क्या है म्यूजोपैथी, जिसे शुरू करने जा रहा है IIT मंडी, अपनी तरह का है पहला प्रोग्राम 

म्यूजोपैथी एक उभरता हुआ क्षेत्र है. इसमें मेंटल और फिजिकल हेल्थ को सुधारने में संगीत किस तरह मदद करता है, इसपर रिसर्च की जाती है. साथ ही म्यूजिक के मेडिकल प्रभावों और उससे जुड़े फायदों के बारे में रिसर्च की जाती है.

Musopathy (Representative Image/Unsplash)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 08 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 4:21 PM IST
  • मेडिकल और म्यूजिक से जुड़ा है ये प्रोग्राम
  • अपनी तरह का पहला प्रोग्राम है ये

आईआईटी मंडी (IIT Mandi) ने एक नया तरह का प्रोग्राम शुरू किया है. ये कॉलेज म्यूजिक और म्यूजोपैथी में एमएस और पीएचडी प्रोग्राम शुरू कर रहा है. ये दुनिया में अपनी तरह का पहला प्रोग्राम है. इस प्रोग्राम में म्यूजिक, साइंस और वेलनेस को लेकर पढ़ाया जाएगा. 

आईआईटी मंडी के नए कोर्स के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन शुरू कर दिए हैं. 15 जुलाई, 2024 तक इन कोर्स के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. इस प्रोग्राम फुल टाइम और पार्ट टाइम दोनों ऑप्शन के लिए शुरू किया जाएगा. साथ ही इन्हें पर्सनल, ऑनलाइन या हाइब्रिड सहित अलग-अलग फॉर्मेट में किया जा सकेगा. इसकी मदद से अलग-अलग क्षेत्रों के छात्र इसकी पढ़ाई आसानी से कर सकेंगे. 

मेडिकल और म्यूजिक से जुड़ा है ये मिशन 
आईआईटी मंडी के डायरेक्टर लक्ष्मीधर बेहरा ने इस मिशन के बारे में ट्रिब्यून इंडिया की बताया. उन्होंने कहा, “संगीत और म्यूजोपैथी में एमएस और पीएचडी प्रोग्राम हमारे प्रयासों को दिखाता है. ये प्रोग्राम न केवल भारतीय संगीत के वैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डालेंगे बल्कि इसके मेडिकल फायदों के बारे में भी बताएगा. 

म्यूजोपैथी क्या है?
म्यूजोपैथी एक उभरता हुआ क्षेत्र है. इसमें मेंटल और फिजिकल हेल्थ को सुधारने में संगीत किस तरह मदद करता है, इसपर रिसर्च की जाती है. साथ ही म्यूजिक के मेडिकल प्रभावों और उससे जुड़े फायदों के बारे में रिसर्च की जाती है. यह कुछ कुछ म्यूजिक थेरेपी जैसा होता है. इसमें यह समझा जाता है कि आखिर अलग-अलग साउंड और रिदम हमारे शरीर और दिमाग को कैसे प्रभावित कर सकती हैं. म्यूजोपैथी यह देखती है कि संगीत का उपयोग तनाव को कम करने, मूड को बेहतर बनाने और यहां तक ​​कि अलग-अलग हेल्थ कंडीशन और ट्रीटमेंट में किस तरह मदद करती है. 

संगीत सीखना ही नहीं है मकसद
हालांकि, ये कोर्स केवल संगीत सीखने के बारे में नहीं है, बल्कि इसकी सांस्कृतिक विरासत और तकनीकी प्रगति में क्या भूमिका है ये समझना है. इस कोर्स की मदद से छात्रों को अलग-अलग करियर के लिए तैयार किया जा सकेगा. कोर्स में यह भी पता लगाया जाया कि म्यूजिक को कैसे रिकॉर्ड किया जा सकता है, प्रोड्यूस किया जा सकता है और मेडिकल के लिए किस तरह उपयोग किया जा सकता है. 

 

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