JNU Students Union Elections: जेएनयू में लेफ्ट की धाक! छात्रसंघ चुनाव में प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट सहित सेंट्रल पैनल की सभी सीटों पर जमाया कब्जा, बढ़त के बाद पिछड़ गई ABVP

JNUSU Chunav Results: Jawaharlal Nehru University की स्थापना 1969 में हुई थी. छात्रसंघ का चुनाव पहली बार 1971 में हुआ था. छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट का दबदबा  रहा  है. आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी को अभी तक सिर्फ एक बार अध्यक्ष पद पर जीत मिली है.

Jawaharlal Nehru University
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 25 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 12:38 PM IST
  • अध्यक्ष पद पर विजयी उम्मीदवार धनंजय को मिले 2598 वोट 
  • 7700 से ज्यादा मतदाताओं ने किया था मतदान

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव (JNU Students Union Elections) में एक बार फिर लेफ्ट ग्रुप (Left Group) की धाक जमी है. लेफ्ट ने सेंट्रल पैनल की सभी सीटों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) को मात दी है. लेफ्ट ने प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट, जनरल सेक्रेटरी और ज्वाइंट सेक्रेटरी पर जीत हासिल की है. महासचिव पद भी लेफ्ट समर्पित BAPSA के उम्मीदवार को जीत मिली है.

धनंजय बने अध्यक्ष
लेफ्ट के धनंजय ने अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की है. उन्हें कुल 2598 वोट मिले. दूसरे नंबर पर एबीवीपी के उमेश चंद्र अजमीरा रहे. उपाध्यक्ष पद पर लेफ्ट के अविजीत घोष विजयी रहे. दूसरे स्थान पर एबीवीपी की दीपिका शर्मा रहीं. जेएनयू के छात्र संघ चुनाव के 27 साल बाद लेफ्ट से कोई दलित प्रेसिडेंट चुने गए हैं. इसके पहले बट्‌टी लाल बैरवा पहले दलित अध्यक्ष बने थे.जनरल सेक्रेटरी पोस्ट पर लेफ्ट की प्रियांशी आर्य ने जीत हासिल की. ABVP के अर्जुन आनंद दूसरे स्थान पर रहे. ज्वाइंट सेक्रेटरी पद पर लेफ्ट उम्मीदवार मोहम्मद साजिद विजयी हुए. ABVP के गोविंद दांगी दूसरे स्थान पर रहे.

एबीवीपी ने बढ़त बनाए रखने में सफल नहीं रही
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में मतदान के बाद वोटों की गिनती जब शुरू हुई तो एबीवीपी और लेफ्ट पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. शुरुआती रूझानों में एबीवीपी ने बढ़त बना रखी थी. हालांकि बाद में वह इसे कायम नहीं रख सकी. लेफ्ट ने सेंट्रल पैनल की सभी सीटों पर जीत दर्ज कर ली.जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की स्थापना 1969 में हुई थी. छात्रसंघ का चुनाव पहली बार 1971 में हुआ था. छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट का दबदबा  रहा  है. आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी को अभी तक सिर्फ एक बार अध्यक्ष पद पर जीत मिली है. संदीप महापात्रा साल 2000 में जीत दर्ज करने में सफल हुए थे.

 12 वर्षों में सबसे ज्यादा हुई वोटिंग
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में चार साल बाद हुए छात्रसंघ चुनाव (Student Union Election) में 73 फीसदी वोटिंग हुई थी, जो 12 वर्षों में सबसे ज्यादा है. चार साल अंतराल के बाद वोटिंग हुई और 7,700 से ज्यादा रजिस्टर्ड मतदाताओं ने सीक्रेट वोटिंग के जरिए अपना वोट डाला था.

लेफ्ट की इतनी पार्टियों थीं एक साथ मैदान में
यूनाइटेड लेफ्ट में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI), डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (DSF) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) एक साथ मिलकर चुनाव मैदान में थीं. इस बार वोटिंग के दौरान ढफली की थाप के साथ 'जय भीम', 'भारत माता की जय' और 'लाल सलाम' के नारे के साथ माहौल गर्म हो गया था.मतदान के लिए 17 पोलिंग बूथ बनाए गए थे. 19 उम्मीदवार जेएनयूएसयू (JNUSU) केंद्रीय पैनल में पदों के लिए और 42 स्कूल काउंसलर्स के लिए मैदान में थे. अध्यक्ष पद के लिए आठ उम्मीदवारों ने  अपनी किस्मत अजमाई थी. 

किसको मिले कितने वोट
अध्यक्ष (प्रेसिडेंट) पद 
1. धनंजय (लेफ्ट): 2598
2. उमेश चन्द्र अजमीरा (ABVP): 1676
3. विश्वजीत मिंजी (BAPSA): 398
4. जुनैद रजा: 283
5. आराधना: 245
6. सार्थक नायक: 113
7. अभिजीत कुमार: 58
8. अफरोज आलम: 36
नोटा: 142

उपाध्यक्ष (वाइस प्रेसिडेंट)
1. अविजीत घोष (लेफ्ट): 2409
2. दीपिका शर्मा (ABVP): 1482
3. मोहम्मद अनस ए. (BAPSA): 861
4. अंकुर राय: 814

महासचिव (जनरल सेक्रेटरी)
1. प्रियांशी आर्य (BAPSA): 2887 
2. अर्जुन आनंद (ABVP): 1961 
3. फरीन जैदी: 436 
नोटा: 197

संयुक्त सचिव (ज्वाइंट सेक्रेटरी)
1. मो. साजिद (लेफ्ट): 2574 
2. गोविंद दांगी (ABVP): 2066 
3. रूपक कुमार सिंह (BAPSA): 539 
नोटा: 353

 

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