आंध्र प्रदेश की इस शिक्षिका को 5 सितंबर को नई दिल्ली में शिक्षक दिवस समारोह के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार मिला है. एएसएनआरए जिला परिषद हाई स्कूल, कनुरू में कार्यरत, रवि अरुणा ने उन छह शिक्षकों में से हैं जिन्हें राज्य सरकार ने इस पुरस्कार के लिए नोमिनेट किया था.
डॉ रवि अरुणा, एजुकेशनिस्ट डॉ रवि रंगा राव और नर्रा प्रभावती की बेटी हैं. उन्होंने नवंबर 1996 में शिक्षण पेशे में कदम रखा था. उनके पति, मारेला श्रीनिवास राव, एक निजी पॉलिटेक्निक कॉलेज में उप-प्राचार्य के रूप में काम करते हैं और उनके बेटे कल्याण अमेरिका में एमएस छात्र हैं.
फिजिकल साइंस पढ़ाती हैं अरुणा
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अरुणा को पहली बार विजयवाड़ा ग्रामीण के एनीकेपाडु गांव में जेडपी हाई स्कूल में नियुक्त किया गया था. बाद में उन्होंने तत्कालीन कृष्णा जिले के रामवरपाडु और उनगुटुर गांवों के स्कूलों में काम किया.
अरुणा फिजिकल साइंस पढ़ाती हैं. और विभिन्न वैज्ञानिक विधियों और कार्यक्रमों के माध्यम से वह छात्रों में रचनात्मकता, कलात्मक और वैज्ञानिक प्रतिभा को बढ़ाती हैं. साथ ही, छात्रों में समस्या सुलझाने की क्षमता लाने की कोशिश करती हैं. टीएनआईई से बात करते हुए, कनुरू जिला परिषद हाई स्कूल की प्रिंसिपल रामावत कमला ने कहा कि अरुणा छात्रों को भौतिक विज्ञान पढ़ाने के लिए नवीन तरीकों का उपयोग करती है. उनका शिक्षण कम लागत वाली इमर्सिव लर्निंग तकनीकों पर आधारित है.
छात्र जीत रहे हैं अवॉर्ड्स
अरुणा की भूमिका ने छात्रों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर नवीन परियोजनाओं के साथ सफलता प्राप्त करने में मदद की है. कनूर जिला परिषद हाई स्कूल के छात्रों ने राज्य स्तरीय 'प्रेरणा प्रदर्शनी' में पांच बार और राष्ट्रीय स्तर पर दो बार भाग लिया है. छात्रों ने राज्य स्तर पर 'विज्ञान कांग्रेस' में भी भाग लिया. इसके अलावा, उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा आयोजित एक विज्ञान प्रश्नोत्तरी में अपनी प्रतिभा दिखाई.
अरुणा ने कक्षा 6, 7 और 8 के लिए पर्यावरण विज्ञान पर अकादमिक पुस्तकें लिखी हैं. उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो के साथ-साथ डीडी सप्तगिरी चैनल पर कोविड महामारी के दौरान हजारों छात्रों के लिए शैक्षणिक सत्रों की एक सीरीज आयोजित की थी. उनके मार्गदर्शन में छात्र आज इनोवेशन कर रहे हैं.