राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) आंध्र प्रदेश ने 5 और 6 मार्च को ड्रोन की नई तकनीक सिखाने के लिए दो दिनों का वर्कशॉप किया. इस वर्कशॉप में दो अलग अलग चरणों में मानव रहित ग्राउंड व्हीकल (Unmanned Ground Vehicles) (यूजीवी) और मानव रहित हवाई वाहन (Unmanned Aerial Vehicles) के बारे में विस्तार से बताया गया. इसका मकसद ड्रोन के बारे में एजुकेशन, बेहतर तकनीक के साथ देश के ड्रोन सिस्टम को दुनिया भर में बेहतर बनाना है. NIT ने इस वर्कशॉप का आयोजन IIT हैदराबाद और ऑप्टिमसलॉजिक पर टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब के साथ मिल कर किया था.
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए, एनआईटी आंध्र प्रदेश के निदेशक, प्रोफेसर सीएसपी राव ने कहा कि, आज "ड्रोन टेक्नोलॉजी' तेजी से बढ़ रही है. आज ड्रोन का इस्तेमाल वाणिज्यिक, औद्योगिक, सैन्य, रक्षा, कृषि, सभी क्षेत्र में किया जा रहा है. कई संस्थान और स्टार्ट-अप फ्यूचर में ड्रोन के और बेहतर इस्तेमाल के लिए भी काम कर रहे हैं. इसलिए ये जरूरी है कि छात्रों को ड्रोन डिजाइन के बारे में जरूरी और बेसिक बातें पता हों.
प्रोफेसर सीएसपी ने आगे बताया कि इस वर्कशॉप का मकसद छात्रों के कौशल को बढ़ाना है साथ ही मानव रहित ग्राउंड व्हीकल (यूजीवी) और मानव रहित हवाई के बारे में लोगों के बीच जागरूकता भी पैदा करना है. ू