दुनिया की कई बड़ी यूनिवर्सिटी से भी खूबसूरत है बिहार का नालंदा यूनिवर्सिटी, मौसम अनुकूल बनाए गए हैं भवन

नालंदा यूनिवर्सिटी के भवनों का निर्माण मौसम के अनुकूल किया गया है. मतलब जैसा मौसम रहेगा उस अनुसार यहां के भवनों में आपको सुविधा मिलेगी. गर्मी के दिनों में भवन के अंदर ठंडक का अहसास होगा. सर्दी के मौसम में आपको भवन में हल्का गर्म अहसास होगा.

Nalanda University
gnttv.com
  • नालंदा,
  • 14 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 3:45 PM IST
  • नालंदा विश्वविद्यालय का गौरव लौटाने की कोशिश
  • सितंबर 2014 से नालंदा यूनिवर्सिटी में चल रही हैं कक्षाएं

नालंदा विश्वविद्यालय(Nalanda University) का इतिहास काफी पुराना रहा है. इसके अस्तित्व को मिटाने की पूरी कोशिश हुई. लेकिन, आज एक बार फिर ये विश्वविद्यालय ज्ञान का केंद्र बनने की ओर अग्रसर है. नालंदा यूनिवर्सिटी दुनिया की कई बड़ी यूनिवर्सिटी से ज्यादा खूबसूरत दिखती है. इस भवन मौसम के अनुकूल बनाए गए हैं. इसे देखने के बाद आप क्रैंब्रिज और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का नाम भूल जाएंगे! इसका उद्घाटन पर जल्द ही होना है. पूरी संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस यूनिवर्सिटी का उद्घाटन करने आ सकते हैं.

मौसम के अनुकूल बनाए गए हैं यूनिवर्सिटी के भवन
नालंदा यूनिवर्सिटी के भवनों का निर्माण मौसम के अनुकूल किया गया है. मतलब जैसा मौसम रहेगा उस अनुसार यहां के भवनों में आपको सुविधा मिलेगी. गर्मी के दिनों में भवन के अंदर ठंडक का अहसास होगा. सर्दी के मौसम में आपको भवन में हल्का गर्म अहसास होगा. भवन के चारों तरफ पानी ही पानी दिखेगा जो कि अपने आप में काफी अद्भुत है.

नालंदा विश्वविद्यालय का गौरव लौटाने की कोशिश
456 एकड़ में तैयार किए गए नालंदा यूनिवर्सिटी से एक बार फिर इसके गौरव को स्थापित करने की कोशिश की गई है. कभी दुनिया के लिए ज्ञान का केंद्र रहा नालंदा विश्वविद्यालय को 1193 में बख्तियार खिलजी ने तहस नहस कर दिया था. इसे जला दिया गया था. कहते हैं कि तब यहां इतनी किताबें थी कि यह विश्वविद्यालय तीन महीने तक जलता रहा था. इसके बाद यह विश्वविद्यालय खंडहर में तब्दील हो गया था. अब फिर से यह कोशिश की जा रही है कि इसका गौरव लौट सके.

आइये नालंदा यूनिवर्सिटी और इसके निर्माण से जुड़ी कुछ और बातें बताते हैं-

  • पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की सलाह पर बना यह यूनिवर्सिटी
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लिया था इस विश्वविद्यालय के निर्माण का फैसला
  • 25 नवंबर 2010 से अस्तित्व में आया नालंदा यूनिवर्सिटी
  • फरवरी 2011 में डॉ. गोपा सभरवाल को कुलपति नियुक्त किया गया
  • 19 सितंबर को तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की थी शैक्षणिक सत्र की शुरुआत
  • सितंबर 2014 से नालंदा यूनिवर्सिटी में चल रही हैं क्लासेज
  • नालंदा यूनिवर्सिटी में सबसे यूनिक रिसर्च सेंटर बनाने की तैयारी

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