Sanskrit में रुचि रखने वाले लोगों के लिए Good News! दुनिया की पहली संस्कृत ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी का विमोचन करेंगे PM Modi

संस्कृत सीखने वालों के लिए लोगों को जल्द ही एक बड़ा तोहफा मिलने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 दिसंबर को दुनिया की पहली संस्कृत डिक्शनरी लोगों को समर्पित करेंगे.

संस्कृत ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी का विमोचन करेंगे पीएम मोदी
gnttv.com
  • लखनऊ,
  • 16 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 11:24 PM IST

Sanskrit Oxford Dictionary: संस्कृत में रुचि रखने वाले लोगों को लिए गुड न्यूज है. देश और दुनिया में पहली बार ऑक्सफोर्ड की डिक्शनरी अब संस्कृत के शब्दकोश में भी मिलेंगी. ऐसा पहली बार होगा जब ऑक्सफोर्ड की डिक्शनरी की सहायता से संस्कृत के प्रेमी और विद्यार्थी संस्कृत सीख सकेंगे. संस्कृत शब्दकोश को संस्कृत के विद्वानों ने लगभग एक वर्ष की मेहनत के बाद तैयार किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 दिसंबर को वाराणसी में इसका विमोचन करेंगे. इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे.

पीएम मोदी करेंगे संस्कृत डिक्शनरी का विमोचन

ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी अभी तक अंग्रेजी और हिंदी भाषा में ही मिलती थी, लेकिन अब भाषा विभाग के अपर मुख्य सचिव जितेंद्र कुमार की पहल के बाद विभाग ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू साइन किया. इसके बाद संस्कृत के विद्वानों की मदद से संस्कृत के शब्दकोश तैयार किए गया. वहीं उत्तर प्रदेश संकृत संस्थानम विभाग के समन्वयक डॉ शीलवंत सिंह ने बताया कि,उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान जोकि संस्कृत भाषा के विकास और उसके संवर्धन के लिए काम करता है उसका ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ एक अनुबंध साइन हुआ. इसके अंतर्गत एक लर्निंग डिक्शनरी है उसमें जो संस्कृत सीखने और जानने वाले लोग हैं, वह उसका लाभ उठा सकेंगे.

संस्कृत ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में होंगे 25 हजार शब्द

डॉ शीलवंत ने आगे की जानकारी देते हुए बताया कि,ऑक्सफोर्ड संस्कृत में कुल 25 हजार शब्द दिए गए हैं जो संस्कृत के आम बोलचाल के प्रयोग में आ सके. साथ ही इसमें बहुत कठिन शब्दों को नहीं रखा गया है ताकि आम पब्लिक इससे जुड़ सके. संस्कृत को योगी सरकार और भारत सरकार बढ़ावा दे रही है और ऐसे में योगी जी की बातों का ध्यान में रखकर इस पर काम किया गया है. 10-15 लोगों की टीम ने इस काम को पूरा किया है. डॉ शीलवंत ने बताया कि,ऑक्सफोर्ड पूरी दुनिया में फैला है और अलग अलग देशों में इसे ऑक्सफर्ड इंडिया ने प्रेस किया है. संस्कृत का व्यापक विस्तार कैसे कर सके और इसे दूर तक कैसे ले जा सके. खासकर जो अंग्रेजी जानते हैं और पूर्णतः अंग्रेजी मीडियम के हैं.

लोगों को संस्कृत सीखने में मिलेगी मदद

शीलवंत ने कहा, कि आने वाले समय में ऐसी संभावना है कि डिजिटल रूप में भी ये शब्दकोश लोगों को उपलब्ध होगी. इतना ही नहीं संभावना यह भी है कि आने वाले समय में गूगल भी इसको उपयोग में लाएगा, जिससे हर भाषा के लोगों को संस्कृत के साथ जुड़ने का मौका मिलेगा. हालांकि अभी कितनी कॉपी पब्लिश हो रहीं हैं और इसका क्या प्राइज रखा गया है, इसका आइडिया नहीं है.

सत्यम मिश्रा की रिपोर्ट...

 

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