हुनर और ज्ञान किसी उम्र का मोहताज नहीं होता है और इस बात को सच साबित कर रहा है 9वीं कक्षा का एक छात्र. जो अभी से अपनी पढ़ाई को लोगों के भले के लिए इस्तेमाल करने में जुटा हुआ है. असम में करीमगंज जिले के रहने वाले अंकुरित करमाकर ने नेत्रहीन लोगों के लिए एक खास आविष्कार किया है.
जिले के रॉलैंड्स मेमोरियल हाई स्कूल के 9वीं कक्षा के छात्र अंकुर करमाकर ने स्मार्ट शू डिज़ाइन किया है जो नेत्रहीन लोगों को चलने के दौरान उनके रास्ते में आने वाली किसी भी चीज के बारे में उन्हें अलर्ट करेगा ताकि वे सुरक्षित चल सकें.
सेंसर युक्त स्मार्ट जूता
अंकुरित का कहना है कि उन्होंने यह स्मार्ट जूता नेत्रहीन लोगों के लिए बनाया है. यदि चलते समय किसी नेत्रहीन व्यक्ति के रास्ते में कोई चीज आती है, तो जूते का सेंसर इसे भांप लेगा और अलर्ट देगा. जब बजर बजेगा, तो नेत्रहीन व्यक्ति इसे सुन सक सतर्क हो सकता है.
करमाकर को ग्रेट ब्रिटेन के एक व्यक्ति से इस तरह का स्मार्ट जूता डिजाइन करने के लिए प्रेरणा मिली. उनका कहना है कि वह भविष्य में वैज्ञानिक बनना चाहते हैं.