देश की पहली स्वच्छ भारत अकादमी (Swachh Bharat Academy) शुरू होने वाली है. ये अकादमी ठाणे शहर में खुलने वाली है. महाराष्ट्र सरकार के कौशल विकास विभाग ने मुंबई के पास ठाणे शहर में देश की पहली स्वच्छ भारत अकादमी बनाने योजना की घोषणा की है. इसका लक्ष्य भी देश को स्वच्छ बनाना है. बता दें, 2 अक्टूबर 2014 को पीएम मोदी ने देश में स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया था, जिसका उद्देश्य खुले में शौच को खत्म करना है.
इसके लिए हो चुके एमओयू पर हस्ताक्षर
स्वच्छता क्षेत्र में संभावित कमी को दूर करने के लिए, कौशल विकास विभाग ने भारत विकास समूह (बीवीजी) के साथ सहयोग किया है. 14 फरवरी को मुंबई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और कौशल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा की उपस्थिति में महाराष्ट्र राज्य कौशल विश्वविद्यालय और बीवीजी अधिकारियों के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) को औपचारिक रूप दिया गया.
18000 से 35000 तक की सैलरी वाली नौकरी मिल सकेगी
इस दौरान कौशल विकास मंत्री मंगल प्रभात ने कहा, “एमओयू के तहत ठाणे में संत गाडगे बाबा स्वच्छ भारत अकादमी बनाई जाएगी. इसमें पांच सात-दिन के कोर्स होंगे और पांच कोर्स 30-दिन वाले होंगे. अकादमी का अनुमान है कि 3,000 छात्रों को मासिक रूप से नौकरियों में रखा जाएगा, जिसमें सैलरी 18,000 रुपये से 35,000 रुपये तक होगी.
डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और डिग्री कोर्स में ले सकेंगे एडमिशन
समझौते के अनुसार, स्वच्छ भारत अकादमी से छात्र डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और डिग्री कोर्स कर सकेंगे. इसे लेकर कौशल विकास विभाग के एक अधिकारी ने न्यूज 18 से कहा, "पीएम मोदी का स्वच्छ भारत अभियान देश भर में परिवर्तनकारी रहा है. हालांकि, इसकी गति को बनाए रखने के लिए कुशल कार्यबल की जरूरत है. इसलिए, महाराष्ट्र सरकार इस क्षेत्र में प्रतिभा को ढूंढने के लिए विशेष पाठ्यक्रम शुरू कर रही है. ये राज्य के युवाओं के लिए नया अवसर लेकर आने वाली है.
कोर्स डिजाइन कैसा होगा
महाराष्ट्र राज्य कौशल विकास इनोवेशन सोसाइटी, वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग के साथ मिलकर सिलेबस बनाने वाली है. ग्रेजुएशन के बाद आप इस अकादमी में पढ़ सकते हैं. यहां की ट्रेनिंग के बाद आप आसानी से नौकरी पा सकेंगे.