कोरोना महामारी का छात्रों की शिक्षा पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है. क्योंकि कोरोना के कारण सरकार और प्रशासन के पास शिक्षा को ऑनलाइन मोड में लाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था. लेकिन ऑनलाइन शिक्षा में भी बहुत-सी चुनौतियां हैं.
क्योंकि हमारे समाज में हर तबके के छात्र हैं. और सभी के पास इतनी सुविधाएं नहीं है कि वे बिना किसी परेशानी के लगातार ऑनलाइन शिक्षा लेते रहें. क्योंकि जिनके पास सभी साधन उपलब्ध हैं, उनके लिए भी ऑनलाइन मोड में पढ़ना आसान नहीं है.
छात्रों की इन्हीं सब चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए तमिलनाडु के एक शिक्षक ने एक खास मोबाइल एप्लीकेशन तैयार की है. जिससे छात्रों के लिए ऑनलाइन मोड में पढ़ना आसान हो गया है.
सरकारी स्कूल के शिक्षक ने बनाई मोबाइल एप:
अंतियूर ब्लॉक के गुरुवरेदियुर में पंचायत यूनियन प्राइमरी स्कूल के शिक्षक भूपति राजा ने कक्षा 1 से 5 के लिए एक स्मार्टफोन एप्लीकेशन बनाई है. जिसमें उनका पूरा पाठ्यक्रम है और इसे इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है. उनका कहना है कि ज्यादातर शिक्षक छात्रों को सभी स्टडी मटेरियल ऑनलाइन भेज देते हैं और फिर ज्यादा नहीं सोचते कि बच्चे इसे कैसे समझेंगे या पढ़ेंगे.
इसलिए राजा ने सोचा कि बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई को आसान बनाया जाए. ताकि छात्रों के पास शिक्षक न हो तब भी वे अच्छे से पढ़ाई कर पाएं और उन्हें सभी कोर्स अच्छे से समझ में आएं. इसके लिए उन्होंने एक आसानी से इस्तेमाल हो सकने वाली एप्लीकेशन बनवाने की सोची, लेकिन इसमें बहुत खर्च था.
इसलिए उन्होंने खुद मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के ऐपिनवेंटर ट्यूटोरियल देखे. और काफी समय तक मेहनत करते रहे. कई टेस्ट किए और लगभग छह महीने तक असफल होने के बाद उन्होंने पीयूपीएस गुरुवरेदियुर मोबाइल एप तैयार कर ली.
कक्षा एक से पांच तक के लिए उपलब्ध:
राजा का कहना है कि उनके अधिकांश छात्र ऐसे परिवारों से आते हैं जो केवल एक स्मार्टफोन खरीद सकते हैं. और इस स्मार्टफोन का उपयोग भी माता-पिता करते हैं.माता-पिता के काम पर जाने के कारण बड़े पैमाने पर बच्चे लाइव ऑनलाइन कक्षा नहीं ले पाते हैं.
लेकिन इस मोबाइल एप पर वह कभी भी किसी भी पाठ्यक्रम को पढ़ सकते हैं. पीयूपीएस गुरुवरेदियुर में कक्षा 1 से 5 तक के सभी पाठ, ऑनलाइन परीक्षा लेने की सुविधा, अंग्रेजी से तमिल अनुवादक, और कल्वी टीवी यूट्यूब चैनल का लिंक भी है.
महामारी के बाद सरकारी स्कूलों में बच्चों को दाखिले बढ़े हैं और ऐसे में यह शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि माता-पिता के विश्वास को बनाये रखें.
बहुत से बच्चे कर रहे हैं इस्तेमाल:
गुरुवरेदियुर के स्कूल में कुल 270 छात्र और सात शिक्षक हैं. लगभग 60 प्रतिशत छात्रों ने इस एप का उपयोग करना शुरू कर दिया है. आस-पास के स्कूलों के बच्चों ने भी एप डाउनलोड किया है. ऑनलाइन टेस्ट में एक अंक के प्रश्न होते हैं और छात्र अपना परिणाम तुरंत प्राप्त कर सकते हैं.