उत्तर प्रदेश पुलिस देश और दुनिया की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा करवाने वाली है. 60244 सिपाही पद की भर्ती के लिए 48 लाख 17441 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. बता दें, सिंगापुर, न्यूजीलैंड जैसे दुनिया के 110 देश की कुल जनसंख्या के बराबर ये संख्या है. पुलिस भर्ती बोर्ड की डायरेक्टर जनरल रेणुका मिश्रा ने बताया कि ये भर्ती का महाकुंभ है. कुल 48 लाख 17,441 अभ्यर्थियों में 15 लाख 48969 महिला भी सिपाही भर्ती परीक्षा देने वाली हैं. इसके लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में 2385 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
दो दिन में दो पाली में होगी परीक्षा
हर पाली में 12 लाख 4360 अभ्यर्थी परीक्षा देने वाले हैं. ये परीक्षा दो दिन में 4 पाली में होगी. 6 लाख से ज्यादा दूसरे राज्यों के अभ्यर्थी परीक्षा देने वाले हैं. सबसे ज्यादा बिहार के लोग परीक्षा देंगे, इनकी संख्या 2,67,305 है. वहीं हरियाणा से 74769, झारखंड से 17112, मध्य प्रदेश से 98,400, दिल्ली से 42259, राजस्थान से 97277, पश्चिम बंगाल से 5512, महाराष्ट्र से 3151 और पंजाब से 3404 अभ्यर्थी परीक्षा में बैठने वाले हैं.
परीक्षा केंद्र पर रखी जाएगी निगरानी
जम्मू कश्मीर से लेकर लक्षद्वीप, अंडमान निकोबार, दमन दीव के तक अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा देने वाले हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड परीक्षा को सकुशल संपन्न करवाने के लिए हर परीक्षा केंद्र पर तकनीक और ह्यूमन रिसोर्स का इस्तेमाल करने वाली है. इतना ही नहीं हर परीक्षा केंद्र के एंट्री गेट से लेकर हर रूम में सीसीटीवी लगा होगा. इसक अलावा, निगरानी रखने के लिए कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे. लखनऊ मुख्यालय में भी दो कंट्रोल रूम बनाकर परीक्षा पर निगरानी रखी जाएगी.
हर परीक्षा केंद्र के एंट्री गेट पर सीसीटीवी लगा होगा जिसकी रियल टाइम मॉनिटरिंग भर्ती बोर्ड के अफसर करेंगे. इसका मकसद ये जानना होगा कि आखिर परीक्षा केंद्र पर कब परीक्षार्थियों की एंट्री शुरू हुई और कब गेट बंद किया गया.
प्रत्येक 12 परीक्षार्थी पर एक इनविजीलेटर होगा
हर परीक्षा केंद्र पर तैनात कर्मियों में 50 फीसदी जिला प्रशासन और 50 फीसदी सेंटर हेड के द्वारा कर्मचारी नियुक्त होंगे. हर कर्मचारी की पहचान और उसका बैकग्राउंड भी पुलिस ने डेटाबेस में तैयार रखा है. परीक्षा केंद्र पर सॉल्वर गैंग को दबोचने के लिए बायोमेट्रिक, फेशियल रिकग्निशन, आधार ऑथेंटिकेशन और आईरिस स्कैनिंग की जाएगी.
परीक्षा केंद्र में किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के ले जाने पर प्रतिबंध होगा. भर्ती बोर्ड ने ब्लूटूथ या किसी अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को फेल करने के लिए हर परीक्षा केंद्र पर जैमर भी लगाया है.
ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया जाएगा
1 सेंटर पर 1 स्टेटिक मजिस्ट्रेट, 3 सेंटर पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं. सेक्टर मजिस्ट्रेट को जिला कोषागार से पेपर को परीक्षा केंद्र और परीक्षा के बाद आंसर शीट को वापस कोषागार में जमा कराने की जिम्मेदारी दी गई है. पुलिस की सुरक्षा में परीक्षा संबंधी सामग्री को लाने ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बना जाएगा, यानी ट्रैफिक क्लियर कराकर परीक्षा सामग्री को पुलिस की निगरानी में परीक्षा केंद्र पहुंचेगी.
1000 या 1000 से अधिक परीक्षार्थी वाले सेंटर पर सीओ रैंक के अफसर को सेंटर का नोडल अधिकारी बनाया गया है. वहीं 1000 परीक्षार्थी से कम वाले परीक्षा केंद्र पर इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर को सेंटर का नोडल अफसर बनाया गया है.