16 बार हुआ SSB इंटरव्यू से बाहर... ऐसी जिद पकड़ी कि 17वीं बार में निकाल कर ही माना UPSC

यह कहानी अभिनंदन यादव की, जिन्होंने UPSC Assistant Commadant Exam 2024 में सफलता हासिल की है. अभिनंदन की यह सफलता उनकी सालों की मेहनत और दृढ़ निश्चय का परिणाम है.

Abhinandan Yadav (Photo: YouTube Screengrab)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 12 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:40 AM IST
  • 12वीं के बाद से ही कर रहे सरकारी नौकरी की तैयारी
  • प्राइवेट जॉब के साथ-साथ करते रहे एग्जाम के लिए पढ़ाई

हम सब बचपन से सुनते आ रहे हैं कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती. और इस पंक्ति को उत्तर प्रदेश के रहने वाले अभिनंदन यादव ने सही साबित किया है. आज के जमाने में जहां लोग किसी काम में फेल हो जाएं तो अपना रास्ता बदल लेते हैं, वहीं अभिनंदन ने बार-बार फेल होकर भी हार नहीं मानी और अब अपनी जीत का परचम लहरा रहे हैं. यह कहानी सिर्फ उनकी सफलता की नहीं है बल्कि उनके दृढ़ निश्चय और खुद पर अटूट विश्वास की भी है. 

गाज़ीपुर जिले के खोजापुर से ताल्लुक रखने वाले अभिनंदन यादव ने UPSC असिस्टेंट कमांडेंट एग्जाम में सफलता हासिल की है. हालांकि, उनकी यह सफलता सिर्फ एक-दो साल की तैयारी की नतीजा नहीं है बल्कि वह पिछले सात साल से सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे हैं. दसवीं क्लास के बाद, अभिनंदन ने 12वीं क्लास कोटा से की. साल 2018 में उन्होंने IIT गुवाहाटी में दाखिला लिया और 2022 में ग्रेजुएट हो गए. लेकिन सरकारी नौकरी के एग्जाम देना उन्होंने 12वीं क्लास के बाद से ही शुरू कर दिया था. 

16 बार दिया SSB का एग्जाम 
अपनी पढ़ाई के दौरान अभिनंदन सरकारी नौकरी की तैयारी करते रहे. 12वीं कक्षा के बाद से ही उन्होंने SSB यानी सर्विस सिलेक्शन बोर्ड एग्जाम देना शुरू कर दिया था. साल 2017 से 2024 तक उन्होंने 16 बार यह एग्जाम दिया और क्लियर भी किया. लेकिन लिखित परीक्षा में पास होने वाले अभिनंदन, इस एग्जाम के इंटरव्यू में मात खा जाते थे. और इसका कारण रहा उनकी कमजोर कम्यूनिकेशन स्किल्स और कुछ मेडिकल परेशानियां. लेकिन अभिनंदन का हौसला कभी डगमगाया नहीं बल्कि वे हर बार तैयारी में जुटे रहे. और आखिरकार साल 2024 में उन्होंने UPSC का असिस्टेंट कमांडेंट एग्जाम क्रैक करके सफलता हासिल की. 

नौकरी के साथ की तैयारी 
साल 2022 में ग्रेजुएशन की डिग्री के साथ-साथ अभिनंदन ने एक प्राइवेट सेकटर की कंपनी में नौकरी भी हासिल की. गुरुग्राम की कंपनी, Cubastion Consulting Pvt. Ltd में उन्हें जॉब मिली. यहां अपनी जॉब के साथ-साथ उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी. यहां पर उन्हें अपनी कम्यूनिकेशन स्किल्स पर काम करने का भी मौका मिला. दरअसल, अभिनंदन की शुरुआती पढ़ाई ग्रामीण इलाके में हुई और इस कारण उनकी इंग्लिश ज्यादा अच्छी नहीं थी. लेकिन प्राइवेट सेक्टर में जॉब करते हुए उन्होंने अपनी इस कमजोरी पर काम किया. 

उन्होंने अपनी नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई का शेड्यूल भी बैलेंस किया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिन में जॉब करने वाले अभिनंदन रात के समय पढ़ाई करते थे. उन्होंने अपना शेड्यूल ऐसा बनाया था कि वह बीच में खुद ही खाना बनाते थे, अपने बाकी काम करते थे, साथ में पढ़ाई भी मैनेज करते थे. इस तरह से उन्होंने बिना किसी और पर निर्भर हुए न सिर्फ अपनी जॉब की बल्कि पढ़ाई पर भी पूरा फोकस रखा. 

प्राइवेट जॉब से खुली सरकारी नौकरी की राह 
अभिनंदन का कहना है कि उनके लिए प्राइवेट सेक्टर में नौकरी वरदान साबित हुई. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्होंने SSB का इंटरव्यू 16 बार अटेंड किया लेकिन वह हर बार बाहर हो जाते थे. इसका कारण था उनकी इंग्लिश स्पीकिंग जो बहुत खराब थी. लेकिन प्राइवेट कंपनी में प्लेसमेंट होने से उनके पूरे माहौल, बोल-चाल, कपड़े पहनने के ढ़ंग और इससे उनकी पूरी पर्सनैलिटी में काफी सकारात्मक बदलाव आया. उनकी भाषा पर भी पकड़ हो गई और इस कारण, उन्हें सरकारी नौकरी के इंटरव्यू में काफी ज्यादा मदद मिली. 

UPSC असिस्टेंट कमांडेट एग्जाम पास करने से पहले उन्होंने SSC CGL की परीक्षा भी पास कर ली थी. इसके तहत उन्हें ऑडिटर पद मिला हुआ था. अभिनंदन उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा हैं जो एक-दो बार फेल होने के बाद हार मान लेते हैं या फिर ग्रामीण इलाकों से होने के कारण खुद को कम आंकते हैं. इन सभी छात्रों को सिर्फ खुद को बेहतर करने पर फोकस करना चाहिए और साथ ही, अपनी लक्ष्य क्लियर रखें कि आपको जिंदगी में क्या करना चाहिए और उसी दिशा में आगे बढ़ते रहें. 

 

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