उत्तर प्रदेश के बांदा की बेटी ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है. सिविल सर्विसेज एग्जाम 2023 में फरहीन को 241वीं रैंक मिली है. फरहीन के पिता हाजी जाहिद अली रिटायर्ड ट्रेजरी ऑफिसर हैं. उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई बांदा के स्कूल में हुई है. उसके बाद तैयारी के लिए दिल्ली चली गईं.
बांदा की बेटी को सफलता-
बांदा की रहने वाली फरीन ने यूपीएससी एग्जाम में 241वीं रैंक हासिल की है. फरीन शहर कोतवाली क्षेत्र के छावनी इलाके के रहने वाली हैं. उनके पिता हाजी जाहिद अली रिटायर्ड ट्रेजरी ऑफिसर रहते हैं. उन्होंने बताया कि फरहीन 6 भाई-बहनों में सबसे छोटी है. उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए सबकुछ छोड़ दिया था. उन्होंने ईद, बकरीद, रोजे जैसे त्योहारों को भी छोड़ दिया था. फरहीन ने तैयारी के लिए घर छोड़ दिया था. इससे पहले साल 2022 में उन्होंने यूपीपीसीएस एग्जाम पास किया था. लेकिन उनका सपना आईएएस बनने का था. अल्लाह ने उनका सपना पूरा किया.
बांदा में हुई शुरुआती पढ़ाई-लिखाई
फरहीन के पिता ने बतया कि उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई बांदा में हुई है. शहर के एक कॉलेज से बीटेक किया. उसके बाद तैयारी के लिए दिल्ली चली गईं. फरहीन ने साल 2017 से तैयारी कर रही थीं. उन्होंने साल 2022 में यूपीपीसीएस परीक्षा पास की थी. अब उनको यूपीएससी में सफलता मिली है.
तैयारी करने वालों को फरहीन की सलाह-
फरहीन ने इसका श्रेय माता-पिता, फैमिली और टीचर्स को दिया. उन्होंने कहा कि अगर मेहनत और लगन से काम किया जाए तो निश्चित ही सफलता मिलेगी. उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने ज्यादा से ज्यादा समय तक पढ़ाई की. फरहीन ने यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों को टिप्स दिए. उन्होंने कहा कि पिछले सिलेबस के साथ-साथ नए टॉपिक्स को जरूर पढ़ना चाहिए. फरहीन का कहना है कि रटने की बजाय टॉपिक्स को समझें और उसको दिमाग में बैठाएं. छोटे-छोटे नोट्स बनाकर रखें, हर हाल में सफलता मिलेगी.
1016 अभ्यर्थियों का चयन-
इस साल सिविल सेवा एग्जाम में 1016 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. इसमें से 347 जनरल कैटेगरी के अभ्यर्थी हैं. जबकि 115 EWS कोटे से है. इस बार ओबीसी कैटेगरी से 303 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. अनुसूचित जाति के 165 अभ्यर्थियों का सलेक्शन हुआ है. जबकि अनुसूचित जनजाति के 86 अभ्यर्थियों का सलेक्शन हुआ है.
(बांदा से सिद्धार्थ गुप्ता की रिपोर्ट)
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