IIT VS NIT: Engineering के लिए कौन बेहतर IIT या NIT ? किसका प्लेसमेंट अच्छा और कहां कैसे मिलता है एडमिशन... जानें सबकुछ

अगर आपका भी सपना IIT और NIT में पढ़ने का है तो उससे पहले आपके लिए यह जानना जरूरी है कि दोनों में अंतर क्या है. एडमिशन लेने के लिए किस तरह की तैयारी करनी होती है और दोनों में से कहां पढ़ना बेहतर रहेगा.

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केतन कुंदन
  • नई दिल्ली,
  • 28 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 3:06 PM IST

इंजीनियर बनने और लाखों रुपए की नौकरी करने का सपना देश के हजारों लाखों छात्र देखते हैं. लेकिन अच्छा प्लेसमेंट हो इसके लिए अच्छे कॉलेज से एडमिशन लेना बेहद जरूरी है. वैसे तो देश में हजारों की संख्या में इंजीनियरिंग कॉलेज हैं लेकिन IIT और  NIT का अपना अलग ही जलवा है. जो भी छात्र इंजीनियरिंग की क्षेत्र में करियर बनाने की सोचते हैं उनके लिए  IIT, NIT  कॉलेज में एडमिशन लेना सबसे बड़ा सपना होता है. हर साल लाखों की संख्या में छात्र दाखिले के लिए एंट्रेंस देते हैं लेकिन मुश्किल से कुछ हजार छात्रों का ही चयन IIT और NIT के कॉलेज में हो पाता है. आखिर इन कॉलेजों में एडमिशन ले पाना इतना टफ क्यों है और IIT और NIT में कौन बेहतर है, प्लेसमेंट किसका अच्छा है, कहां कैसे एडमिशन मिलता है ये सब आज हम आपको विस्तार से बताएंगे.

IIT और NIT में कौन बेहतर

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दोनों ही सरकारी और देश के शीर्ष और उच्च गुणवत्ता वाले इंजीनियरिंग संस्थान हैं. लेकिन दोनों की गुणवत्ता में फर्क है. वैसे तो IIT, NIT से बेहतर है लेकिन कई बार NIT के छात्रों का प्लेसमेंट इतना शानदार रहा कि आईआईटी भी पीछे रह गया. ऐसे में दोनों में अंतर क्या है चलिए जानते हैं.  IIT का इन्फ्रास्ट्रक्चर, कोर्स और बाकी फैसिलिटी  NIT से कहीं बेहतर है. IIT कॉलेजों में आधुनिक तौर तरीकों से पढ़ाई होती है और फैसिलिटी अपग्रेड होती रहती है. वहीं   NIT इन मामलों में पीछे रहता है. हालांकि समय के हिसाब से NIT भी खुद को बेहतर कर रहा है.

कैसे मिलता है एडमिशन

देश में 23 IIT और  31 NIT के कॉलेज हैं. IIT कॉलेजों में  अंडर ग्रेजुएट कोर्स के लिए 16 हजार 234 सीट है तो वहीं NIT कॉलेजों में अंडर ग्रेजुएट कोर्स के लिए 23 हजार 997 सीट है. इन कॉलेजों में एडमिशन के लिए मैथ से 12वीं करने के बाद पहले JEE Main और फिर JEE Advanced की परीक्षा से गुजरना होता है. JEE Main की परीक्षा पास करने के बाद छात्रों को NIT के कॉलेजों में एडमिशन मिलता है. लेकिन छात्र अगर  IIT में एडमिशन लेना चाहते हैं तो उन्हें JEE Main के बाद  JEE Advanced की परीक्षा भी पास करनी होती है. दोनों परीक्षा पास करने के बाद कट-ऑफ के आधार पर छात्रों को कॉलेज और कोर्स मिलता है. अगर JEE Advanced की परीक्षा में अच्छा नहीं कर पाए तो  NIT के कॉलेजों से ही आपको संतोष करना पड़ेगा.

IIT के लिए देनी होगी JEE Advanced की परीक्षा

इसको ऐसे समझिए कि  IIT के टॉप कॉलेज IIT मद्रास, IIT बॉम्बे,IIT दिल्ली, IIT खड़गपुर और IIT कानपुर जैसे संस्थान में अगर छात्र दाखिला चाहता है तो उसे  JEE Advanced की परीक्षा में रैंक 5000 के भीतर लानी होगी. तभी  IIT के टॉप कॉलेजों में एडमिशन मिलेगा. इसके साथ ही मन पसंद ब्रांच के लिए रैंक और बेहतर करनी होगी. अन्यथा रैंकिंग खराब रही तो IIT मिलने के बाद भी मनपसंद का ब्रांच नहीं मिल पाएगा. अगर मनपसंद का ब्रांच मिला तो मन पसंद का कॉलेज नहीं मिल पाएगा. कुल जमा बात इतनी है कि इन कॉलेजों में दाखिला लेना है तो मेहनत जमकर करनी होगी.

 

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