योगी सरकार की नई पहल से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं सहित कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक के स्टूडेंट्स को काफी फायदा मिलेगा. जी हां, यूपी सरकार जहां युवाओं के लिए फ्री कोचिंग की सुविधा प्रदान कर रही है, वहीं माध्यमिक स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं के लिए मुफ्त किताबों की व्यवस्था की है.
आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्रों को मिलेगा लाभ
उत्तर प्रदेश का समाज कल्याण विभाग आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत फ्री कोचिंग सुविधा उपलब्ध करा रहा है. समाज कल्याण विभाग आर्थिक रूप से कमजोर प्रतिभाशाली छात्र एवं छात्राओं के लिए जो सिविल सेवा, नीट, एनडीए, सीडीएस की तैयारी कर रहे हैं और आर्थिक रूप से कोचिंग कर पाने में असमर्थ हैं, उन्हें मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत फ्री कोचिंग दी जा रही है. विषय के एक्सपर्ट टीचर की ओर से छात्रों का मार्गदर्शन किया जाएगा. लखनऊ में महाराजा बिजली पासी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में फ्री कोचिंग के लिए केंद्र खोला गया है.
हर जिले में खोला जाएगा केंद्र
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा कि आने वाले समय में यूपी के हर जिले में ऐसा ही केंद्र खोला जाएगा. इसमें निशुल्क शिक्षा कराई जाएगी. इससे सिविल सेवा परीक्षा व अन्य प्रतियोगिकी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों को लक्ष्य प्राप्त करने में आसानी होगी.
विद्यार्थियों को दी जाएंगी मुफ्त किताबें
माध्यमिक स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए मुफ्त किताबों की व्यवस्था उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से की गई है. इसमें उत्तर प्रदेश में 2428 राजकीय माध्यमिक स्कूलों में कक्षा 9 से कक्षा 12 तक विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तकें मिलेंगी. इसपर तकरीबन 1.0 करोड़ों रुपए खर्च किए जाएंगे.
अभी कक्षा 1 से लेकर 8 तक के प्राथमिक विद्यालयों में मुफ्त किताबें दी जाती हैं लेकिन अब उत्तर प्रदेश की सरकार इसको 9 से लेकर 12 तक भी कर रही है. इससे गरीब और निम्न आय वर्ग के छात्रों को काफी राहत मिलेगी. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के डायरेक्टर विजय किरण आनंद के मुताबिक शासन स्तर पर उच्च स्तरीय बैठक में इस बात की हामी भरी गई है, जिसमें किताबों को लेकर चर्चा की गई है. अब 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को निशुल्क किताबें वितरित की जाएंगी.