BPSC Results: ट्यूशन पढ़ाने वाले की बेटी जेबा अर्शी बनेंगी एसडीएम, तीसरे प्रयास में मिली सफलता

BPSC 67th Result 2023: बिहार के भोजपुर जिले की जेबा अर्शी ने बीपीएससी 67वीं बैच की परीक्षा में 66वां रैंक हासिल किया है. अब जेबा एसडीएम बनेंगी. उनकी इस सफलता से न केवल परिवार वाले बल्कि पूरे इलाके के लोग खुश हैं.

जेबा अर्शी को मिठाई खिलाते उनके माता-पिता
gnttv.com
  • आरा,
  • 29 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 12:18 PM IST
  • जेबा अर्शी ने 66वां रैंक हासिल कर जिले का नाम किया रोशन
  • अमन आनंद ने पहला स्थान किया है हासिल

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने बीपीएससी 67वीं कंबाइंड कॉम्पिटेटिव एग्जाम का रिजल्ट (BPSC 67th CCE Result) 2023 जारी कर दिया है. इसमें अमन आनंद ने पहला और निकिता कुमार ने दूसरा स्थान हासिल किया है. तीसरे स्थान पर अंकिता चौधरी रही हैं. इस परीक्षा में भोजपुर जिले के पिरो प्रखंड स्थित भागलपुर मोहल्ला निवासी जेबा अर्शी ने भी सफलता प्राप्त की है. 

बढ़ाया मान-सम्मान
जेबा अर्शी ने बिहार में 66वीं रैंक लाकर न केवल परिवार वालों का मान-सम्मान बढ़ाया है बल्कि उनकी इस सफलता से पूरा इलाका भी काफी खुश है. जेबा अर्शी को यह सफलता तीसरे प्रयास में मिली है. अब वह एसडीएम बनेंगी.

मां शिक्षा सेवक हैं 
जेबा अर्शी बेहद ही मध्यम परिवार से संबंध रखती हैं. उन्होंने आर्थिक परेशानियों को झेलते हुए इस मुकाम को हासिल किया है. जेबा अर्शी के पिता मोहम्मद कुद्दुस एक प्राइवेट शिक्षक हैं जबकि उनकी मां असमत जहां तालिमी मरकज शिक्षा सेवक के रूप में भागलपुर मोहल्ले में पढ़ाती हैं. जेबा अर्शी की एक बहन और एक भाई है. इनके छोटे भाई अहद अब्दुला 10वीं के छात्र हैं. 

घर पर सेल्फ स्टडी कर पाईं सफलता
जेबा अर्शी ने प्रारंभिक पढ़ाई पुष्पा हाईस्कूल पिरो, उच्चतर शिक्षा गांधी कॉलेज लहराबाद पिरो से ग्रहण की है. इसके बाद घर से ही बीपीएससी परीक्षा की तैयारी की और तीसरी बार में BPSC परीक्षा पास कर परिवार समेत पूरे जिले का नाम रोशन कर दिया. पहली बार में जेबा पीटी की परीक्षा तो पास कर ली थी, लेकिन मेंस नहीं निकल पाया था. फिर दूसरी बार में मेंस का रिजल्ट आया लेकिन इंटरव्यू नहीं निकला. इसके बाद भी जेबा ने हिम्मत नहीं हारी और तीसरी बार में उन्होंने परचम लहरा दिया.

अब आईएएस बनना चाहती हैं जेबा
इस सफलता को लेकर जब बिहार तक संवाददाता ने जेबा अर्शी से बात की तो उन्होंने बताया कि कामयाबी के पीछे सबसे बड़ा श्रेय भगवान और पैरेंट्स के अलावा पढ़ाने वाले टीचर सहित सभी लोगों का है, जो हमसे जुड़े. उन्होंने बताया कि मेरा आगे का सपना यूपीएससी एग्जाम निकाल कर आईएएस बनना है. 

काफी मुश्किल था बेटी को पढ़ाना
जेबा अर्शी के माता-पिता ने इस कामयाबी के पीछे बेटी की लगन और उसके पढ़ाई के कठिन प्रयास को मान रहे हैं. मां अस्मत जहां ने कहा कि मध्यम परिवार में रहकर बेटी को पढ़ाना काफी मुश्किल था. लेकिन हम लोग हिम्मत नहीं हारे और बेटी को पढ़ाते गए जिसका परिणाम आज हम सभी को खुशियों के जरिए मिला है. खुशी के मारे माता-पिता के आंसू छलक आए.

(सोनू कुमार सिंह की रिपोर्ट)

 

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