सूरत की एक मां-बेटी ने महंगी शिक्षा व्यवस्था को अपने ही अंदाज में जवाब दिया है. मां ने बेटी को स्कूल की बजाय घर में पढ़ाने का फैसला किया और स्कूल पर निर्भर रहने की बजाय घर को ही स्कूल बना दिया है. घर में कुल 15 हजार किताबें हैं जिसमें 13 -14 साल की ये बच्ची 5 हजार किताबें पढ़ चुकी है. स्वपनिल खुद टीचर हैं, लेकिन स्कूल में शिक्षा के तौर-तरीकों को लेकर संतुष्ट नहीं हैं. यही वजह है कि उन्होंने अपनी बेटी को स्कूल से निकालकर, घर में ही पढ़ाने का फैसला किया. देखिए पूरी खबर.
Not satisfied with school education, a mother in Gujarat's Surat decided to educate her daughter at home instead of school. Watch this report to know more.