उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के लेकर लगातार सियासी समीकरण बदलता जा रहा है. बीजेपी ने सूबे की हॉट सीट पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट काट किया. टिकट बंटवारा होने से पहले ही वरुण गांधी ने नामांकन पत्र खरीद लिया था. टिकट कटने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वरुण निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर सकते हैं. लेकिन अब सूत्रों के हवाले से खबर है कि वरुण गांधी नामांकन दाखिल नहीं करेंगे.
पीलीभीत से पर्चा नहीं भरेंगे वरुण गांधी-
सूत्रों के हवाले से खबर है कि वरुण गांधी पीलीभीत से चुनाव लड़ने नहीं आ रहे हैं और अपना नामांकन दाखिल नहीं करेंगे. अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने अपने नजदीकी और खास लोगों को यह बता दिया है कि उनके साथ छल किया गया है, ऐसे में अब वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. हालांकि उनके कार्यकर्ताओं को वरुण गांधी की तरफ से इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है और कार्यकर्ताओं में एक खामोशी व्याप्त है.
वरुण ने खरीदा था नामांकन पत्र-
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में पीलीभीत लोकसभा सटी पर वोटिंग होनी है. वरुण गांधी ने चुनाव की तैयारियों नें जुट गए थे. उन्होंने अपने सहयोगी के जरिए 4 सेट नामांकन पत्र खरीद लिया था और सभी कार्यकर्ताओं को हर गांव से दो गाड़ी और 10 मोटरसाइकिल तैयार रखना को कहा गया था. लेकिन बीजेपी ने उनका टिकट काट किया और जितिन प्रसाद को पीलीभीत से उम्मीदवार बनाया है. जब से जितिन प्रसाद का नाम प्रत्याशी के तौर पर तय हुआ है, उसके बाद से वरुण गांधी के कार्यकर्ता ना सिर्फ खामोश है, बल्कि उनमें कोई उत्साह और कोई सक्रियता नजर नहीं आ रही है.
27 मार्च को जितिन प्रसाद का नामांकन-
27 मार्च को जितिन प्रसाद बड़े ही तामझाम के साथ अपना नॉमिनेशन दाखिल करेंगे. 27 मार्च ही नामांकन का आखिरी दिन है. ऐसे में माना जा रहा है कि वरुण गांधी अब नामांकन नहीं करेंगे. जितिन प्रसाद ने जब सोमवार को पहली बार प्रत्याशी घोषित होने के बाद पीलीभीत का दौरा किया तो उन्होंने सबसे पहले मीटिंग सिख समुदाय के लोगों के साथ की. सरदारों के साथ अपनी मीटिंग में उन्होंने साफ कहा कि वह हर हाल में सिख समुदाय और सरदारों के साथ खड़े रहेंगे.
पीलीभीत में पहले चरण में है वोटिंग-
पीलीभीत लोकसभा सीट पर पहले चरण में वोटिंग होनी है. पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. इस चरण के लिए नामांकन का आखिरी दिन 27 मार्च है. जबकि 28 मार्च को नामांकन की जांच की जाएगी. उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 30 मार्च है. वोटों की गिनती 4 जून को होगी.
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