लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर गुजरात में उम्मीदवारों का ऐलान हो रहा है. इस बीच कई उम्मीदवारों के खिलाफ पार्टी में ही बगावत के सुर देखने को मिल रहे हैं. बीजेपी और कांग्रेस को अपने ही उम्मीदवारों के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. पहले बीजेपी के 6 उम्मीदवारों का कार्यकर्ताओं ने विरोध किया. अब जूनागढ़ सीट से बीजेपी उम्मीदवार राजेश चूडासमा और अमरेली सीट से उम्मीदवार भरत सुतरिया के खिलाफ भी कार्यकर्ता लामबंद हो रहे हैं. कांग्रेस को भी पार्टी में उम्मीदवारों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. उधर, पंचमहल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार का भी विरोध हो रहा है.
पंचमहल में कांग्रेस उम्मीदवार का विरोध-
पंचमहल लोकसभा सीट से कांग्रेस के कैंडिडेट का पार्टी कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं का उम्मीदवार गुलाब सिंह चौहान पर आरोप है कि वो पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से मिलते नहीं हैं. उनके साथ जो लोग दिखाई दे रहे है, उनके तार बीजेपी से जुड़े हुए हैं. कार्यकर्ताओं ने गुलाब सिंह चौहान की जगह दूसरे किसी कांग्रेसी कैंडिडेट को टिकट देने की मांग की. कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर कैंडिडेट बदला नहीं जाता है तो गुलाब सिंह चौहान का समर्थन नहीं करेंगे और प्रचार से दूर रहेंगे.
जूनागढ़ सीट से बीजेपी उम्मीदवार का विरोध-
लोकसभा चुनाव में गुजरात की जूनागढ सीट से बीजेपी ने राजेश चूडासमा को उम्मीदवार बनाया है. राजेश चूडासमा का विरोध लोहाना समाज की तरफ से सोशल मीडिया पर किया जा रहा है. लोहाना समाज की तरफ से अपील की जा रही है कि राजेश चूडासमा को वोट ना दें. इसके साथ ही मांग हो रही है कि राजेश चूडासमा की जगह किसी दूसरे नेता को जूनागढ़ से उम्मीदवार बनाया जाए.
अमरेली में बीजेपी कार्यालय बंद-
अमरेली लोकसभा सीट से बीजेपी ने भरत सुतरिया को कैंडिडेट बनाया है. उम्मीदवार के तौर पर नाम घोषित होने के बाद भरत सुतरिया की मुसीबतें बढ़ती दिखाई दे रही हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुजरात में एक साथ तमाम 26 लोकसभा सीटों पर मध्यस्थ कार्यालय शुरू किया था, लेकिन अमरेली का मध्यस्थ कार्यालय बंद कर दिया गया है. स्थानीय कार्यकर्ताओं में चर्चा है कि वर्तमान सांसद नारण काछड़िया का टिकट कटने की वजह से कार्यालय बंद किया गया है. जबकि बीजेपी की तरफ से कहा गया है कि उम्मीदवार घोषित होने पर अब वो अपना कार्यालय शुरू करेंगे.
पुरुषोत्तम रूपाला के बयान ने राजकोट में बढ़ाई मुसीबत-
बीजेपी ने राजकोट से पुरुषोत्तम रूपाला को कैंडिडेट बनाया है. लेकिन वाल्मीकि समाज के कार्यक्रम में रजवाड़ों को लेकर पुरुषोत्तम रूपाला का बयान उनपर भारी पड़ता नजर आ रहा है. इस मामले की शिकायत चुनाव अधिकारी से की गई है. जिसको लेकर जांच के आदेश दिये गए हैं. क्षत्रिय समाज की नाराजगी दूर करने के लिए पुरुषोत्तम रूपाला ने माफी भी मांगी है, इसके बावजूद क्षत्रिय समाज की नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है. पुरुषोत्तम रूपाला के खिलाफ क्षत्रिय समाज की नाराजगी दूर करने के लिए गुजरात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल खुद राजकोट पहुंचे हैं. बीजेपी के क्षत्रिय नेताओं को साथ रखकर समाज की नाराजगी दूर करने का प्रयास कर रही है. इसके साथ ही राजकोट के अलावा दूसरे जिलों में भी क्षत्रिय समाज की बैठकें की जा रही हैं.
(अहमदाबाद से अतुल तिवारी की रिपोर्ट)
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