Royal Families Candidates: मध्य प्रदेश से पंजाब तक, त्रिपुरा से मैसूर तक... चुनावी मैदान में उतरे हैं राजघरानों के ये 8 उम्मीदवार

Lok Sabha Election 2024: इस बार लोकसभा चुनाव में राजघरानों से जुड़े कई लोग चुनावी मैदान में उतरे हैं. इसमें मध्य प्रदेश के ग्वालियर राजघराने के ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर राघोगढ़ राजपरिवार के दिग्विजय सिंह तक शामिल हैं. इसके अलावा पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर लोकसभा सीट से राजबाड़ी की अमृता रॉय से लेकर छत्तीसगढ़ की सारंगढ़ राजघराने की डॉ. मेनका देवी शामिल हैं.

Yaduveer Krishnadatta Chamaraja Wadiyar, Digvijaya Singh and Jyotiraditya Scindia
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 08 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 2:11 PM IST

लोकसभा चुनाव 2024 में कई राजपरिवारों के लोग भी किस्मत आजमा रहे हैं. इसमें मध्य प्रदेश से लेकर पंजाब तक के राजघरानों से जुड़े लोग चुनावी मैदान में उतरे हैं. कई मौजूदा सांसदों का टिकट काटकर रॉयल फैमिली के सदस्यों को टिकट दिया गया है. चलिए आपको राजघरानों के उन लोगों के बारे में बताते हैं, जो इस आम चुनाव में सियासी पिच पर खेलने नजर आ रहे हैं.

कृष्णानगर से राजमाता अमृता रॉय-
लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर लोकसभा सीट से राज परिवार की अमृता रॉय को उम्मीदवार बनाया गया है. उनको राजबाड़ी की राजमाता भी कहा जाता है. 62 साल की अमृता रॉय सौमिष चंद्र रॉय की पत्नी है. सौमिष चंद्र रॉय कृष्णानगर की राजबाड़ी के 39वें वंशज हैं. कृष्णानगर में 18वीं शताब्दी में इस फैमिली का राज हुआ करता था.

मैसूर के यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा-
कर्नाट के मैसूर से बीजेपी ने यदुवीर कृष्णदत्त चामराजा वाडियर को उम्मीदवार बनाया है. यदुवीर मैसूर राजघराने से ताल्लुक रखते हैं. यदुवीर के दादा श्रीकांतदत्त नरसिम्हराजा वाडियर 1999 तक मैसूर से 4 बार सांसद भी रह चुके हैं. साल 2004 में वो चुनाव हार गए थे, इसके बाद उन्होंने सियासत से संन्यास ले लिया था. अब उनकी अगली पीढ़ी सियासत में कदम रख रही है.

ग्वालियर राजघराने के ज्योतिरादित्य सिंधिया-
मध्य प्रदेश की गुना लोकसभा सीट से बीजेपी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को टिकट दिया है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर राजघराने से आते हैं. उनके पिता माधवराव सिंधिया भी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं. ज्योतिरादित्य पहले कांग्रेस में थे, लेकिन साल 2020 में उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था.

राघोगढ़ राजघराने के दिग्विजय सिंह-
मध्य प्रदेश के राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाया है. दिग्विजय सिंह  राघोगढ़ राजपरिवार से आते हैं. राघोगढ़ का इतिहास 1673 से मिलता है. दिग्विजय सिंह के पिता बलभद्र सिंह राघोगढ़ राजघराने के शासक रहे. ब्रिटिश राज में राघोगढ़ ग्वालियर रेजीडेंसी की एक रियासत हुआ करती थी.

पटियाला राजघराने की परनीत कौर-
पंजाब के पटियाला लोकसभा सीट से बीजेपी ने परनीत कौर को उम्मीदवार बनाया है.  परनीत कौर पटियाला शाही परिवार से आती हैं वो राजा कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. इस राजघराने की शुरुआत साल 1695 में हुई थी. इसकी शुरुआत महाराज बाबा अली सिंह ने की थी. इस रियासत के आखिरी महाराजा यादवेंद्र थे. महाराजा यादवेंद्र ने पटियाला रियासत का विलय भारत में किया था.

मेवाड़ राजघराने की महिमा कुमारी-
राजस्थान के राजसमंद लोकसभा सीट से महिमा कुमारी विश्वराज सिंह मेवाड़ को उम्मीदवार बनाया है. महिला कुमारी मेवाड़ राजघराने के सदस्य विश्वराज सिंह की पत्नी हैं. बीजेपी ने उनको राजपूत बहुल लोकसभा सीट राजसमंद से प्रत्याशी बनाया है. फिलहाल वो नाथद्वारा से विधायक हैं.

माणिक्य राजघराने की कृति सिंह-
त्रिपुरा ईस्ट से बीजेपी ने राजपरिवार के सदस्य को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने कृति सिंह देबबर्मा को उम्मीदवार बनाया है. देबबर्मा त्रिपुरा के माणिक्य शाही परिवार के सदस्य हैं. कृति सिंह पूर्व राजा महाराजा किरीत बिक्रम किशोर देबबर्मा माणिक्य बहादुर की बेटी हैं. कृति सिंह छत्तीसगढ़ की कवर्धा रियासत की महारानी भी हैं.

सारंगढ़ की डॉ. मेनका देवी-
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस ने डॉ. मेनका देवी को उम्मीदवार बनाया है. मेनका देवी सारंगढ़ रियासत के राजा नरेंद्र चंद्र के परिवार से ताल्लुक रखती हैं. राजा नरेंद्र चंद्र मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. साल 1818 में सारंगढ़ ब्रिटिश संरक्षित राज्य बना था. एक जनवरी 1948 को सारंगढ़ राज्य भारत में शामिल हुआ था.

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