Agra Lok Sabha Seat: 15 साल से BJP का कब्जा, 7 बार Congress को मिली जीत... जानिए आगरा लोकसभा सीट का इतिहास

Lok Sabha Election 2024: आगरा लोकसभा सीट पर सबसे अधिक बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. इस सीट से 7 बार कांग्रेस के सांसद चुने गए हैं. जबकि बीजेपी के उम्मीदवारों को 6 बार जीत मिली है. आजादी के बाद लगातार 5 चुनावों में कांग्रेस के सेठ अचल सिंह ने जीत हासिल की थी. इस लोकसभा क्षेत्र में दलित और वैश्य वोटर्स की बहुलता है.

Agra Lok Sabha Seat
शशिकांत सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 09 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 1:07 PM IST

आगरा लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश के बृज क्षेत्र में है. इस सीट से कांग्रेस के सेठ अचल सिंह आजादी के बाद लगातार 5 बार सांसद चुने गए थे. जबकि बीजेपी के भगवान शंकर रावत लगातार 3 बार सांसद चुने गए हैं. आगरा लोकसभा सीट की सभी विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. आगरा के शहरी क्षेत्र में वैश्य वोटर्स की बहुलता है. जबकि इस लोकसभा क्षेत्र में 21 फीसदी दलित वोटर्स हैं. चलिए आपको आगरा लोकसभा सीट के जातीय समीकरण और इतिहास के बारे में बताते हैं.

किस पार्टी ने किसको बनाया उम्मीदवार-
एनडीए (NDA) की तरफ से ये सीट बीजेपी (BJP) के खाते में है. बीजेपी ने इस सीट से एसपी सिंह बघेल (SP Singh Baghel) को मैदान में उतारा है. जबकि इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) की तरफ से ये सीट समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के खाते में है. समाजवादी पार्टी ने सुरेश चंद कर्दम को उम्मीदवार बनाया है. जबकि बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने पूजा अमरोही को मैदान में उतारा है.

साल 2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी और बीएसपी उम्मीदवार के बीच मुकाबला था. बीजेपी उम्मीदवार प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने बीएसपी उम्मीदवार मनोज कुमार सोनी को 2 लाख 11 हजार 546 वोटों से हराया था. एसपी बघेल को 6 लाख 46 हजार 875 वोट मिले थे, जबकि बीएसपी उम्मीदवार को 4 लाख 35 हजार 329 वोट मिले थे. कांग्रस के उम्मीदवार प्रीता हरित को 45 हजार 149 वोट मिले थे.

लोकसभा सीट का इतिहास-
आगरा लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1952 आम चुनाव में वोट डाले गए थे. कांग्रस के सेठ अचल सिंह न जीत दर्ज की थी. अचल सिंह ने लगातार 5 बार सांसद चुन गए थे. उन्होंने साल 1952, साल 1957, साल 1962, साल 1967 और साल 1971 आम चुनाव में जीत हासिल की थी. लेकिन साल 1977 आम चुनाव में जनता पार्टी के शंभू नाथ चतुर्वेदी सांसद चुने गए.

साल 1980 आम चुनाव में कांग्रेस ने वापसी की और निहाल सिंह सांसद चुने गए. साल 1984 आम चुनाव में भी कांग्रेस के निहाल सिंह सांसद चुने गए. साल 1989 आम चुनाव में जनता दल के अजय सिंह ने जीत दर्ज की.

साल 1991 आम चुनाव में पहली बार बीजेपी को जीत मिली. बीजेपी उम्मीदवार भगवान शंकर रावत ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद भगवान शंकर रावत ने साल 1996 आम चुनाव और साल 1998 आम चुनाव में सांसद चुने गए. 

साल 1999 आम चुनाव में समाजवादी पार्टी को पहली बार आगरा लोकसभा सीट पर जीत मिली. समाजवादी पार्टी की तरफ से फिल्म स्टार राज बब्बर सांसद चुने गए. साल 2004 आम चुनाव में भी राज बब्बर ने जीत दर्ज की.

साल 2009 आम चुनाव में बीजेपी के राम शंकर कठेरिया को जीत मिली. जबकि साल 2014 आम चुनाव में फिर से राम शंकर कठेरिया सांसद चुने गए. साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी के एसपी सिंह बघेल सांसद चुने गए.

5 विधानसभा सीटों का गणित-
आगरा लोकसभा के तहत 5 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें एतमादपुर, आगरा कैंट, आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर और जलेसर शामिल है. साल 2022 आम चुनाव में सभी पांचों सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की. एतमादपुर से धर्मपाल सिंह, आगरा कैंट से गिर्राज सिंह धर्मेश, आगरा दक्षिण से योगेंद्र उपाध्याय, आगरा उत्तर से पुरुषोत्तम खंडेलवाल और जलेसर से संजीव दिवाकर विधायक चुने गए.

इस सीट का जातीय समीकरण-
आगरा लोकसभा सीट  पर 19 लाख से अधिक वोटर हैं. अगर इस सीट पर कास्ट फैक्टर की बात करें तो दलित वोटर्स की बहुलता है. 2.8 लाख दलित वोटर हैं. जबकि 2.7 लाख मुस्लिम मतदाता हैं. इस लोकसभा सीट के शहरी इलाकों में वैश्य वोटर्स की बहुलता है. इस सीट पर 3.15 लाख वैश्य वोटर हैं. इस लोकसभा क्षेत्र में 1.3 लाख बघेल वोटर भी हैं.

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