Begusarai Lok Sabha Seat: कभी Congress का था गढ़, अभी BJP का खिल रहा कमल, Giriraj Singh और Avadhesh Rai में सीधा मुकाबला, भूमिहार बाहुल्य बेगूसराय लोकसभा सीट का जानिए इतिहास

Bihar Lok Sabha Election 2024: बिहार की सबसे हॉट सीटों में से एक बेगूसराय लोकसभा सीट से तीसरी बार बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ताल ठोक रहे हैं. इंडिया गठबंधन की ओर सीपीआई ने अवधेश कुमार राय को चुनावी मैदान में उतारा है. ऐसे में ये चुनावी मुकाबला रोमांचक बनने की उम्मीद है.

Begusarai Lok Sabha Seat
मिथिलेश कुमार सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 03 मई 2024,
  • अपडेटेड 5:37 PM IST
  • बेगूसराय में चौथे चरण में 13 मई 2024 को होगा मतदान 
  • बीते दो लोकसभा चुनाव से बीजेपी के खाते में है यह सीट

Bihar Politics: बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं. इनमें बेगूसराय लोकसभा सीट हॉट मानी जाती है. यह सीट इस बार भी एनडीए (NDA) गठबंधन की तरफ से बीजेपी (BJP) के खाते में गई है. भाजपा ने एक बार फिर से यहां से वर्तमान सांसद और मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) को चुनावी मैदान में उतारा है. उधर, इंडिया अलायंस (INDIA Alliance) की तरफ से यह सीट लेफ्ट के खाते में गई है.

 भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (CPI) ने यहां से अवधेश कुमार राय (Avadhesh Kumar Rai) को टिकट दिया है. यानी इस बार लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) में बेगूसराय में भूमिहार बनाम भूमिहार की लड़ाई है. अब देखना है कि क्या गिरिराज सिंह हैट्रिक लगा पता हैं या लेफ्ट इस सीट पर सेंध लगाने में सफल होगी? बेगूसराय में चौथे चरण में 13 मई 2024 को मतदान होगा. आइए जानते हैं कैसा रहा है बेगूसराय लोकसभा सीट का इतिहास और क्या कहता है सियासी समीकरण?

गिरिराज सिंह को माना जाता है पीएम मोदी और अमित शाह का करीबी 
गिरिराज सिंह को जहां पीएम मोदी और अमित शाह का करीबी माना जाता है. वह अपने आप को पीएम मोदी का 'हनुमान' कहते हैं तो वहीं बिहार में सीपीआई का झंडा बुलंद करने वाले नेताओं में अवधेश कुमार राय का नाम शामिल है. गिरिराज सिंह लोकसभा चुनाव 2014 में नवादा से जीत दर्ज करने में सफल हुए थे. उन्हें उस समय केन्‍द्रीय राज्य मंत्री बनाया गया था.

इसके बाद गिरिराज सिंह ने लोकसभा चुनाव 2019 में बेगूसराय से जीत दर्ज की. उन्हें एक बार फिर से मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली है. उधर, बेगूसराय की सियासत में अवधेश कुमार राय को सीपीआई का बड़ा चेहरा माना जाता है. वह सीपीआई की टिकट पर बेगूसराय जिले की बछवाड़ा विधानसभा सीट से 3 बार विधायक भी रह चुके हैं.

बेगूसराय लोकसभा सीट का क्या है इतिहास
परिसीमन से पहले बेगूसराय में दो लोकसभा क्षेत्र हुआ करते थे. एक बेगूसगूराय और दूसरा बलिया लोकसभा क्षेत्र. साल 2009 में परिसीमन हुआ तो दोनों को मिलाकर एक कर दिया गया. परिसीमन से पहले की बेगूसराय लोकसभा सीट के चुनाव आंकड़ों पर नजर डालें तो कांग्रेस का ही दबदबा दिखता है. लेकिन अब समीकरण बदल गया है.

पिछले दो लोकसभा चुनाव से बेगूसराय सीट से भाजपा का कमल खिल रहा है. 1952 से 2019 तक बेगूसराय लोकसभा सीट के लिए कुल 17 चुनाव हुए हैं. जिनमें सबसे अधिक नौ बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. एक बार सीपीआई, एक बार जनता पार्टी, एक बार जनता दल, एक बार निर्दलीय, दो बार जेडीयू और दो बार बीजेपी ने जीत दर्ज की है. 

बेगूसराय के पहले सांसद थे मथुरा प्रसाद 
बेगूसराय के पहले सांसद मथुरा प्रसाद मिश्रा थे. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव 1952 में जीत हासिल की थी. इसके बाद लोकसभा चुनाव 1957 और 1962 में मथुरा प्रसाद कांग्रेस के टिकट पर जीत पाने में सफल रहे. कांग्रेस के जीत के लय को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने तोड़ा. 1967 का चुनाव भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के योगेंद्र ने जीता. बेगूसराय लोकसभा सीट से भाजपा का कमल पहली बार 2014 में भोला सिंह ने खिलाया था. उसके बाद लोकसभा चुनाव 2019 में गिरिराज सिंह ने जीत दर्ज की थी.उन्होंने ने JNU छात्रसंघ अध्यक्ष और CPI उम्मीदवार कन्हैया कुमार को शिकस्त दी थी. 

बेगूसराय लोकसभा सीट से कब और किसने दर्ज की जीत
1952: मथुरा प्रसाद मिश्र, कांग्रेस
1957: मथुरा प्रसाद मिश्र, कांग्रेस
1962: मथुरा प्रसाद मिश्र, कांग्रेस
1967: योगेंद्र शर्मा, सीपीआई
1971: श्यामनंदन मिश्र, कांग्रेस
1977: श्यामनंदन मिश्र, जनता पार्टी
1980: कृष्णा शाही, कांग्रेस
1984: कृष्णा शाही, कांग्रेस
1989: ललित विजय सिंह, जनता दल
1991: कृष्णा शाही, कांग्रेस
1996: रमेंद्र कुमार, सीपीआई
1998: राजो सिंह, कांग्रेस
1999: राजो सिंह, कांग्रेस
2004: राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जदयू
2009: मोनाजिर हसन, जदयू
2014: भोला सिंह, भाजपा
2019: गिरिराज सिंह, भाजपा

लोकसभा चुनाव 2019 में कैसा रहा था परिणाम
लोकसभा चुनाव 2019 में बेगूसराय सीट से बीजेपी उम्मीदावर गिरिराज सिंह ने सीपीआई नेता कन्हैया कुमार (अब कांग्रेस नेता) को हराया था. गिरिराज सिंह को 692,193 लाख वोट मिले थे. कन्हैया कुमार को 269,976 वोटों से संतोष करना पड़ा था.राजद के तनवीर हसन 198233 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे. गिरिराज सिंह को 56.48 फीसदी वोट मिले थे. गिरिराज सिंह की जीत के बाद से इस क्षेत्र में बीजेपी का दबदबा और बढ़ गया. अभी महागठबंधन में शामिल आरजेडी और सीपीआई 2019 में अलग-अलग लड़ी थी. 

बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र में कुल इतनी हैं विधानसभी सीटें
बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र के अंदर कुल 7 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें बेगूसराय, चेरिया बरियारपुर, बछवाड़ा, तेघड़ा, मटिहानी, साहेबपुर कमाल और बखरी विधानसभा सीटें शामिल हैं. इनमें से बीजेपी, सीपीआई और राजद के पास 2-2 सीटें हैं तो वहीं एक सीट पर जेडीयू का कब्जा है. 

क्या है जातीय समीकरण 
बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र के जातीय समीकरण की बात करें तो इस क्षेत्र में भूमिहार जाति का बाहुल्य है. भूमिहारों के गढ़ माने जाने वाले इस लोकसभा सीट पर 2009 को छोड़ कर हर बार भूमिहार जाति के लोगों का ही कब्जा रहा है. यहां पर 5 लाख से अधिक भूमिहार मतदाता हैं. मतदाताओं की संख्या 2.5 लाख से अधिक है. कुर्मी और कुशवाहा वोटरों की संख्या दो लाख से अधिक है. यादव मतदाता डेढ़ लाख के करीब हैं. इसके अलावा राजपूत व कायस्थ  की संख्या भी अच्छी-खासी है. दलित वोट भी चुनाव के दृष्टिकोण से बहुत अहम हैं.

 

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