Dumka Lok Sabha Seat: शिबू सोरेन का रहा दबदबा, 2024 में JMM के नलिन सोरेन चुने गए सांसद, जानें दुमका लोकसभा सीट का समीकरण और इतिहास

Jharkhand Lok Sabha Election 2024: दुमका लोकसभा सीट (Dumka Lok Sabha Seat) से शिबू सोरेन (Shibu Soren) को 8 बार जीत मिली है. साल 2024 आम चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नलिन सोरेन (Nalin Soren) ने शिबू सोरेन की बहू और बीजेपी उम्मीदवार सीता सोरेन (Sita Soren) को हराया है.

Dumka Lok Sabha Seat
शशिकांत सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 29 मई 2024,
  • अपडेटेड 1:18 PM IST

दुमका लोकसभा सीट झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से एक है. शिबू सोरेन की कर्मस्थली इस सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का दबदबा रहा है. इस सीट से शिबू सोरेन 8 बार सांसद चुने गए हैं. दुमका से कांग्रेस को 5 बार और बीजेपी को 3 बार जीत मिली है. साल 2024 आम चुनाव में जेएमएम के नलिन सोरेन सांसद चुने गए हैं. चलिए आपको इस सीट का समीकरण और इतिहास बताते हैं.

साल 2024 में JMM को मिली जीत -

झारखंड की दुमका लोकसभा सीट से साल 2024 आम चुनाव में जेएमएम के नलिन सोरेन को जीत मिली. उन्होंने बीजेपी की सीता मुर्मू को 22 हजार 527 वोटों से हराया है. सीता सोरेन जेएमएम के संस्थापक शिबू सोरेन की बहू हैं. 

साल 2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार सुनील सोरेन ने जेएमएम उम्मीदवार शिबू सोरेन को 47 हजार वोटों से हराया था. बीजेपी उम्मीदवार को 4.84 लाख वोट मिले थे. जबकि जेएमएम उम्मीदवार को 4.37 लाख वोट हासिल हुए थे. इस सीट पर सीपीएम के उम्मीदवार सेनापति मुर्मू को 16 हजार वोट मिले थे.

दुमका सीट का इतिहास-
दुमका लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1952 आम चुनाव में वोटिंग हुई थी. उस चुनाव में कांग्रेस के पॉल जुझार सोरेन सांसद चुने गए थ. साल 1957 आम चुनाव में झारखंड पार्टी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. पार्टी के उम्मीदवार देबी सोरेन सांसद चुने गए थे. लेकिन साल 1962 आम चुनाव में कांग्रेस ने वापसी की और एससी बेसरा ने जीत हासिल की. इसके बाद बेसरा ने साल 1967 आम चुनाव और 1971 आम चुनाव में सांसद चुने गए. आपातकाल के बाद हुए साल 1977 आम चुनाव में जनता पार्टी के बटेश्वर हेम्ब्रम सांसद बने.

इस सीट पर पहली बार झारखंड मुक्ति मोर्चा को साल 1980 आम चुनाव में जीत मिली थी. इस सीट से शिबू सोरेन सांसद चुने गए थे. लेकिन साल 1984 आम चुनाव में कांग्रेस के पृथ्वी चंद किस्कू सांसद बने. लेकिन साल 1989 लोकसभा चुनाव में फिर से शिबू सोरेन सांसद चुने गए. इसके बाद शिबू सोरेन साल 1991 और साल 1996 आम चुनाव में जीत हासिल की.

साल 1998 आम चुनाव में पहली बार इस सीट पर बीजेपी को जीत मिली थी. इस चुनाव में बीजेपी के बाबूलाल मरांडी सांसद चुने गए थे. उन्होंने साल 1999 चुनाव में भी जीत हासिल की थी.

साल 2002 उपचुनाव में शिबू सोरेन सांसद चुने गए. इसके बाद उन्होंने साल 2004, साल 2009 और साल 2014 आम चुनाव में जीत दर्ज की. लेकिन साल 2019 आम चुनाव में शिबू सोरेन को हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में बीजेपी के सुनील सोरेन सांसद चुने गए.

6 विधानसभा सीटों का गणित-
दुमका लोकसभा सीट के तहत 6 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें शिकारीपाड़ा, नाले, जामताड़ा, दुमका, जामा और सरत विधानसभा सीटें शामिल हैं. शिकारीपाड़ा सीट से जेएमएम के नलिन सोरेन और दुमका से बसंत सोरेन विधायक हैं. जबकि बीजेपी के पास सरत और जामा सीटें हैं. सरत से रणधीर कुमार सिंह और जामा से सीता सोरेन विधायक हैं. जामताड़ा से कांग्रेस के इरफान अंसारी विधायक हैं.

दुमका सीट का जातीय समीकरण-
दुमका लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित है. इस सीट पर 33.75 फीसदी अनुसूचित जनजाति के वोटर हैं. जबकि अनुसूचित जाति (SC) समुदाय के 8.19 फीसदी वोटर हैं. दुमका में 14.36 फीसदी मु्स्लिम मतदाता हैं.

ये भी पढ़ें:

 

Read more!

RECOMMENDED