Gonda Lok Sabha Seat: मनकापुर राजपरिवार का दबदबा, 9वीं बार मिली जीत... जानिए गोंडा लोकसभा सीट का जातीय समीकरण और इतिहास

Lok Sabha Election 2024: गोंडा लोकसभा सीट पर मनकापुर राजपरिवार का दबदबा रहा है. इस सीट पर राजपरिवार ने 9 बार जीत हासिल की है. आनंद सिंह को 4 बार जीत मिली है. जबकि उनके बेटे कीर्ति वर्धन सिंह ने भी 5 बार जीत दर्ज की है. कीर्ति वर्धन सिंह ने बीजेपी के टिकट पर साल 2014 और साल 2019 में जीत हासिल की थी.

Gonda Lok Sabha Seat
शशिकांत सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 10 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 3:25 PM IST

गोंडा लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश में है. यह सीट रामनगरी अयोध्या से सटी हुई है. इस सीट पर मनकापुर राजपरिवार का दबदबा रहा है. इस फैमिली आने वाले उम्मीदवारों ने गोंडा में 9 बार जीत दर्ज की है. अगर पार्टी के हिसाब से देखें तो इस सीट पर 8 बार कांग्रेस को जीत मिली है. जबकि बीजेपी के खाते में ये सीट 5 बार आई है. जबकि समाजवादी पार्टी को 2 बार जीत हासिल हुई है. बहुजन समाज पार्टी का इस सीट पर अब तक खाता नहीं खुला है.

मनकापुर राजपरिवार का दबदबा-
गोंडा लोकसभा सीट पर मनकापुर राजपरिवार का दबदबा रहा है. गोंडा में इस परिवार को 9वीं बार जीत मिली है. आनंद सिंह 4 बार सांसद चुने गए. जबकि आनंद सिंह के बेटे कीर्ति वर्धन सिंह 5वीं बार सांसद चुने गए हैं. इस बार कार्ति वर्धन सिंह ने जीत की हैट्रिक लगाई है.

कीर्ति वर्धन सिंह की हैट्रिक-
आम चुनाव 2024 में गोंडा लोकसभा सीट से एक बार फिर कीर्ति वर्धन सिंह को जीत मिली है. उन्होंने समाजवादी पार्टी के श्रेया वर्मा को 46 हजार से ज्यादा वोटों से हराया. कीर्ति वर्धन सिंह को 4.74 लाख वोट मिले. जबकि श्रेया वर्मा को 4.28 लाख वोट हासिल हुए.

साल 2019 आम चुनाव के नतीजे-
बीजेपी उम्मीदवार कीर्ति वर्धन सिंह और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह के बीच मुकाबला था. बीजेपी उम्मीदवार ने पंडित सिंह को एक लाख 66 हाजर 360 वोटों से हराया था. कीर्ति वर्धन सिंह को 5 लाख 8 हजार 190 वोट मिले थे, जबकि विनोद कुमार को 3 लाख 41 हजार 830 वोट हासिल हुए थे. कांग्रेस के कृष्णा पटेल को 25 हजार 686 वोट मिले थे.

गोंडा लोकसभा सीट का इतिहास-
गोंडा लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1957 में चुनाव हुए थे. उस चुनाव में कांग्रेस के दिनेश प्रताप सिंह ने जीत हासिल की थी. साल 1962 आम चुनाव में कांग्रेस के राम रतन गुप्ता सांसद चुने गए. साल 1964 उपचुनाव में स्वतंत्र पार्टी के नारायण दांडेकर सांसद चुने गए. लेकिन साल 1967 आम चुनाव में कांग्रेस के सुचेता कृपलानी सांसद चुनी गईं.

साल 1971 आम चुनाव में पहली बार मनकापुर राजपरिवार के आनंद सिंह सांसद चुने गए. लेकिन साल 1977 आम चुनाव में जनता पार्टी के सत्यदेव सिंह ने जीत हासिल की. साल 1980 आम चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर आनंद सिंह सांसद चुने गए. इसके बाद साल 1984 और साल 1989 आम चुनाव में भी आनंद सिंह ही सांसद बने.

साल 1991 आम चुनाव में बीजेपी के बृजभूषण शरण सिंह ने आनंद सिंह को हरा दिया. लेकिन साल 1996 आम चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह की पत्नी केतकी देवी सिंह बीजेपी की टिकट पर सांसद चुनी गईं.

साल 1998 आम चुनाव में समाजवादी पार्टी ने कीर्ति वर्धन सिंह को टिकट दिया. उन्होंने जीत हासिल की. साल 1999 आम चुनाव में बीजेपी के टिकट पर बृजभूषण सिंह सांसद चुने गए. साल 2004 आम चुनाव में समाजवादी पार्टी के कीर्ति वर्धन सिंह ने जीत दर्ज की.

कई सालों के बाद साल 2009 आम चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली. कांग्रेस के बेनी प्रसाद वर्मा सांसद चुने गए. साल 2014 आम चुनाव से लगातार बीजेपी को जीत मिल रही है. कीर्ति वर्धन सिंह साल 2014 और साल 2019 आम चुनाव में जीत दर्ज की थी.

5 विधानसभा सीटों का गणित-
गोंडा लोकसभा सीटों के तहत 5 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें उतरौला, मेहनौन, गोंडा, मनकापुर और गौर शामिल है. साल 2022 विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. उतरौला से राम प्रताप वर्मा, मेहनौन से विनय द्विवेदी, गोंडा से प्रतीक भूषण सिंह, मनकापुर से रमापित शास्त्री और गौर प्रभात कुमार वर्मा विधायक चुने गए हैं.

गोंडा लोकसभा सीट का जातीय समीकरण-
गोंडा लोकसभा सीट पर ब्राह्मण और राजपूत वोटर्स की बहुलता है. इसके अलावा मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी अधिक है. इस सीट पर 21 फीसदी ब्राह्मण वोटर हैं, जबकि राजपूत वोटर्स की संख्या 16 फीसदी है. इस सीट पर मुस्लिम वोटर्स की संख्या 23 फीसदी है. गोंडा लोकसभा सीट पर ओबीसी 16 फीसदी और दलित 11 फीसदी हैं.

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