हिसार लोकसभा सीट हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से एक है. हिसार सीट पर अबतक सबसे ज्यादा बार जीत कांग्रेस पार्टी को मिली है. कांग्रेस के उम्मीदवारों को यहां 8 बार जीत मिली है. जबकि बीजेपी को सिर्फ एक बार जीत नसीब हुई है. चलिए आपको हिसार लोकसभा सीट (Hisar Lok Sabha Seat) का समीकरण और इतिहास बताते हैं.
कांग्रेस के जयप्रकाश चुने गए सांसद-
आम चुनाव 2024 में हिसार लोकसभा सीट से कांग्रेस के जयप्रकाश सांसद चुने गए हैं. उन्होंने बीजेपी के रंजीत सिंह को 63 हजार 381 वोटों से हराया है. कांग्रेस उम्मीदवार को 5.70 लाख वोट मिले, जबकि बीजेपी उम्मीदवार को 5.07 लाख वोट हासिल हुए. इस सीट पर आईएनएलडी की सुनैना चौटाला को 22 हजार 303 वोट मिले.
साल 2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 लोकसभा चुनाव बीजेपी उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह ने जेजेपी उम्मीदवार दुष्यंत चौटाला को 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया था. बृजेंद्र सिंह को 6 लाख 3 हजार 289 वोट मिले थे, जबकि दुष्यंत चौटाला को 2 लाख 89 हजार 221 वोट हासिल हुए थे.
इस सीट पर कांग्रेस के भव्य बिश्नोई एक लाख 84 हजार 369 वोट मिले थे. आईएनएलडी ने सुरेश कोथ को उम्मीदवार बनाया था. जिनको सिर्फ 9 हजार 761 वोट मिले थे. बीएसपी उम्मीदवार सुरेंद्र शर्मा को 45 हजार 190 वोट हासिल हुए थे.
हिसार सीट का इतिहास-
हिसार लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1952 आम चुनाव में वोट डाले गए थे. जिसमें कांग्रेस के लाला अचिंत राम सांसद चुने गए थे. साल 1957 आम चुनाव में कांग्रेस के ठाकुर दास भार्गव को जीत मिली थी. लेकिन साल 1962 आम चुनाव में ये सीट कांग्रेस के हाथ से निकल गई. संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार मनीराम बागरी को जीत मिली थी.
साल 1967 आम चुनाव में कांग्रेस ने फिर से वापसी की और राम कृष्ण गुप्ता सांसद चुने गए थे. साल 1971 चुनाव में कांग्रेस के मनीराम गोदारा ने जीत हासिल की थी. साल 1977 में आपातकाल के बाद हुए आम चुनाव में जनता पार्टी के इंदर सिंह श्योकंद सांसद चुने गए थे. साल 1980 आम चुनाव में जनता पार्टी (सेक्युलर) के मनीराम बागरी सांसद चुने गए.
साल 1984 आम चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चौधरी बीरेंद्र सिंह सांसद चुने गए. लेकिन 1989 लोकसभा चुनाव में जनता दल के जय प्रकाश ने जीत दर्ज की. साल 1991 चुनाव में कांग्रेस के नारायण सिंह विजयी हुए. साल 1996 आम चुनाव में हरियाणा विकास पार्टी के जय प्रकाश सांसद चुने गए. साल 1998 आम चुनाव में पहली बार इंडियन नेशनल लोकदल सुरेंद्र सिंह बरवाला विजयी हुए थे. सुरेंद्र सिंह ने साल 1999 आम चुनाव में भी जीत दर्ज की थी.
साल 2004 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के जय प्रकाश सांसद बने थे. लेकिन साल 2009 आम चुनाव में हरियाणा जनहित कांग्रेस भजन लाल ने जीत हासिल की थी. साल 2014 आम चुनाव में इंडियन नेशनल लोकदल के दुष्यंत चौटाला सांसद चुने गए थे. साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी के बृजेंद्र सिंह ने जीत मिली थी.
9 विधानसभा सीटों का गणित-
हिसार लोकसभा सीट के तहत 9 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें उचाना कलां, आदमपुर, उकलाना, नारनौंद, हांसी, बरवाला, हिसार, नलवा और बवानी खेड़ा है. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीट और जेजेपी को 4 सीटों पर जीत मिली है. बीजेपी ने आदमपुर, हांसी, हिसार, नलवा और बवानी खेड़ा में जीत दर्ज की है. जबकि उचाना कलां, उकलाना, नारनौंद और बरवाला विधानसभा सीट पर जेजेपी के विधायक हैं.
हिसार सीट का जातीय समीकरण-
इस सीट के तहत भिवानी, जींद और हिसार जिले की विधानसभा सीटें आती हैं. हिसार लोकसभा क्षेत्र में करीब 18 लाख वोटर हैं. इसमें से 46 फीसदी महिलाएं हैं. इस सीट पर मुसलमानों की संख्या सिर्फ 1.27 फीसदी है. जबकि 22.89 फीसदी दलित वोटर हैं. इस सीट पर जाट समुदाय का दबदबा है. इस सीट पर सभी बड़े दलों ने जाट उम्मीदवार दिए हैं.
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