Kanpur Lok Sabha Seat: बीजेपी को मिली लगातार तीसरी बार मिली जीत.. क्या है कानपुर लोकसभा सीट जातीय समीकरण, जानें

UP Lok Sabha Election 2024: कानपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल और बीजेपी लीडर जगत वीर सिंह द्रोण 3-3 बार सांसद चुने गए हैं. अगर पार्टी की बात करें तो कांग्रेस और बीजेपी को 6-6 बार जीत मिली है. इस बार बीजेपी को लगातार तीसरी बार जीत मिली है.

Kanpur Lok Sabha Seat
शशिकांत सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2024,
  • अपडेटेड 3:27 PM IST

कानपुर लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश में है. इस सीट पर कांग्रेस को 6 बार और बीजेपी को 6 बार जीत मिली है. साल 2014 आम चुनाव से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. इस लोकसभा क्षेत्र से श्रीप्रकाश जायसवाल और मुरली मनोहर जोशी भी सांसद रहे हैं. कानपुर लोकसभा सीट पर सवर्ण और मुस्लिम वोटर्स की बहुलता है.

बीजेपी की लगातार तीसरी बार जीत-
आम चुनाव 2024 में कानपुर लोकसभा सीट से बीजेपी को जीत मिली है. बीजेपी उम्मीदवार रमेश अवस्थी ने कांग्रेस उम्मीदवार आलोक मिश्रा को 20 हजार 968 वोटों से हराया है. रमेश अवस्थी को 4.43 लाख और आलोक मिश्रा को 4.22 लाख वोट मिले. इस जीत पर साल 2014 से लगातार बीजेपी को जीत मिल रही है.

2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 आम चुनाव में बीजेप उम्मीदवार सत्यदेव पचौरी ने कांग्रेस उम्मीदवार श्रीप्रकाश जायसवाल को हराया था. बीजेपी उम्मीदवार ने एक लाख 55 हजार वोटों से जीत हासिल की थी. बीजेपी उम्मीदवार सत्यदेव पचौरी को 4 लाख 68 हजार 937 वोट मिले थे, जबकि श्रीप्रकाश जायसवाल को 3 लाख 13 हजार तीन वोट हासिल हुए थे. इस सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार राम कुमार को 48 हजार 275 वोट मिले थे.

श्रीप्रकाश और जगत वीर का रहा गढ़-
इस सीट पर बीजेपी के जगत वीर सिंह द्रोण और कांग्रेस के नेता श्रीप्रकाश जायसवाल ने 3-3 बार जीत दर्ज की है. जगत वीर सिंह द्रोण साल 1991, साल 1996 और साल 1998 में बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने गए थे. जबकि कांग्रेस के टिकट पर श्रीप्रकाश जायसवाल को साल 1999, साल 2004 और साल 2009 में जीत हासिल की.

कानपुर लोकसभा सीट का इतिहास-
कानपुर लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1952 में वोटिंग हुई थी. उस चुनाव में 3 सांसद चुने गए थे. इसमें कांग्रेस के हरिहर नाथ शास्त्री और शिव नारायण टंडन के अलावा प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के राजा राम शास्त्री शामिल थे. साल 1957 आम चुनाव में इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की. निर्दलीय उम्मीदवार एसएम बनर्जी ने साल 1957, साल 1962, साल 1967 और साल 1971 आम चुनाव में जीत हासिल की.

साल 1977 आम चुनाव में जनता पार्टी के मनोहर लाल सांसद चुने गए. साल 1980 आम चुनाव में आरिफ मोहम्मद खान ने जीत दर्ज की. साल 1984 आम चुनाव में कांग्रेस के नरेश चंद्र चतुर्वेदी और साल 1989 चुनाव में सीपीएम की सुभाषिनी अली सांसद चुनी गईं. साल 1991 से साल 1998 तक बीजेपी के जगत वीर सिंह द्रोण और साल 1999 से 2009 आम चुनाव तक कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल ने जीत दर्ज की. साल 2014 आम चुनाव में बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी सांसद बने. जबकि साल 2019 लोकसभा चुनाव में सत्यदेव पचौरी सांसद चुने गए.

5 विधानसभा सीटों का गणित-
कानपुर लोकसभा सीट के तहत 5 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें गोविंदनगर, आर्यनगर, सीसीमऊ, किदवई नगर और कानपुर कैंट सीटें शामिल हैं. विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी को 3 सीटों और बीजेपी को 2 सीटों पर जीत मिली है. बीजेपी ने गोविंद नगर और किदवई नगर में जीत मिली है. जबकि अखिलेश यादव की पार्टी को सीसामऊ, आर्य नगर और कानपुर कैंट में जीत मिली है. गोविंद नगर से सुरेंद्र मैथानी, सीसामऊ से इरफान सोलंकी, आर्य नगर से अमिताभ बाजपेयी, किदवई नगर से महेश त्रिवेदी और कानपुर कैंट से मोहम्मद हसन विधायक हैं.

कानपुर सीट का जातीय समीकरण-
कानपुर लोकसभा सीट पर सवर्ण वोटर्स का दबदबा है. इनकी संख्या सबसे ज्यादा 5 लाख है. जबकि इस सीट पर 3 लाख वोटर- और अल्पसंख्यक वोटर्स की संख्या 4 लाख है. कानपुर में अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या पौने 4 लाख है.

ये भी पढ़ें:

Read more!

RECOMMENDED