Lucknow Lok Sabha Seat: 40 साल पहले कांग्रेस को मिली थी जीत, 5 बार सांसद रहे अटल बिहारी वाजपेयी... जानें लखनऊ लोकसभा सीट का समीकरण और इतिहास

UP Lok Sabha Election 2024: लखनऊ लोकसभा सीट पर बीजेपी को लगातार 8 बार से जीत मिल रही है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 5 बार सांसद रहे. जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीसरी बार जीत हासिल की है. इस सीट पर कांग्रेस को 40 साल पहले साल 1984 में आखिरी बार जीत मिली थी.

Lucknow Lok Sabha Seat
शशिकांत सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2024,
  • अपडेटेड 3:31 PM IST

लखनऊ लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश में है. इस सीट पर पिछले 33 साल से बीजेपी का कब्जा है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 5 बार इस सीट से सांसद चुने गए. इस सीट पर कांग्रेस को 40 दिन पहले आखिरी बार जीत मिली थी. साल 2014 से इस सीट पर बीजेपी के राजनाथ सिंह सांसद हैं. लखनऊ लोकसभा सीट पर राजपूत-ब्राह्मण और मुस्लिम वोटर्स का दबदबा है.

लखनऊ में राजनाथ सिंह की जीत की हैट्रिक-
आम चुनाव 2024 में लखनऊ लोकसभा सीट से दिग्गज लीडर राजनाथ सिंह ने जीत की हैट्रिक लगाई है. उन्होंने इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) की तरफ से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रविदास मेहरोत्रा को 1.35 लाख वोटों से हराया है. राजनाथ सिंह को 6.12 लाख और रविदास को 4.77 लाख वोट मिले हैं.

साल 2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार राजनाथ सिंह ने समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार पूनम सिन्हा को 3 लाख 47 हजार 302 वोटों से हराया था. राजनाथ सिंह को 6 लाख 33 हाजर 26 वोट मिले थे. जबकि पूनम सिन्हा को 2 लाख 85 हजार 724 वोट मिले थे. इस सीट पर कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को उम्मीदवार बनाया था. प्रमोद कृष्णम को एक लाख 80 हजार 11 वोट मिले थे.

5 बार सांसद चुने गए थे वाजपेयी-
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लखनऊ लोकसभआ सीट से 5 बार सांसद चुने गए. उन्होंने पहली बार साल 1991 में इस सीट पर जीत दर्ज की. उसके बाद लगातार 5 बार सांसद बने. अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 1991 के बाद साल 1996, साल 1998, साल 1999 और साल 2004 आम चुनाव में जीत हासिल की. इसके बाद साल 2009 आम चुनाव में इस सीट से बीजेपी के लालजी टंडन सांसद चुने गए. साल 2014 और साल 2019 आम चुनाव में राजनाथ सिंह ने जीत हासिल की.

लखनऊ लोकसभा सीट का इतिहास-
लखनऊ लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1952 आम चुनाव में वोट डाले गए थे. इस सीट से कांग्रेस की विजय लक्ष्मी पंडित सांसद चुनी गई थीं. साल 1957 आम चुनाव में कांग्रेस के पुलिन बिहारी बनर्जी ने जीत हासिल की. साल 1962 आम चुनाव में कांग्रेस ने फिर से जीत दर्ज की. इस बार बीके धवन सांसद चुने गए.

साल 1967 आम चुनाव में इस सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की. आनंद नारायण शुक्ला सांसद चुने गए. ये इकलौते सांसद थे, जो इस सीट पर निर्दलीय जीत हासिल की है. साल 1971 आम चुनाव में कांग्रेस ने फिर वापसी की और शीला कौल सांसद चुनी गईं.

आपातकाल के बाद हुए 1977 आम चुनाव में जनता पार्टी के हेमवती नंदन बहुगुणा सांसद चुने गए. लेकिन साल 1980 आम चुनाव में कांग्रेस की शीला कौल सांसद चुनी गईं. जिन्होंने साल 1984 आम चुनाव में भी जीत दर्ज की. साल 1989 आम चुनाव में जनता दल के टिकट पर मांधाता सिंह ने जीत दर्ज की.

साल 1991 के बाद से लगातार अब तक इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की है. 5 बार अटल बिहारी वाजपेयी सांसद चुने गए. राजनाथ सिंह 2 बार सांसद चुने गए.

5 विधानसभा सीटों का गणित-
लखनऊ लोकसभा सीट के तहत 5 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें लखनऊ पश्चिम, लखनऊ उत्तर, लखनऊ पूर्व, लखनऊ सेंट्रल और लखनऊ कैंट शामिल है. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी ने 3 सीटों और समाजवादी पार्टी ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की है. लखनऊ पश्चिम से समाजवादी पार्टी के अरमान खान और लखनऊ सेंट्रल से समाजवादी पार्टी के रविदास मेहरोत्रा विधायक हैं. जबकि लखनऊ उत्तर से बीजेपी के कमलजीत और लखनऊ कैंट से ब्रजेश पाठक विधायक हैं.

लखनऊ लोकसभा सीट का जातीय समीकरण-
लखनऊ लोकसभा सीट पर राजपूत और ब्राह्मण वोटर्स का दबदबा है. इस सीट पर राजपूत और ब्राह्मण वोटर्स की संख्या 18 फीसदी है. जबकि 18 फीसदी वोटर मुस्लिम समुदाय से हैं. इस सीट पर 28 फीसदी ओबीसी और 18 फीसदी अनुसूचित जाति के वोटर हैं. 

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