लोकसभा चुनाव में हैट्रिक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-जान से जुटे हुए हैं. पीएम मोदी कहीं रोड शो तो कहीं रैली कर रहे हैं. पीएम मोदी ने इस बार BJP को 370 सीट मिलने का दावा किया है. NDA को 400 पार सीटों पर जीत दर्ज करने का लक्ष्य रखा है. पीएम मोदी शनिवार यानी 6 अप्रैल 2024 को सहारनपुर में रैली के दौरान इंडिया गठबंधन पर खूब गरजे तो वहीं गाजियाबाद में रोड शो कर पार्टी की ताकत दिखाई.
समर्थकों ने लगाए जय श्रीराम के नारे
चुनाव आयोग की ओर से लोकसभा चुनाव 2024 के ऐलान के बाद पीएम मोदी ने गाजियाबाद में पहला रोड शो किया. शाम में रोड शो मालीवाड़ा चौक से शुरू होकर चौधरी मोड़ पर खत्म हुआ.जिस कार पर पीएम मोदी सवार थे वो भगवा रंग में रंगी हुई थी. पीएम मोदी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, मौजूदा सांसद जनरल वीके सिंह और भाजपा उम्मीदवार अतुल गर्ग भी मौजूद रहे.
इस दौरान सड़क के दोनों ओर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. पीएम मोदी के वाहन पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया. समर्थकों ने जय श्रीराम के खूब नारे लगाए. इस दौरान पीएम मोदी सभी लोगों का अभिवादन किया. गाजियाबाद में दूसरे चरण में 26 अप्रैल 2024 को मतदान होगा. यहां भाजपा ने 2014 और 2019 में चुनाव जीत चुके केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह की जगह इस बार राज्य सरकार के पूर्व मंत्री अतुल गर्ग को उम्मीदवार बनाया है.
एक तीर से साधे कई निशाने
गाजियाबाद में रोड शो से पहले पीएम मोदी ने यूपी के ही सहारनपुर में एक रैली को संबंधित किया. सहारनपुर में पहले चरण में 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. यहां पर पीएम मोदी ने रैली कर एक तीर से कई निशाने साधे. उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा से सहारनपुर जिले की सीमाएं सीधे जुड़ी हैं. पीएम मोदी ने एक तरह से सहारनपुर में रैली कर इन प्रदेशों की जनता को भी साधने की कोशिश की. सहारनपुर से बीजेपी ने पूर्व सांसद राघव लखनपाल को मैदान में उतारा है.
इमरान मसूद सपा-कांग्रेस गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में हैं तो वहीं बसपा ने माजिद अली को अपना उम्मीदवार बनाया है. सहारनपुर के मंच से पीएम मोदी ने विपक्ष, कांग्रेस, सपा और इंडिया गठबंधन पर भी जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष में कोई भी जीत का दावा नहीं कर रहा है. विपक्ष जीत के लिए चुनाव नहीं लड़ रहा है. विपक्ष में सभी इसलिए चुनाव लड़ रहे हैं जिससे बीजेपी और एनडीए की सीटें कम कर सकें.
भाजपा के लिए राष्ट्र है प्रथम
पीएम मोदी ने कहा कि आज भाजपा का स्थापना दिवस है. बहुत कम दशकों में ही भाजपा के साथ रिकॉर्ड संख्या में हमारे देशवासी जुड़े हैं. भाजपा ने लोगों का भरोसा जीता है, भाजपा ने लोगों दिल जीता है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि भाजपा राजनीति नहीं, राष्ट्रनीति पर चलती है. भाजपा के लिए राष्ट्र प्रथम है, ये भाजपा के नारा नहीं बल्कि हमारे आर्टिकल ऑफ फेथ है. कांग्रेस की सरकारें जो कई दशकों में नहीं कर पाई, वो भाजपा ने 10 साल में करके दिखाया है. इसलिए ही पूरा देश कह रहा है 4 जून, 400 पार!.
सभी बोल रहे एक बार फिर मोदी सरकार
पीएम मोदी ने कहा कि 140 करोड़ देशवासियों के वोट की ताकत है कि दुनिया में हिंदुस्तान का डंका बज रहा है. हिंदुस्तान के हर कोने से एक की आवाज आ रही है. महिलाएं भी बोल रही हैं, बुजुर्ग भी बोल रहे हैं, गांव भी बोल रहा है, शहर भी बोल रहा है, एक ही बात कह रहा है फिर एक बार फिर मोदी सरकार.
राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर कसा तंज
पीएम मोदी ने सहारनपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि यूपी के दो लड़कों की फ्लॉप फिल्म फिर रिलीज हो गई है. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि काठ की इस हांडी को ये INDI गठबंधन वाले कितनी बार चढ़ाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि आज कांग्रेस की स्थिति विचित्र है, कांग्रेस को तो उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे. जिन सीटों को कांग्रेस अपना गढ़ मानती थी, वहां भी उसे उम्मीदवार उतारने की हिम्मत ही नहीं हो रही है. यानी इंडिया गठबंधन अस्थिरता और अनिश्चितता का दूसरा नाम बन चुका है. इसलिए देश आज उनकी एक भी बात को गंभीरता से नहीं ले रहा है.
कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग की छाप
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी की लड़ाई लड़ने वाली कांग्रेस तो दशकों पहले ही समाप्त हो चुकी है. अब जो कांग्रेस बची है, उसके पास न देश हित में नीतियां हैं और न ही राष्ट्र निर्माण का विजन. कल कांग्रेस ने जिस तरह का घोषणा पत्र जारी किया है, उससे साबित हो गया है कि आज की कांग्रेस, आज के भारत की आशाओं-आकांक्षाओं से पूरी तरह कट चुकी है.
कांग्रेस के घोषणा पत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी. कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है और इसका जो कुछ हिस्सा बचा रह गया, उसमें वामपंथी पूरी तरह हावी हो चुके हैं. कांग्रेस इसमें दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती है.