PM Modi in Varanasi: विकास से सियासत तक, राहुल से लेकर अखिलेश तक... वाराणसी में पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें जानिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को 14 हजार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी. इस दौरान पीएम मोदी ने इन परियोजनाओं के फायदे भी गिनाएं. प्रधानमंत्री ने इंडिया गठबंधन को निशाने पर भी लिया और कहा कि कांग्रेस के युवराज काशी के नौजवान, यूपी के नौजवानों को नशेड़ी कहते हैं.

PM Modi in Varanasi
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 23 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 5:11 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस लीडर राहुल गांधी और उनकी पार्टी कांग्रेस को जमकर निशाना पर लिया. प्रधानमंत्री ने वाराणसी में शुक्रवार को एक जनसभा को संबोधित किया और विपक्ष के गठबंधन पर जमकर प्रहार किया. पीएम मोदी ने इससे पहले करीब 14 हजार करोड़ रुपए की 23 परियोजनाओं का उद्घाटन और 13 परियोजनाओं का शिलान्यास किया.

पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस के युवराज का कहना है कि काशी के नौजवान, यूपी के नौजवान नशेड़ी हैं. जिनके अपने होश ठिकाने नहीं हैं, वो यूपी के, मेरी काशी के बच्चों को नशेड़ी कह रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में विकास का जिक्र किया. इसके साथ ही विरोधियों को निशाने पर भी लिया. चलिए आपको बताते हैं कि उन्होंने अपने भाषण में क्या-क्या कहा.

  • प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी को गाली देते-देते तो इन्होंने 2 दशक बिता दिए और अब ईश्वर रूपी जनता-जनार्दन पर, यूपी के नौजवानों पर ही ये लोग अपनी Frustration निकाल रहे हैं. अरे घोर परिवारवादियों, काशी का, यूपी का नौजवान तो विकसित यूपी बनाने में जुटा है, अपना समृद्ध भविष्य लिखने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा कर रहा है.
  • पीएम मोदी ने कहा कि आजकल तो इनके गुस्से का, इनकी बौखलाहट का एक और भी कारण है. इनको काशी और अयोध्या का नया स्वरूप बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा. ये अपने भाषणों में राम मंदिर को लेकर कैसी-कैसी बातें करते हैं. मैं ये नहीं जानता था कि कांग्रेस को प्रभु श्रीराम से इतनी नफरत है.
  • उन्होंने कहा कि ये अपने परिवार और वोटबैंक से बाहर देख नहीं सकते, सोच नहीं सकते. तभी तो हर चुनाव के दौरान साथ आते हैं और जब परिणाम 'निल बटे सन्नाटा' आता है तो ये एक-दूसरे को गाली देते हुए अलग हो जाते हैं. इस बार तो इनको जमानत बचाने के लिए ही बहुत संघर्ष करना पड़ेगा.
  • 6 दशक के परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण ने यूपी को विकास में पीछे रखा. पहले की सरकारों ने यूपी को बीमारू राज्य बनाया, यहां के नौजवानों से उनका भविष्य छीना.
  • प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान 'मोदी की गारंटी' की भी जिक्र किया और जनता से सभी सीटों पर बीजेपी को जीतने का अपील की. उन्होने कहा कि मोदी की गारंटी है, हर लाभार्थी को शत-प्रतिशत लाभ. मोदी लाभार्थियों के सैचुरेशन की गारंटी दे रहा है, तो यूपी ने भी सारी सीटें मोदी को देने का निर्णय किया है. यानी इस बार यूपी शत-प्रतिशत सीटें NDA के नाम करने वाला है.
  • पीएम मोदी ने कहा कि दो दिन पहले ही सरकार ने गन्ने के न्यूनतम मूल्य को बढ़ाकर 340 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है. आप वह समय भी याद कीजिए, जब गन्ने के भुगतान के लिए पहले की सरकार कितना मिन्नत करवाती थी. लेकिन अब किसानों के बकाये का भुगतान तो हो ही रहा है, फसलों के दाम भी बढ़ाए जा रहे हैं.
  • उन्होंने कहा कि ये बनास काशी संकुल रोजगार के भी हजारों नए अवसर बनाएगा. एक अनुमान है कि इस संकुल से पूरे इलाके में 3 लाख से ज्यादा किसानों की आय बढ़ेगी.
  • पीएम ने कहा कि काशी तो कचरे से कंचन बनाने के मामले में भी एक मॉडल के रूप में देश में सामने आ रही है. आज ऐसे एक और प्लांट का लोकार्पण यहां हुआ है. ये प्लांट प्रतिदिन शहर से निकलने वाले 600 टन कचरे को 200 टन चारकोल में बदलेगा.
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि बनास डेयरी प्लांट का शिलान्यास मैंने 2 वर्ष पहले किया था. तब मैंने वाराणसी सहित पूर्वांचल के तमाम पशुपालकों, गोपालकों को इस प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने की गारंटी दी थी. आज मोदी की गारंटी आपके सामने है. इसलिए तो लोग कहते हैं- मोदी की गारंटी यानी गारंटी पूरा होने की गारंटी.
  • पीएम मोदी ने कहा कि संवाद के दौरान बहनों ने मुझे ये भी बताया कि पहले जहां सामान्य गाय से 5 लीटर दूध मिलता था, अब गीर गाय 15 लीटर तक दूध देती है. एक गाय तो 20 लीटर तक दूध देती है. इससे इन बहनों को हर महीने हजारों रुपये की अतिरिक्त कमाई हो रही है. इसके कारण हमारी ये बहनें लखपति दीदी भी बन रही हैं.
  • पीएम ने कहा कि यहां आने से पहले मैं बनास डेयरी प्लांट में गया था. वहां मेरी अनेक पशुपालक बहनों से बातचीत भी हुई है. किसान परिवारों की इन बहनों को 2-3 साल पहले हमने स्वदेशी नस्ल की गीर गाय दी थीं.
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि मकसद ये था कि पूर्वांचल में बेहतर नस्ल की स्वदेशी गायों को लेकर जानकारी और बढ़े, किसान-पशुपालकों को फायदा हो. आज यहां गीर गायों की संख्या साढ़े तीन सौ के करीब तक पहुंच चुकी है.

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