West Bengal Lok Sabha Election Phase 7: आखिरी चरण में पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर वोटिंग, ममता के गढ़ में सेंध लगा पाएगी बीजेपी?, जानें किस सीट पर कैसा है मुकाबला

West Bengal Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के 7वें फेज में पश्चिम बंगाल की 9 लोकसभा सीटों पर वोटिंग एक जून को होगी. इस चरण में टीएमसी के दिग्गज लीडर सौगत रॉय, ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और सुदीप बंद्योपाध्याय की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. पिछले आम चुनाव में इन सभी सीटों पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने जीत हासिल की थी. इस इन सीटों पर बीजेपी और सीपीएम भी लड़ाई में हैं.

Lok Sabha Election 2024
शशिकांत सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 31 मई 2024,
  • अपडेटेड 7:28 AM IST

लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण यानी 7वें फेज की वोटिंग एक जून को होगी. इस फेज में पश्चिम बंगाल की 9 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस फेज में बारासात, बशीरहाट, डायमंड हार्बर, दमदम, जादवपुर, जयनगर, कोलकाता उत्तर, कोलकाता दक्षिण और मथुरापुर लोकसभा सीट शामिल है. साल 2019 आम चुनाव में इन सभी सीटों पर ममता बनर्जी की पार्टी TMC ने जीत हासिल की थी. चलिए आपको बताते हैं कि किस सीट पर किसके बीच मुकाबला है.

बारासात लोकसभा सीट-
बारासात लोकसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) का पिछले 15 सालों से कब्जा है. टीएमसी ने एक बार फिर इस सीट पर मौजूदा सांसद काकोली घोष दस्तीदार को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर बीजेपी ने स्वपन मजूमदार को मैदान में उतारा है. पिछले चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार ने बीजेपी उम्मीदवार डॉ. मृणाल कांति देबनाथ को 1.10 लाख से हराया था.

बशीरहाट लोकसभा सीट-
बशीरहाट पर साल 2009 से टीएमसी का कब्जा है. टीएमसी ने मौजूदा सांसद नुसरत जहां का टिकट काट दिया है. पार्टी ने उनकी जगह हाजी नूरुल इस्लाम को मैदान में उतारा है. जबकि बीजेपी ने रेखा पात्रा को उम्मीदवार बनाया है. पिछले चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार नुसरत जहां ने बीजेपी उम्मीदवार सायंतन बसु को 3.5 लाख वोटों से हराया था. संदेशखाली विधानसभा सीट इसी लोकसभा सीट के तहत आता है, जहां महिलाओं पर उत्पीड़न का आरोप लगा था.

डायमंड हार्बर लोकसभा सीट-
इस सीट पर टीएमसी ने मौजूदा सांसद अभिषेक बनर्जी को उम्मीदवार बनाया है. अभिषेक बनर्जी पिछले 10 साल से सांसद हैं. इस सीट पर बीजेपी ने अभिजीत दास को मैदान में उतारा है और सीपीएम ने प्रतिकुर रहमान को उम्मीदवार बनाया है. पिछले चुनाव में अभिषेक बनर्जी ने 3.20 लाख वोटों से हराया था. इस सीट पर AIMIM ने मोहम्मद रबीबुल शेख को उतारा है.

दमदम लोकसभा सीट-
इस सीट पर टीएमसी का साल 2009 से कब्जा है. सौगत रॉय पिछले 15 साल से सांसद हैं. एक बार फिर पार्टी ने सौगत रॉय पर भरोसा जताया है. इस सीट पर बीजेपी ने शीलभद्र दत्ता को उम्मीदवार बनाया है. जबकि सीपीएम ने सुजन चक्रवर्ती को मैदान में उतारा है. पिछले चुनाव में सौगत रॉय ने 53 हजार वोटों से जीत हासिल की थी.

जादवपुर लोकसभा सीट-
जादवपुर लोकसभा सीट से टीएमसी ने इस बार मौजूदा सांसद मिमी चक्रवर्ती का टिकट काट दिया है. इस बार पार्टी ने सायोनी घोष को मैदान में उतारा है. इस सीट पर टीएमसी का पिछले 15 सालों से कब्जा है. बीजेपी ने अर्निबान गांगुली को उम्मीदवार बनाया है. सीपीएम ने इस सीट पर श्रीजन भट्टाचार्य को मैदान में उतारा है. पिछले चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार ने बीजेपी उम्मीदवार अनुपम हाजरा को 2.95 लाख वोटों से हराया था.

जयनगर लोकसभा सीट-
जयनगर लोकसभा सीट पर पिछले 10 साल से टीएमसी का कब्जा है. ममता बनर्जी की पार्टी की उम्मीदवार प्रतिमा मंडल के पास जीत की हैट्रिक लगाने का मौका है. बीजेपी ने इस सीट से अशोक कंडारी को मैदान में उतारा है. इस सीट पर आईएसएफ ने मेघनाथ हल्दर को उम्मीदवार बनाया है. पिछले चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार ने 3.16 लाख वोटों से जीत हासिल की थी.

कोलकाता उत्तर लोकसभा सीट-
कोलकाता उत्तर लोकसभा सीट पर पिछले 15 साल से टीएमसी का दबदबा है. साल 2009 से इस सीट पर सुदीप बंद्योपाध्याय सांसद हैं. एक बार फिर टीएमसी ने सुदीप पर भरोसा जताया है. जबकि बीजेपी ने इस सीट से तापस रॉय को मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने इस सीट से प्रदीप भट्टाचार्य को उतारा है. पिछले आम चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार ने बीजेपी के राहुल विश्वजीत सिन्हा को 1.27 लाख वोटों से हराया था.

कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट-
कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट पर 25 साल से टीएमसी का कब्जा है. टीएमसी ने मौजूदा सांसद माला रॉय को फिर से मैदान में उतारा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस लोकसभा सीट से 6 बार सांसद चुनी गई हैं. बीजेपी ने इस सीट से देबाश्री चौधरी को मैदान में उतारा है. जबकि सीपीएम ने सायरा शाह हलीम को उम्मीदवार बनाया है. पिछले चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार ने 1.2 लाख वोटों से हराया था.

मथुरापुर लोकसभा सीट-
मथुरापुर लोकसभा सीट पर पिछले 15 साल से टीएमसी के उम्मीदवारों को जीत मिल रही है. इस बार टीएमसी ने मौजूदा सांसद चौधरी मोहन जटुआ का टिकट काट दिया है. उनकी जगह पार्टी ने बापी हलदर को उम्मीदवार बनाया है. चौधरी मोहन जटुआ साल 2009 आम चुनाव से लगातार जीत हासिल कर रहे हैं. बीजेपी ने इस सीट पर अशोक पुकैत को उम्मीदवार बनाया है तो सीपीएम ने डॉ. शरत चंद्र हलदर को मैदान में उतारा है. पिछले चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार ने बीजेपी उम्मीदवार को 2 लाख से अधिक वोटों से हराया था.

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