कांग्रेस विधानसभा चुनाव के बाद अपने संगठन और कैडर को मजबूत करने में जुट गई है. जिसको लेकर कांग्रेस की महासचिव ने ठीक एग्जिट पोल के बाद महिला दिवस पर हजारों की तादाद में लोगों के साथ पैदल मार्च निकाला और संदेश दिया की कांग्रेस की लड़ाई सिर्फ विधानसभा चुनाव तक सीमित नहीं है, उसकी लड़ाई लंबी है. कांग्रेस अपने कैडर को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है. विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 40 प्रतिशत टिकट देकर कांग्रेस ने विधानसभा में महिलाओं को साधने की कोशिश की है. हालांकि महिला वोट में कितना तब्दील हो पाएगा ये तो विधानसभा का रिजल्ट आने के बाद ही पता चलेगा.
2024 की तैयारी कर रही है कांग्रेस!
कांग्रेस ने अपने संगठन को मजबूत कर 2024 की लड़ाई शुरू कर दी है, जिसमें महिलाएं और युवा लोगों को पार्टी में जगह दी है. कांग्रेस 2024 में महिलाएं और यूथ के सहारे चुनाव लड़ना चाहती है. कांग्रेस संगठन को 2024 के लिए तैयार कर रही है. इस बार के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने ना तो किसी पार्टी के साथ गठबंधन किया और ना ही किसी को समर्थन दिया. पूरी 403 सीटों पर कांग्रेस विधानसभा चुनाव में अकेले ही लड़ रही है.
इस चुनाव में कांग्रेस ने खेला वुमन कार्ड
कांग्रेस ने इस दौरान अपने कई पुराने नेता खो दिए है. आर. पी. एन सिंह, जितिन प्रसाद के अलावा कई पुराने दिग्गजों ने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है. लड़की हूं लड़ सकती हूं नारे के साथ कांग्रेस अब अपनी तैयारी अगले विधानसभा चुनाव के लिए कर रही है. जिसमें कांग्रेस ने कई नए चेहरे को कांग्रेस में जगह दी है. हस्तिनापुर मेरठ से अर्चना गौतम, रेप पीड़िता की मां आशा सिंह सहित अन्य महिलांए को टिकट देकर कांग्रेस ने महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया है.
क्या कांग्रेस मजबूत कर रही है संगठन
कांग्रेस की महासचिव हर मामले पर मोर्चा खोलते नजर आई हैं. हाथरस का मामला हो या लखीमपुर खीरी का मामला हो कांग्रेस ने हर जगह अपनी उपस्थिति दर्ज की है. कांग्रेस के प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने कहा कि, "कांग्रेस ने अपने संगठन को काफी मजबूत किया है. पूरे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने अपना संगठन मजबूत किया है. गांव-गांव तक घर-घर तक कांग्रेस के कार्यकर्ता और लोग है. कांग्रेस की महिलाओं में काफी जोश है. जिसे इस विधानसभा चुनाव में देखा जा सकता है. विधानसभा के साथ लोकसभा चुनाव भी कांग्रेस जीतने जा रही है. हम विधानसभा चुनाव के रिजल्ट नही देखते हैं बस जनता के मुद्दों के साथ खड़े रहते है."