UP Election 2022: यूपी में महिलाओं के वोट साधने का बीजेपी ने निकाला अनोखा उपाय, दूसरे राज्यों की महिलाएं मांग रहीं योगी के लिए वोट

प्रियंका गांधी ने चुनाव के शुरू में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा दिया तो बीजेपी भी तीन तलाक के फैसले को याद दिला रही है. पार्टियां महिलाओं के वोट पाने का दावा कर रही हैं. इस बीच बीजेपी ने महिला वोटरों तक पहुंचने  के लिए दूसरे राज्यों की महिला कार्यकर्ताओं को यूपी में चुनाव प्रचार के लिए उतारा है.

Female BJP workers campaigning for BJP in Uttar Pradesh
शिल्पी सेन
  • लखनऊ ,
  • 15 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 11:10 PM IST
  • महिलाओं से उनके अंदाज में बात
  • सबसे ज्यादा हैं गुजरात की महिलाएं
  • प्रचार में राम मंदिर निर्माण से लेकर तीन तलाक फैसले तक की बात 
  • हर विधानसभा क्षेत्र में मौजूदगी 

‘मैं नैना बेन जयमाड़ी आप लोगों के बीच ये कहने आई हूं कि आपको मोदी जी पर भरोसा है तो हमारे कैंडिडेट को मौका दें..’
‘नमस्ते! मैं आपकी बहन दीपिका रेड्डी ... आप योगी जी की सरकार में सुरक्षित हैं ! सपोर्ट कीजिए.’
ये वो महिलाएं हैं जो हैं तो दूसरे राज्य की लेकिन उत्तर प्रदेश में बीजेपी का प्रचार कर रही हैं. दरअसल इस बार बीजेपी ने यूपी में एक नया प्रयोग किया है. दूसरे राज्यों की महिला कार्यकर्ताओं को पार्टी ने यूपी में प्रवासी बनाया है. ये ऐसे समय में हुआ है जब महिलाओं को इस चुनाव के केंद्र में लाने की कोशिश और उनको साधने की क़वायद हर राजनीतिक दल कर रहा है. ये महिलाएं स्थानीय महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ घर-घर जाकर प्रत्याशियों का प्रचार कर रही हैं. इनमें आंध्र प्रदेश की डॉ दीपिका रेड्डी से लेकर गुजरात की नैना देवी तक शामिल हैं 

महिलाओं से उनके अंदाज में बात

प्रियंका गांधी ने चुनाव के शुरू में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा दिया तो बीजेपी भी तीन तलाक के फैसले को याद दिला रही है. पार्टियां महिलाओं के वोट पाने का दावा कर रही हैं. इस बीच बीजेपी ने महिला वोटरों तक पहुंचने  के लिए दूसरे राज्यों की महिला कार्यकर्ताओं को यूपी में चुनाव प्रचार के लिए उतारा है. ये महिलाएं जहां घर-घर जाकर महिलाओं से सम्पर्क कर रही हैं वहीं पार्टी महिलाओं को जोड़ने के लिए किटी पार्टी की तर्ज़ पर ‘कमल किटी क्लब’ जैसे आयोजन भी कर रही है.

Women BJP workers campaigning for BJP in UP

सबसे ज्यादा हैं गुजरात की महिलाएं 

सात चरणों के मतदान वाले यूपी में फिलहाल दो चरणों का मतदान हो चुका है. पार्टी का मानना है कि महिलाएं योगी सरकार और मोदी सरकार के फैसलों को पसंद कर रही हैं. बीजेपी ने इसी को आधार मानकर आगे के पांच चरणों में भी महिलाओं को जोड़ने के लिए अभियान चलाया है. इसके लिए पहली बार दूसरे राज्यों की महिला कार्यकर्ताओं को भी उत्तर प्रदेश में प्रचार का ज़िम्मा दिया गया है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली और गुजरात से महिला कार्यकर्ता और नेता यूपी में आ कर प्रचार कर रही हैं. इसमें सबसे बड़ी संख्या नरेंद्र मोदी-अमित शाह के गृह राज्य गुजरात की कार्यकर्ताओं की है.

प्रचार में राम मंदिर निर्माण से लेकर तीन तलाक फैसले तक की बात 

इन प्रवासी महिला कार्यकर्ताओं ने ख़ास तौर पर उत्तर प्रदेश की स्थिति और राजनीति के बारे में पूरी तैयारी की है, ये महिलाओं के बीच उनके भाषणों और उनकी बातचीत से ही स्पष्ट हो जाता है. आंध्र प्रदेश में पार्टी की कार्यसमिति सदस्य डॉ दीपिका रेड्डी कहती हैं योगी जी की सरकार में सब महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा मिल रही है. पहले की सरकार में ऐसा नहीं था. इसलिए महिलाएं साथ दें.’ वहीं गुजरात में अहमदाबाद से आयी नैना बेन महिलाओं के साथ बैठकों में कह रही हैं, ‘राम मंदिर का निर्माण हुआ. काशी में कोर्रिडोर बना.आप देखिए..’ गुजरात की पूर्व मंत्री डॉ निर्मला वाधवानी कहती हैं, ‘ योजनाओं का लाभ महिलाओं को सबसे ज़्यादा मिला है. कोई भी योजना हो... इसलिए आपका समर्थन चाहिए...’ 

हर विधानसभा क्षेत्र में मौजूदगी 

यूपी के अलग-अलग जिलों में प्रवासी महिला कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गयी है जिससे सभी जिलों में पार्टी का  प्रचार हो सके. हर विधानसभा में एक प्रवासी महिला कार्यकर्ता को लगाया गया है. कुछ जगह इनकी संख्या एक से ज़्यादा है. इनको स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग और जनसम्पर्क का काम दिया गया है. इस बात का ध्यान रखा गया है कि उनको वो क्षेत्र दिया जाए जिसमें उनकी मौजूदगी सबसे बेहतर काम कर सके. जैसे मध्यप्रदेश की कार्यकर्ताओं को बुंदेलखंड के जिलों में, दिल्ली की ऐसी कई कार्यकर्ताओं को पूर्वांचल में भेजा गया है जिनका परिवार पूर्वांचल से जाकर वहां बसा था. गुजरात की पूर्व मंत्री डॉ निर्मला वाधवानी कहती हैं ‘ मैं सिंधी हूं और मैं ख़ास तौर पर लखनऊ के सिंधी कॉलोनियों में प्रचार कर रही हूं.’ 


 

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