Gujarat Panchayat Aajtak: गुजरात में अपनी रणनीति पर की असदुद्दीन ओवैसी ने बात, EWS को बताया संविधान के ऊपर फ्रॉड

Gujarat Panchayat Aajtak: पंचायत आजतक के मंच पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कई मुद्दों पर बात की. इसमें EWS से लेकर यूनिफॉर्म सिविल कोड और गुजरात में अपनी रणनीति पर बात की. उन्होंने ईडब्लूएस पर विस्तार से बात करते हुए कहा कि सामाजिक और शैक्षणिक तौर पर पिछड़े लोगों को आरक्षण मिलना चाहिए.

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 15 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:30 PM IST
  • सामाजिक और शैक्षणिक तौर पर पिछड़े लोगों को मिले आरक्षण
  • भारत के संविधान की आत्मा के मुताबिक हो काम 

Gujarat Panchayat Aajtak: गुजरात चुनाव से पहले पंचायत आजतक के मंच पर अलग-अलग नेता और मंत्री आ रहे हैं. जहां देश के ज्वलंत मुद्दों पर बात चल रही है. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने किसको नफा किसको नुकसान सत्र में ईडब्लूएस और अल्पसंख्यकों के बारे में बात की. इस दौरान ओवैसी फैक्टर पर भी अलग से चर्चा की गई. गुजरात में चुनाव को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हम इस रणनीति पर काम कर रहे हैं कि गुजरात के लोगों का फायदा हो और बाकि सभी दूसरी पार्टियों का नुकसान हो. 

एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा, “गुजरात में लीडरशिप की जरूरत है. कांग्रेस की बहुत बुरी हालत है यहां. लोग उनपर भरोसा नहीं करते हैं. वहीं आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल 2013 के नरेंद्र मोदी बन गए हैं. वो ज्वलंत मुद्दों पर कुछ नहीं बोलते हैं. वो पूरी तरह से हिंदुत्व की आइडियोलॉजी को अपना चुके हैं. हम अपनी आवाज को गुजरात विधानसभा में ले जाएंगे.”  

सामाजिक और शैक्षणिक तौर पर पिछड़े लोगों को मिले आरक्षण

 ईडब्ल्यूएस के बारे में भी एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बात की. उनके मुताबिक रिजर्वेशन सोशल गैप की बुनियाद पर मिलना चाहिए. उन्होंने कहा, “मोदी जी की कैबिनेट में सबसे ज्यादा ऊची जाति वाले मंत्री हैं. भारत के 21 प्रतिशत ऊंची जाति के लोगों के पास 41 प्रतिशत दौलत है.  रिपोर्ट के मुताबिक भारत में केवल 1 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जो 8 लाख से ऊपर कमाते हैं. यानि सबके लिए ईडब्ल्यूएस हो जाएगा?” 

भारत के संविधान की आत्मा के मुताबिक हो काम 

 एआईएमआईएम प्रमुख आगे कहते हैं, “झगड़ा प्रतिनित्धित्व का है. पार्लियामेंट में बताया गया है कि सबसे कम कोटा एससी और ओबीसी का है. ऐसे में जो समुदाय सामाजिक और शैक्षणिक तौर पर पिछड़ी होगी उसे आरक्षण मिलना चाहिए. साथ ही उनके ऊपर रिपोर्ट भी होनी चाहिए. हम किसी के खिलाफ नहीं हैं. हम चाहते हैं कि भारत के संविधान की जो आत्मा है उसके मुताबिक काम होना चाहिए. आपने तो बाबा साहब अंबेडकर को धोखा दे दिया है. ये संविधान के ऊपर फ्रॉड है.”      


 

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