Himachal Election 2022: कोई 20 साल तो कोई 18 साल रहा सीएम, जानिए उन 6 नेताओं की कहानी, जिन्होंने संभाली हिमाचल प्रदेश की कमान

Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश में सिर्फ 6 नेता ही अब तक मुख्यमंत्री बन पाए हैं. सबसे ज्यादा वीरभद्र सिंह 5 बार सूबे के सीएम रहे हैं. उन्होंने 20 साल से ज्यादा वक्त तक प्रदेश की कमान संभाली है. जबकि हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री यशवंत सिंह परमार 18 साल तक सत्ता पर काबिज रहे. ठाकुर राम लाल और शांता कुमार ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने कभी अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया.

यशवंत सिंह परमार, वीरभद्र सिंह और प्रेम कुमार धूमल (फाइल फोटो)
शशिकांत सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 21 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 2:54 PM IST
  • वीरभद्र सिंह 20 साल से ज्यादा वक्त तक मुख्यमंत्री रहे
  • यशवंत सिंह परमार 18 साल तक सीएम रहे

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बज चुका है. सभी पार्टियां मैदान में डट गई हैं. चुनाव प्रचार जोरों पर है. पिछले 37 सालों से कोई भी पार्टी लगातार दो बार में सत्ता में नहीं आई है. जहां तक मुख्यमंत्रियों की बात है तो अब तक सिर्फ 6 नेता ही हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बन पाए हैं. इसी से लीडरशिप की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है. चलिए आपको बताते हैं कि जिन 6 नेताओं ने हिमाचल प्रदेश की कमान को संभाला है, उनका सियासी सफर क्या रहा है.

जयराम ठाकुर-
हिमाचल प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हैं. जयराम ठाकुर साल 2017 में मुख्यमंत्री बने थे. जयराम एक गरीब परिवार में पैदा हुए. उनकी पढ़ाई-लिखाई भी गांव से ही शुरू हुई. जयराम ने बीजेपी की छात्र इकाई एबीवीपी से सियासत की शुरुआत की. ठाकुर साल 1998 में पहली बार विधायक बने. इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा. ठाकुर 5 बार से विधायक हैं और फिलहाल हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं.

वीरभद्र सिंह-
वीरभद्र सिंह 5 बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं. वीरभद्र सिंह पहली बार 8 अप्रैल 1983 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. 8 मार्च 1985 को दोबारा वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री बने. वीरभद्र ने 5 साल का कार्यकाल पूरा किया और 5 मार्च 1990 तक सीएम रहे. इसके बाद वीरभद्र सिंह ने तीसरी बार 3 दिसंबर 1993 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और 24 मार्च 1998 तक इस पद पर रहे. इसके बाद बीजेपी सत्ता में आई. 6 मार्च 2003 को एक बार फिर वीरभद्र सिंह ने हिमाचल प्रदेश की कमान संभाली और 30 दिसंबर 2007 तक इस पद पर बने रहे. साल 2007 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया. लेकिन साल 2012 में फिर कांग्रेस सत्ता में आई और 25 दिसंबर 2012 को वीरभद्र सिंह एक बार फिर मुख्यमंत्री बने. इस बार वीरभद्र सिंह 26 दिसंबर 2017 तक इस पर बने रहे.

प्रेम कुमार धूमल-
प्रेम कुमार धूमल दो बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. धूमल पहली बार साल 1998 में मुख्यमंत्री बने. 24 मार्च धूमल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. 6 मार्च 2003 तक इस पर पर बने रहे. 2003 विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार हुई तो धूमल को सीएम पद छोड़ना पड़ा. लेकिन धूमल ने मेहनत नहीं छोड़ी. साल 2007 में जब विधानसभा चुनाव हुए. इसमें बीजेपी को 41 सीट और कांग्रेस को 23 सीटों पर जीत मिली. 30 दिसंबर 2007 को एक बार फिर प्रेम कुमार धूमल हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और 24 दिसंबर 2012 तक इस पद पर बने रहे. लेकिन 2012 विधानसभा चुनाव में हार के बाद धूमल को पद छोड़ना पड़ा.

शांता कुमार-
हिमाचल प्रदेश में पहली बार साल 1977 में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार बनी और प्रदेश की कमान शांता कुमार को सौंपी गई. शांता कुमार दो बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. लेकिन दोनों बार वो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. शांता कुमार ने 22 जून 1977 को पहली बार मुख्यमंत्री की शपथ ली. लेकिन वो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए और 14 फरवरी 1980 को पद से इस्तीफा देना पड़ा. साल 1990 में एक बार फिर शांता कुमार के पास मुख्यमंत्री बनने का मौका आया. 5 मार्च को उन्होंने सीएम पद की शपथ ली. लेकिन इस बार भी वो कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए. 15 दिसंबर 1992 को उनको पद से इस्तीफा देना पड़ा.

ठाकुर राम लाल-
ठाकुर राम लाल भी 3 बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. लेकिन उनका कार्यकाल काफी छोटा रहा. राम लाल पहली बार 28 जनवरी 1977 को मुख्यमंत्री बने. लेकिन उसी साल 30 अप्रैल को इस्तीफा देना पड़ा. साल 1980 में राम लाल के पास एक बार फिर सीएम बनने का मौका आया. 14 फरवरी 1980 को ठाकुर राम लाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस बार वो करीब 3 साल तक सीएम रहे. 7 अप्रैल 1983 को राम लाल को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. 8 अप्रैल को वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए गए.

यशवंत सिंह परमार-
यशवंत सिंह परमार हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे. उन्होंने 18 साल तक हिमाचल प्रदेश पर राज किया. 8 मार्च 1952 को यशवंत सिंह परमार ने पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और 31 अक्टूबर 1956 तक इस पद पर रहे. इसके बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लग गया. जब राष्ट्रपति शासन हटा तो 1 जुलाई 1963 को फिर डॉ. परमार हिमाचल प्रदेश के सीएम बने. इस बार डॉ. परमार 28 जनवरी 1977 तक इस पद पर बने रहे. डॉ. परमार ने ठाकुर राम लाल के लिए अपना पद छोड़ा. 

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