सितंबर 2022 में जब भुवनेश्वर के एक स्पेशल विजिलेंस न्यायाधीश ने कांग्रेस नेता मोहम्मद मोकीम को भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी पाकर तीन साल की सजा सुनाई थी तब ग्रैंड ओल्ड पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कि मुकीम की सीट पर किस नए चेहरे को उतारा जाए. मुकीम ओडिशा के बाराबाती-कटक विधानसभा क्षेत्र के विधायक थे. उनके बाद इस सीट पर नया नेता चुनना कांग्रेस के लिए मुश्किल हो सकता था. अगर सोफिया फिरदौस न होतीं. चार जून को सामने आए ओडिशा विधानसभा के नतीजों में सोफिया ने जीत हासिल कर कई मायनों में इतिहास रच दिया.
बनीं पहली मुस्लिम महिला विधायक
कांग्रेस की सोफिया फिरदौस ने ओडिशा के इतिहास में पहली मुस्लिम महिला विधायक बनकर इतिहास रच दिया. प्रबंधन और सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री लेने वाली 32 वर्षीय फिरदौस 4 जून को घोषित ओडिशा विधानसभा चुनाव परिणामों में बाराबती-कटक सीट पर विजयी हुईं. उन्होंने बाराबती-कटक सीट पर भाजपा के पूर्ण चंद्र महापात्र को 8,001 वोटों के अंतर से हराया, जहां बीजू जनता दल (बीजेडी) के प्रकाश चंद्र बेहरा तीसरे स्थान पर रहे.
सोफिया दरअसल पूर्व विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद मोकिम की बेटी हैं. भ्रष्टाचार के मामले में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य करार दे दिया गया. इसी के बाद कांग्रेस ने सोफिया को इस सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया.
IIM-B से कर चुकी हैं पढ़ाई
32 साल की सोफिया भुवनेश्वर में केआईआईटी विश्वविद्यालय के तहत कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी से बी.टेक सिविल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएट हैं. उन्होंने 2022 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट बैंगलोर (IIM-B) से एक एग्जिक्यूटिव जनरल मैनेजमेंट प्रोग्राम भी पूरा किया था.
अपने चुनावी पदार्पण से पहले सोफिया अपने पिता की मेट्रो बिल्डर्स कंपनी की निदेशक थीं. वह कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Credai) के भुवनेश्वर यूनिट से भी जुड़ी हुई हैं. चुनाव आयोग को सौंपे गए उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार, सोफिया फिरदौस पर कोई आपराधिक आरोप नहीं है. उनकी कुल संपत्ति लगभग 5 करोड़ रुपये है और उन पर लगभग 28 लाख रुपये की देनदारियां हैं.
पिता रह चुके हैं इसी सीट पर विधायक
2019 के विधानसभा चुनाव में सोफिया के पिता मोकिम ने बीजू जनता दल (BJD) के देबाशीष सामंतराय के खिलाफ बाराबती-कटक सीट 2,123 वोटों से जीती थी. सितंबर 2022 में, भुवनेश्वर में स्पेशल विजिलेंस न्यायाधीश ने भ्रष्टाचार के एक मामले में मोकिम को दोषी ठहराया और तीन साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई. उन पर 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया. उड़ीसा उच्च न्यायालय ने अप्रैल 2024 में निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा था.
2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 147 विधानसभा सीटों में से 78 जीतकर ओडिशा में सत्ता हासिल की. नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजेडी सरकार का 24 साल का शासनकाल इस तरह खत्म हो गया.