पूरे देश में लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections) की काउंटिंग जारी है. लेकिन इसके साथ ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव की काउंटिंग जारी है. शुरुआती रुझान में ओडिशा में बीजेपी (BJP) आगे चल रही है. वहीं आंध्र प्रदेश में NDA (भाजपा, TDP और जन सेना पार्टी) मौजूदा CM जगन मोहन रेड्डी की YSRCP से काफी आगे चल रही है. इन दोनों राज्यों के वोटर्स ने नई राज्य विधानसभाओं का चुनाव करने के लिए अपना वोट डाला है. शुरुआती रुझान आने के साथ, राजनीतिक परिदृश्य बदलता दिख रहा है, आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बढ़त हासिल हुई है.
सूत्रों के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने अपना इस्तीफा देने के लिए राज्यपाल से शाम 4 बजे का समय मांगा है. वाईएस जगन मोहन रेड्डी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे. जगन मोहन अपना इस्तीफा राज्यपाल एस अब्दुल नजीर को सौंपने वाले हैं. मुख्यमंत्री स्थिति का जायजा लेने के लिए आंतरिक बैठक कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू 9 जून को अमरावती में शपथ लेंगे.
बता दें, आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के जगन मोहन रेड्डी 2019 से सत्ता में हैं. इन्होंने पिछली बार 175 में से 151 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की थी. वहीं, ओडिशा की बात करें तो 24 साल से नवीन पटनायक लगातार मुख्यमंत्री बने हुए हैं.
आंध्र प्रदेश में बेहद करीबी मुकाबला
आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हो गई थी. 175 विधानसभा सीटों वाले राज्य में कांटे की टक्कर चल रही है. ECI के शुरुआती रुझानों के अनुसार, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है; आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में 106 सीटों पर आगे चल रही है. जन सेना पार्टी 15 सीटों पर आगे चल रही है, वाईएसआरसीपी 15 सीटों पर आगे चल रही है.
बता दें, आंध्र प्रदेश में चुनाव 13 मई को लोकसभा चुनाव के साथ ही हुए थे. मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व में वाईएसआरसीपी ने सभी 175 सीटों पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था. एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में टीडीपी ने 144 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इसके अलावा, लोकप्रिय अभिनेता पवन कल्याण के नेतृत्व वाली जन सेना पार्टी (JSP) ने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि भाजपा ने 10 सीटों पर चुनाव लड़ा था.
आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 2,387 उम्मीदवार मैदान में हैं. इन उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी, टीडीपी अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू और जन सेना प्रमुख पवन कल्याण शामिल हैं.
ओडिशा चुनाव में पार्टियों में कांटे की टक्कर
ओडिशा में, इस चुनाव का लक्ष्य राज्य की विधान सभा के लिए 147 सदस्यों का चुनाव करना है. राज्य में 13 मई से 1 जून तक चार चरणों में लोकसभा और विधानसभा दोनों के लिए एक साथ मतदान हुआ था. 147 विधानसभा सीटों के लिए 13 मई से 1 जून तक चार चरणों में मतदान हुआ था. भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, सबसे अधिक मतदान कटक में 67.96% हुआ, उसके बाद पुरी में 67.30% मतदान हुआ.
ओडिशा विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है, चुनाव आयोग के रुझानों में बीजेपी आगे निकल गई है. अब राज्य सरकार में बदलाव होने वाला है. ईसीआई के अनुसार, बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है; ओडिशा विधानसभा चुनाव में 76 सीटों पर आगे चल रही है. बीजेडी 53 सीटों पर आगे, कांग्रेस 12 सीटों पर आगे. ओडिशा विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 74 है.
लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे नवीन पटनायक इस बार फिर से अपना कार्यकाल चाह रहे हैं. नवीन पटनायक 24 साल से अधिक समय से इस पद पर हैं. इससे वह भारत में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्रियों में से एक बन गए हैं. नवीन पटनायक की पार्टी सभी 147 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.