अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के विधानसभा चुनावों (Arunachal Pradesh & Sikkim Assembly Elections) के नतीजे रविवार को घोषित हो गए. भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार दूसरी बार अरुणाचल में सरकार बनाई, जबकि सिक्किम में सिक्किम क्रांति मोर्चा (SKM) एक बार फिर सत्ता में लौट आई.
चुनाव आयोग (ECI) के आंकड़ों के अनुसार, एसकेएम ने सिक्किम की 32 में से 31 सीटों पर जीत हासिल की. जबकि उसकी विपक्षी पार्टी डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली.
बात करें अरुणाचल की तो यहां मतगणना की शुरुआत से पहले ही बीजेपी 10 सीटों पर निर्विरोध जीत चुकी थी. वोटों की गिनती पूरी होने तक बीजेपी 60 में से 46 सीटें जीतकर बहुमत हासिल कर चुकी थी. नैशनल पीपल्स पार्टी (NPEP) ने पांच सीटों पर जीत हासिल की. पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (PPA) को दो सीटें मिलीं, जबकि नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) और निर्दलीय उम्मीदवारों को तीन-तीन सीटों पर जीत मिली. कांग्रेस (INC) को एक सीट मिली.
अरुणाचल में शुरू हुआ बीजेपी का जश्न
बीजेपी को बहुमत मिलते ही अरुणाचल प्रदेश में पार्टी कार्यालय पर जश्न शुरू हो गया. कुछ ऐसा ही नजारा सिक्किम में एसकेएम कार्यकर्ताओं के बीच देखने को मिला.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल में बीजेपी की जीत के बाद राज्य के लोगों को अभिवादन किया. पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "शुक्रिया अरुणाचल प्रदेश! इस शानदार राज्य के लोगों ने विकास की राजनीति को स्पष्ट जनादेश दिया है. मैं भारतीय जनता पार्टी में विश्वास जताने के लिए यहां के लोगों का आभार व्यक्त करता हूं. हमारी पार्टी इस राज्य के विकास के लिए और ज्यादा ऊर्जा के साथ काम करेगी."
पीएम मोदी ने एसकेएम को भी सिक्किम में जीत हासिल करने के लिए बधाई दी. उन्होंने एसकेएम के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग को एक्स पर टैग करते हुए लिखा, "एसकेएम और मुख्यमंत्री पीएस तमांग को 2024 सिक्किम विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बधाई. मैं आने वाले समय में सिक्किम के विकास के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं."
गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था. सिक्किम में 79.88 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था, जबकि अरुणाचल में 82.95 प्रतिशत मतदान देखने को मिला था.
अरुणाचल-सिक्किम में कुछ ऐसे थे समीकरण
यूं तो बीजेपी और कांग्रेस ने भी सिक्किम में अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन मुकाबला सत्तारूढ़ एसकेएम और पवन कुमार चामलिंग की एसडीएफ के बीच ही था. सिक्किम की दौड़ में शामिल 146 प्रतियोगियों में प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, उनकी पत्नी कृष्णा कुमारी राय, पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग, पूर्व भारतीय फुटबॉलर भाईचुंग भूटिया और भाजपा के नरेंद्र कुमार सुब्बा शामिल थे.
एसकेएम और एसडीएफ ने 32-32 उम्मीदवार उतारे थे, जबकि भाजपा के 31 उम्मीदवार थे. कांग्रेस ने 12 सीटों पर चुनाव लड़ा और सिटीजन एक्शन पार्टी-सिक्किम के 30 सीटों पर उम्मीदवार थे. साल 2019 के विधानसभा चुनावों में प्रेम सिंह तमांग के नेतृत्व वाले एसकेएम ने 17 सीटें जीतीं, जबकि एसडीएफ ने 15 सीटें हासिल की थीं.
60 सीटों वाली अरुणाचल विधानसभा में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस के बीच था. बीजेपी ने सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, जबकि कांग्रेस ने केवल 19 सीटों पर चुनाव लड़ा.एनपीईपी और एनसीपी ने भी अरुणाचल प्रदेश में उम्मीदवार उतारे थे.
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 41 सीटें जीती थीं, जबकि जनता दल (यूनाइटेड) ने सात, एनपीपी ने पांच, कांग्रेस ने चार, पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) ने एक सीट जीती थी. दो निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी रहे थे.
एग्ज़िट पोल ने क्या अनुमान लगाया?
सिक्किम में इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल का अनुमान था कि सत्तारूढ़ एसकेएम को 24-30 सीटें हासिल होंगी. अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी को भारी जीत मिलने का अनुमान लगाया गया था. एक्सिस माई इंडिया के अनुसार, अरुणाचल की 60 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी को 44 से 51 सीटें मिलने की संभावना थी.