Milkipur By Election 2024: हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा की 9 सीटों पर उपचुनाव (UP By Election 2024) हुए. इसमें से 6 सीटों पर बीजेपी (BJP) की जीत हुई. वहीं सपा (Samajwadi Party) को सिर्फ 2 सीटें मिलीं. इसके अलावा रालोद ने 1 सीट जीती. यूपी उपचुनाव में भाजपा ने परचम लहराया.
जल्द ही फिर से उत्तर प्रदेश में उपचुनाव होने वाला है. अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया है. दरअसल, भाजपा नेता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा की याचिका की वजह से मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव नहीं हो पाया था.
अब हाई कोर्ट (High Court) ने उस याचिका को खारिज कर दिया है. इसके बाद मिल्कीपुर की खाली विधानसभा सीट पर उप चुनाव का रास्ता साफ हो गया है. फिर से यूपी उपचुनाव में सपा और बीजेपी के बीच टक्कर देखने को मिलेगी.
याचिका खारिज
हाई कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है. उच्च न्यायालय में अधिवक्ता अशोक कुमार शुक्ल ने इस बारे में कहा कि आदेश अपलोड होने में एक-दो दिन लगेंगे. पूर्व विधायक ने याचिका को वापस लेने की अपील की थी. हाई कोर्ट ने इसे स्वीकार याचिका को डिसमिस कर दिया.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अब निर्वाचन आयोग को मिल्कीपुर सीट पर उप चुनाव के बारे में जानकारी भेजेंगे. उसके बाद उप चुनाव का कार्यक्रम निर्वाचन आयोग घोषित करेगा. उप चुनाव की सारी तैयारी जिला प्रशासन पहले ही कर चुका है. उप चुनाव कार्यक्रम घोषित होने की उम्मीद बढ़ते ही ठप राजनीतिक गतिविधियां एक बार फिर से जोर पकड़ेंगी.
क्यों हुई सीट खाली?
अयोध्या की मिल्कीपुर सीट से अवधेश प्रसाद विधायक थे. 2022 के विधानसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद इस सीट से जीतकर आए थे. 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद सांसद बन गए. इस वजह से उनको विधायक का पद छोड़ना पड़ा.
13 जून 2024 को अवधेश प्रसाद ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था. तब से ये सीट खाली है. 12 दिसंबर को 6 महीने पूरे हो जाएंगे. 6 महीने पूरे होने में सिर्फ 17 दिन बाकी रह गए हैं. प्रदेश की 9 अन्य नौ सीटों लिए उपचुनाव हो चुका है. 9 सीटों पर मतदान 20 नवंबर व मतगणना 23 नवंबर को हुई थी. अब सिर्फ सिर्फ मिल्कीपुर सीट के लिए उपचुनाव होना है.
BJP के लिए प्रतिष्ठा का सवाल
मिल्कीपुर सीट के लिए भाजपा ने अभी तक उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. उपचुनाव के परिणामों से उत्साहित भाजपा में टिकट के दावेदारों की लंबी लाइन है. वे पार्टी टिकट को ही जीत की गारंटी मानने लगे हैं.
भाजपा को कटेहरी विधानसभा उपचुनाव में शानदार जीत मिली है. इसके बाद बीजेपी ने मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भी वैसे ही रणनीति पर आगे बढ़ने का फैसला किया है. भाजपा के लिए मिल्कीपुर सीट का उपचुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है. उपचुनाव में जीत के बाद भाजपा नेताओं का मनोबल ऊंचा है और वे पूरे आक्रामक तेवर के साथ चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.
वापसी को बेकरार सपा
भाजपा ने मिल्कीपुर सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया है लेकिन सपा ने अपने का उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. मिल्कीपुर में उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को प्रत्याशी बनाया है.
मिल्कीपुर में होने वाले सपा और बीजेपी के सीधे मुकाबले पर अयोध्या से सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने आज तक से बात की. सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा, मिल्कीपुर को लेकर बीजेपी सपा से डरी हुई है. इसी वजह से सीएम योगी ही वहां का जमा लिए हुए थे और कई बार वाहन रैली करने पहुंचे.
सपा-बीजेपी की टक्कर
अवधेश प्रसाद ने बताया कि बीजेपी ने मिल्कीपुर को अब एक राष्ट्रीय चुनाव मान लिया है. इन्हें संगठन और एजेंसियों द्वारा सूचनाओं मिली. इन्हें पता चला कि बीजेपी वहां से बुरी तरह हारेगी और सपा जीतेगी इसलिए चुनाव टालने का काम किया था. अब दोबारा चुनाव होगा तो सपा ही जीतेगी.
मिल्कीपुर में दोबारा चुनाव होने का रास्ता साफ होने पर यूपी सरकार में मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उपचुनाव में जो कमी रह गई. उसे अयोध्या में जीत के साथ पूरा करेंगे. जिस तरह से करहल में जो बढ़त बीजेपी को मिली है और हर का अंतर कम हुआ है. वह बढ़त और जीत अब अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर बीजेपी दर्ज करेगी. सपा द्वारा फैलाया गया संविधान के नाम पर झूठ अब जनता के सामने आ गया है.