जब भी कोई एक किरदार पॉपुलर हो जाता है तो लोग उसे एक ही चश्मे से देखने लगते हैं. दर्शकों को लगता है कि ये किरदार उनसे बेहतर कोई नहीं कर सकता वहीं मेकर्स इसे अपनी फिल्म हिट कराने का फॉर्मूला बना लेते हैं. एक आर्टिस्ट के लिए अलग-अलग तरह के किरदार निभाना उनके अभिनय करियर के लिए बेहतर माना जाता है लेकिन बॉलीवुड के कुछ कलाकार ऐसे भी रहे हैं जिन्हें टाइपकास्ट कर दिया गया और लगभग हर फिल्म में इन्हें एक जैसे रोल ही मिले.
जगदीश राज
जगदीश राज ने 144 फिल्मों में इंस्पेक्टर का रोल निभाया. इसी के चलते उनका नाम मोस्ट टाइप कास्ट एक्टर के रूप में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है.
आलोक नाथ
आलोक नाथ द्वारा निभाए गए बाबू जी के किरदार ने उन्हें हमेशा के लिए टाइपकास्ट बना दिया. राजश्री प्रोडक्शन की फिल्मों में बाबूजी का रोल आलोक नाथ को ही मिलता था. वह अपने समय के सबसे ज्यादा पॉपुलर बाबूजी रहे हैं.
निरूपा रॉय
निरूपा रॉय ने बॉलीवुड में मां के किरदार को बेहद खास बनाया था. उन्होंने सबसे ज्यादा अमिताभ बच्चन की मां बनकर लोकप्रियता हासिल की. निरूपा रॉय ने अपने फिल्मी करियर में 275 से अधिक फिल्मों में काम किया, ज्यादातर में वे मां बनी हुई ही नजर आईं. जवानी में निरूपा रॉय को जितना फेम नहीं मिल पाया, उससे कहीं ज्यादा उन्हें बाद में मिला यानी मां के रोल निभाकर.
रंजीत
रंजीत हिंदी फिल्मों के सबसे पॉपुलर विलेन थे. अपने करियर में रंजीत ने जितनी फिल्में कीं उसमें ज्यादातर फिल्मों में रेपिस्ट का किरदार ही निभाया.
60 के दशक की एक्ट्रेस नजीमा (Nazima) ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया और खूब नाम कमाया. लेकिन ज्यादातर फिल्मों में उन्हें रेप पीड़िता या फिर बहन के रोल तक ही टाइपकास्ट कर दिया गया. नजीमा ने हिंदी फिल्मों में सबसे ज्यादा रेप सीन दिए थे.