शाहरुख खान की पॉपुलर फिल्म, 'कभी हां कभी ना' को 25 फरवरी 2025 को रिलीज हुए 30 साल पूरे हो गए. लेकिन आज भी इस फिल्म की फैन-फॉलोइंग है. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं इस फिल्म की मेकिंग से जुड़े कुछ किस्से. जी हां, आपको शायद पता न हो लेकिन इस फिल्म की मेकिंग को फाइनेंशियल परेशानियों की वजह से दो साल के लिए रोक दिया गया था.
शाहरुख खान उस समय इंडस्ट्री में एक उभरते हुए सितारे थे. उन्हें भी फिल्म अलग-अलग फिल्मों के शेड्यूल के बीच परेशानियां झलनी पड़ीं. बताया जाता है कि फिल्म दीवाना की शूटिंग शुरू करने के लिए उन्हें शूटिंग बीच में ही छोड़नी पड़ी थी.
ब्लैंक पेपर पर साइन की फिल्म
निर्देशक कुंदन शाह और शाहरुख खान फिल्म में काम करने से पहले भी दोस्त थे, क्योंकि शाहरुख पहले भी कुंदन के टेलीविजन प्रोजेक्ट्स में काम कर चुके थे. इस वजह से प्रॉड्यूसर्स ने कभी हां कभी ना के लिए ऑफिशियल कॉन्ट्रेक्ट का ड्राफ्ट तैयार नहीं किया. लेकिन बाद में यह फैसला गलत साबित हुआ क्योंकि फिल्म की कुछ दिन शूटिंग होने के बाद शाहरुख को अलग-अलग फिल्मों के शेड्यूल की वजह से दिक्कत आने लगी.
दिल्ली टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, जब शाहरुख दीवाना (1992) के मुहूर्त में शामिल हुए, तो कुंदन ने उनसे कभी हां कभी ना के लिए पेपर साइन करने को कहा. लेकिन उस समय कुंदन के पास कई लीगल ड्राफ्ट नहीं था इसलिए शाहरुख ने उन्हें भरोसा देने के लिए एक खाली कागज़ पर साइन कर दिया. बताया जाता है कि शाहरुख खान ने एक कोरा कागज निकाला और इसे साइन किया. तब कुन्दन शाह ने उन्हें साइनिंग अमाउंट के रूप में 5,000 रुपये दिए.
बहुत कम थी शाहरुख की फीस
रेडियो नशा के साथ एक अलग इंटरव्यू में, कोरियोग्राफर फराह खान ने खुलासा किया कि शाहरुख को फिल्म में उनके रोल के लिए सिर्फ 25,000 रुपये मिले जबकि फराह को उनसे ज्यादा फीस मिली. फराह कहना था कि 'फिल्म बहुत कम बजट में बनाई गई थी. शाहरुख खान को इस रोल के लिए सिर्फ 25,000 रुपये मिले. लेकिन फराह को हर एक गाने के लिए 5,000 रुपये मिलते थे, और फिल्म में छह गाने थे, इसलिए उन्होंने 30,000 रुपये कमाए.
.....और रो पड़े थे शाहरुख
अनुपमा चोपड़ा ने अपनी किताब, 'किंग ऑफ बॉलीवुड: शाहरुख खान एंड द सेडक्टिव वर्ल्ड ऑफ इंडियन सिनेमा' में बताया है कि फिल्म की शूटिंग के सिर्फ पांच दिन बचे थे और एक परेशानी खड़ी हो गई. उन्होंने खुलासा किया कि प्रोडक्शन हाउस, कमालिस्तान स्टूडियो का स्टॉक खत्म हो गया था और प्रॉड्यूसर विक्रम मेहरोत्रा ने पैसों की तंगी की वजह से एक्स्ट्रा फिल्म रील खरीदने से इनकार कर दिया था. ऐसे में, शाहरुख ने दूसरी यूनिट्स से फिल्म रील जुटाने की कोशिश की. लेकिन आधी रात का समय था और लगभग सभी प्रोडक्शन पैक अप कर चुके थे. शाहरुख रील नहीं जुटा सके तो बेबस होकर बैठ गए और रोने लगे.
बंदूक की नोक पर ले गए शाहरुख को
इस फिल्म के प्रोडक्शन के दौरान सिर्फ पैसे की तंगी एक समस्या नहीं थी. लीगल कॉन्ट्रैक्ट न होने के कारण शाहरुख की फिल्मों की डेट्स आपस में क्लैश करने लगीं. वह तब दीवाना भी शूट कर रहे थे. एक इंटरव्यू में कुंदन शाह ने बताया था कि एक बार शाहरुख को बंदूक की नोक पर कभी हां कभी ना के सेट से लेकर दीवाना के सेट तक ले जाया गया था. हालांकि, उनका कहना था कि यह काफी मजेदार था.
कभी हां कभी ना में दीपक तिजोरी, सुचित्रा कृष्णमूर्ति और नसीरुद्दीन शाह भी थे. शाहरुख इस फिल्म से इमोशनली जुड़े थे और स्टार गोल्ड पर एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, ''मेरे हिसाब से मैं 16 से 17 साल से काम कर रहा हूं लेकिन यह एक ऐसी फिल्म है जो मेरे दिल के बहुत करीब रहेगी. उस समय मैं निर्माता नहीं था. लेकिन एक इच्छा है जो अधूरी रहेगी कि काश मैंने यह फिल्म बनाई होती.”