Zohra Sehgal Birth anniversary: डांस सीखने के लिए घर से भागकर यूरोप चली गई थीं एक्ट्रेस जोहरा सहगल, पूरे करियर में किसी भी रोल को ना नहीं कहा

आज सदी की लाडली कही जाने वाली जोहरा सहगल का जन्मदिवस है. गजब की नृत्यांगना और अदाकारा जोहरा सहगल का जन्म 27 अप्रैल 1912 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुआ था. उनका खानदान रामपुर विरासत से ताल्लुक रखता था. 

जोहरा सहगल
शताक्षी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 27 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 9:10 AM IST
  • कार से घूमी पूरी दुनिया
  • बचपन से ही था डांस का शौक

जोहरा सहगल बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं, जो दौर-दर-दौर तरक्की की गवाह रहीं. पृथ्वीराज कपूर से लेकर उनके परिवार की चौथी पीढ़ी रणबीर कपूर तक उन्होंने सभी के साथ काम किया है. उम्र कभी जोहरा पर हावी नहीं हुई. जोहरा 'भाजी ऑन द बीच', 'हम दिल दे चुके सनम', 'दिल से' और 'चीनी कम' जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम करके अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुकी हैं. गजब की नृत्यांगना और अदाकारा जोहरा सहगल का जन्म 27 अप्रैल 1912 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में हुआ था. उनका खानदान रामपुर विरासत से ताल्लुक रखता था. 

विदेश में भी मिली अभिनय से पहचान
जोहरा ने 1960 के दशक में रुडयार्ड किपलिंग की 'द रेस्क्यू ऑफ फ्लू प्लेस' में काम कर फिल्म समीक्षकों की खूब वाहवाही लूटी थी. 1990 के दौरान लंदन से भारत लौटने से पहले जोहरा ने द ज्वेल इन द क्राउन, माई ब्यूटीफुल लॉन्ड्रेटे, तंदूरी नाइट्स और नेवर से डाई जैसे टेलीविजन सीरीज में भी काम किया. इससे इन्हें विदेश में भी अपने अभिनय के जरिए एक अलग पहचान मिली. 

सदी की लाडली थी जोहरा सहगल
करीब सात दशकों तक अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाने वाली जोहरा ने 1935 में बतौर डांसर अपने करियर की शुरुआत की थी. जोहरा को भारतीय सिनेमा की लाडली कहा जाता था. 2008 में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष लाडली मीडिया अवॉर्ड्स ने उन्हें सदी की लाडली के रूप में नामित किया था. उत्तराखंड के अल्मोड़ा में नृत्य की अध्यापिका रह चुकीं जोहरा की शादी नृत्क कमलेश्वर सेहगल से हुई थी.

कार से घूमी पूरी दुनिया
जोहरा सहगल का बचपन संघर्षों भरा रहा. छोटी उम्र में ही उनकी मां का निधन हो गया. उनकी मां चाहती थीं, कि जोहरा लाहौर जाकर पढ़ें. फिर वो अपनी बहन के साथ क्वीन मैरी अस्पताल में दाखिला लेने चली गई. कॉलेज में उस वक्त काफी सख्त पर्दा होता था. यहां तक की पुरुष टीचर भी पर्दे के पीछे से ही छात्राओं को पढ़ाते थे. जोहरा को बचपन से ही डांस का बहुत शौक था. जोहरा को देश विदेश घूमने का भी बहुत शौक था. उनको अलग-अलग परंपरा और संस्कृति को जानने में भी काफी दिलचस्पी थी. उनके बारे में दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने अपने अंकल के साथ कार में लगभग पूरा भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप घूमा. लौटने के बाद जोहरा को लाहौर के क्वीन मैरी गर्ल्स कॉलेज भेज दिया गया था.

बचपन से ही था डांस का शौक
अपने बचपन में जोहरा का टॉमबॉय की तरह रहना पसंद था. यही वजह थी कि उन्हें दूसरे बच्चों की तरह खिलौनों से खेलने के बजाय पेड़ पर चढ़ना और और बाहर जाकर खेलना उनकी आदतों में शुमार था. बचपन से उनका बहुत अड़ियल रवैया था. वहीं, देहरादून में एक समारोह में मशहूर डांसर और कोरियोग्राफर उदय शंकर के नृत्य से जोहरा खूब प्रभावित हुईं. यहां से जोहरा के अंदर नृत्य को सीखने की ज्वाला जाग उठी. डांस को लेकर उनका जुनून ऐसा था, कि एक बार वो डांस सीखने घर से भाग कर यूरोप चली गई थीं. 

बचपन में खो दी थी आंखों की रोशनी
जोहरा सहगल का पूरा नाम साहबजादी जोहरा मुमताजउल्लाह खान बेगम था. वह एक सुन्नी पठान मुस्लिम परिवार में जन्मी थीं. वह अपने सात भाई-बहनों में तीसरे नंबर की थीं. महज एक साल की उम्र में ग्लूकोमा की वजह से वह अपनी एक आंख की रोशनी खो चुकी थीं, लेकिन इलाज के बाद उन्हें दिखाई देने लगा था.

जोहरा सहगल की लव स्टोरी
ग्रेजुएशन करने के बाद जोहरा ने मशहूर डांसर उदय शंकर के ग्रुप को ज्वाइन कर लिया. उन्होंने साल 1935 से 1940 तक उदय शंकर के साथ जापान, मिस्त्र, यूरोप और अमेरिका में कई जगह परफॉर्म किया. देखते ही देखते जोहरा वह उदय शंकर के डांस ग्रुप की ट्रेनर बन गईं. यहां पर उनकी मुलाकात इंदौर के एक वैज्ञानिक, पेंटर और डांसर कामेश्वर सहगल से हुई और दोनों एक-दूसरे के प्यार में पड़ गए. हालांकि इन दोनों के परिवार इस रिश्ते के खिलाफ थे. लेकिन घरवालों के खिलाफ जाकर जोहरा और कामेश्वर ने साल 1942 में शादी कर ली. 

 

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