Birthday Special: अमिताभ बच्चन को आज कोई सदी का महानायक तो कोई कहता है शहंशाह, एंग्री यंग मैन की जिंदगी से जुड़े ये अनसुने किस्से जानते हैं आप

Happy Birthday Amitabh: अमिताभ बच्चन एक ऐसे अभिनेता हैं जो 90 के दशक से लेकर आज की युवा पीढ़ी के पसंदीदा एक्टर में शामिल हैं. अमिताभ उम्र के इस पड़ाव पर भी काफी फिट हैं. रोल कोई भी हो वह पूरी शिद्दत से अदा करते हैं और हर किरदार में जान फूंक देते हैं. 

Happy Birthday Amitabh Bachchan
मिथिलेश कुमार सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 11 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 1:31 AM IST
  • अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को हुआ था
  • सात हिंदुस्तानी फिल्म से किया था डेब्यू

महानायक अमिताभ बच्चन का जन्म आज ही के दिन 11 अक्टूबर 1942 को प्रयागराज (इलाहाबाद), उत्तर प्रदेश में तेजी बच्चन और हरिवंश राय बच्चन के यहां हुआ था. अमिताभ की मां तेजी बच्चन एक सामाजिक कार्यकर्ता थीं. उनके पिता हरिवंश राय बच्चन एक प्रसिद्ध कवि थे. फिल्म जगत में अमितभा बच्चन आज जिस मुकाम पर हैं शायद उस मुकाम पर इससे पहले कोई और नहीं था. वह अभी भी लगातार काम कर रहे हैं और अपने फैंस का मनोरंजन कर रहे हैं. आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपके लिए लेकर आए हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ ऐसे अनसुने किस्से, जो शायद आप नहीं जानते होंगे.

यहां से की पढ़ाई

अमिताभ बच्चन का असली नाम अमिताभ हरिवंशराय बच्चन है और अन्य नाम बिग बी, एंग्री यंग मेन, बॉलीवुड के शहंशाह, सदी का महानायक हैं. अमिताभ बच्चन शेरवुड कॉलेज, नैनीताल के पूर्व छात्र हैं. उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई किरोरी मल कॉलेज, नई दिल्ली, विश्वविद्यालय से की. 

फिल्मों से पहले अमिताभ बच्चन करते थे ये काम

अमिताभ बच्चन फिल्मों में आने से पहले कोलकाता में रेडियो एनाउंसर और शिपिंग कंपनी में एग्जीक्यूटिव के तौर भी काम कर चुके हैं. वह साल 1968 में मुंबई आए थे. 

कई रातें मरीन ड्राइव की बेंच पर सोकर बिताईं

अमिताभ बच्चन के संघर्ष के दिन असल में किसी आम आदमी की तरह ही रहे. अमिताभ आज भले ही अपनी एक्टिंग के साथ-साथ दमदार अभिनय के लिए जाने जाते हों लेकिन एक वक्त था जब उन्हें अपनी आवाज की वजह से ऑल इंडिया रेडियो में भी रिजेक्शन झेलना पड़ा. एक इंटरव्यू में अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बिग बी ने बताया था कि वह ड्राइविंग लाइसेंस के साथ मुंबई आए थे. उन्होंने सोचा था कि अगर वह एक्टर नहीं बन पाए तो टैक्सी चलाकर ही गुजारा कर लेंगे. इतना ही नहीं अमिताभ ने पैसों की तंगी के चलते कई रातें मरीन ड्राइव की बेंच पर सोकर भी बिताईं.

स्क्रीन टेस्ट के बाद भी फिल्म में नहीं मिला काम

अमिताभ बच्चन ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपना पहला स्क्रीन टेस्ट देने के लिए दिल्ली से मुंबई पहुंचे थे. अमिताभ की मां तेजी बच्चन भी उनके करियर को लेकर काफी परेशान थीं. उन्होंने नरगिस से अमिताभ बच्चन का पहला स्क्रीन टेस्ट लेने की बात कही थी. जिसके बाद नरगिस ने मोहन सहगल से बात की. सहगल ने उनके पहले स्क्रीन टेस्ट के लिए हां कह दिया था. ये अलग बात है कि स्क्रीन टेस्ट के बावजूद अमिताभ बच्चन को इस फिल्म में काम नहीं मिला था.

अमिताभ बच्चन के पास प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का एक पत्र था. माना जाता है कि इसी पत्र की बदौलत उन्हें के ए अब्बास की फिल्म सात हिंदुस्तानी में काम मिला. अमिताभ बच्चन अपने शुरुआती दिनों में प्रसिद्ध हास्य कलाकार और निर्माता निर्देशक महमूद के घर पर रहे थे. बाद में उन्होंने उनकी फिल्म बॉम्बे टू गोवा में काम भी किया.

जब नौकरी और फिल्म में करना था चुनाव

अमिताभ बच्चन के शुरुआती दिन काफी उतार चढ़ाव भरे रहे थे. उनके जीवन में एक दौर ऐसा भी आया जब उन्हें अपनी नौकरी और पहली फिल्म के स्क्रीन टेस्ट में से किसी एक को चुनना था. अमिताभ बच्चन के हाथ में उस समय 1600 की नौकरी हुआ करती थी. उस जमाने में यह रकम काफी बड़ी होती थी. हालांकि उनके सामने जिस फिल्म के लिए स्क्रीन टेस्ट था वो फिल्म मनोज कुमार की थी ऐसे में उनके लिए चुनाव आसान नहीं था. आपको जानकर हैरानी होगी कि अमिताभ ने इस फिल्म के स्क्रीन टेस्ट को ठुकरा दिया. 

12 फिल्में नहीं चलीं

बाद में उन्होंने सात हिंदुस्तानी फिल्म की थी, जिसके बदले में उन्हें पांच हजार रुपए बतौर फीस मिली थी. लेकिन यहां उनका संघर्ष खत्म नहीं हुआ. फिल्म सुपर फ्लॉप साबित हुई और इसके बाद आई 12 फिल्में भी असफल ही रहीं. कोई उनके साथ काम करने के लिए भी राजी नहीं थी, लेकिन प्रकाश मेहरा की जंजीर से उनकी किस्मत चमकी और वह बॉलीवुड के एंग्री यंग मैन बन गए. 

अमिताभ और जया बच्चन की शादी

अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी की शादी फिल्म अभिमान के रिलीज होने से एक महीने पहले हुई थी. उनकी शादी का भी एक दिलचस्प किस्सा है. दरअसल फिल्म जंजीर की हिट होने पर सभी कलाकारों और क्रू सदस्यों ने विदेश घूमने का प्रोग्राम बनाया था. यह अमितभा और जया की एकसाथ पहली विदेश यात्रा थी, इसलिए अमिताभ ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन से विदेश जाने की अनुमति मांगी. 

उन्होंने पूछा कि क्या जया भी अमिताभ के साथ जाएंगी, इस पर उन्होंने हां कहा. हरिवंश राय बच्चन ने कहा कि अमिताभ और जया को देश छोड़ने से पहले शादी करनी होगी. इसके बाद अमिताभ जया से शादी के बाद ही उन्हें विदेश ले जा सके. अमिताभ बच्चन और जया के दो बच्चे हैं. इनकी बेटी श्वेता बच्चन नंदा ने उद्योगपति निखिल नंदा से शादी की है, जिनके दादा फिल्म निर्देशक राज कपूर थे. अमिताभ बच्चन और जया भादुरी के बेटे अभिषेक बच्चन भी एक अभिनेता हैं और उन्होंने अभिनेत्री ऐश्वर्या राय से शादी की है और उनकी बेटी आराध्या हैं.

जब अमिताभ और रेखा के प्यार के होने लगे थे चर्चे 

जब अमिताभ बच्चन और रेखा के प्यार के चर्चे अखबारों और मैग्जीन की सुर्खियां बनने लगे तो अमिताभ के घर पर हंगामा भी शुरू हो गया. कहते हैं रेखा दिल ही दिल में अमिताभ से प्यार करती थीं लेकिन अमिताभ हमेशा इस बात पर चुप रहे. वहीं एक दिन इन खबरों से परेशान होकर जया ने रेखा को डिनर पर बुलाया था. कहा जाता है कि डिनर पर बुलाकर उन्होंने रेखा को बहुत प्यार से खाना खिलाया और घर भी दिखाया, लेकिन जब बाहर छोड़ने गईं तो उन्होंने कहा, चाहे जो हो जाए, मैं अमिताभ को नहीं छोड़ूंगी. इस बात को सुनकर रेखा दंग रह गई थीं.

अमिताभ बच्चन और राजनीति

1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या होने के बाद राजीव गांधी के कहने पर अमिताभ बच्चन ने राजनीति में कदम रखा और इलाहाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की. उन्होंने भारतीय राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले नेता हेमवती नंदन बहुगुणा को हराया था.

एंग्री यंग मैन के 10 सबसे दमदार डायलॉग्स 

1. मर्द को दर्द नहीं होता. (फिल्म मर्द)
2. मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता. (फिल्म दीवार)
3. मुझे जो सही लगता है मैं करता हूं, फिर चाहे वो भगवान के खिलाफ हो, कानून के खिलाफ हो या पूरे सिस्‍टम के खिलाफ. ( फिल्म सरकार)
4. परम्‍परा, प्रतिष्‍ठा और अनुशासन. ये इस गुरुकुल के तीन स्‍तम्‍भ हैं. ये वो आदर्श हैं जिनसे हम आपका आने वाला कल बनाते हैं. (फिल्म मोहब्बतें)
5.  तुम्हारा नाम क्या है… बसंती (फिल्म शोले)
6. डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है ( फिल्म डॉन)
7. रिश्‍ते में तो हम तुम्‍हारे बाप होते हैं, मगर नाम है शहंशाह. (फिल्म शहंशाह)
8. जब तक बैठने का ना कहा जाए शराफत से खड़े रहो, ये पुलिस स्टेशन है, तुम्हारे बाप का घर नहीं. ( फिल्म जंजीर)
9. हम भी वो हैं जो कभी किसी के पीछे खड़े नहीं होते, जहां खड़े हो जाते हैं लाइन वहीं शुरू होती है. ( फिल्म कालिया)
10. मूछें हो तो नत्थूलाल जैसी, वरना ना हों ( फिल्म शराबी)

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