Amitabh Bachchan Birthday: यूं ही नहीं कोई अमिताभ बच्चन बन जाता है...

अमिताभ बच्चन आज 80 बरस के हो गए हैं. कवि हरिवंशराय बच्चन के बेटे अमिताभ अपनी दमदार आवाज और फिल्मों के लिए लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं...अमिताभ का शुरुआती नाम अमिताभ श्रीवास्तव था.

Amitabh bachchan/India Today
अपूर्वा राय
  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 4:54 PM IST
  • अमिताभ बच्चन आज 80 बरस के हो गए हैं.
  • शोहरत की बुलंदियों को छू रहे बिग बी ने 1984 में राजनीति का रुख किया.

अमिताभ बच्चन आज 80 बरस के हो गए हैं. कवि हरिवंशराय बच्चन के बेटे अमिताभ का शुरुआती नाम अमिताभ श्रीवास्तव था. 27 साल की उम्र में फिल्मी दुनिया में एंट्री करने वाले अमिताभ बच्चन को लोग शहंशाह, बिग बी, महानायक के नाम से जानते हैं. अमिताभ बच्चन महज एक सुपरस्टार नहीं बल्कि अपने आप में सैकड़ों शख्सियत समेटे हुए हैं. एक समय वो भी था जब बेहद लंबे, दुबले पतले लड़के को सिने दुनिया ने नकार दिया था. किसी ने कहा कि उनका लुक हीरो की तरह नहीं लगता तो किसी ने उनकी आवाज को भारी कहकर ठुकरा दिया.

अमिताभ बच्चन किसी स्टार परिवार से नहीं आते लेकिन उनके माता-पिता की शख्सियत उस दौर में बहुत बड़ी थी. पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी में काम करने से पहले अमिताभ कोलकाता की एक कंपनी में नौकरी करते थे. तनख्वाह भी अच्छी थी लेकिन उनका मन नौकरी में नहीं लगा और करीब 6 साल तक नौकरी करने के बाद एक दिन वे एक्टर बनने चल दिए. जब उन्होंने कोलकाता में अपनी नौकरी छोड़ी थी तो उन्होंने अपने पिता का सरनेम बच्चन अपने नाम के आगे लगा लिया.

जब भी अमिताभ बच्चन के करियर की बात होगी ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म आनंद का नाम जरूर होगा. फिल्म में सुपरस्टार राजेश खन्ना के होने के बावजूद बिग बी की सहायक भूमिका को लोगों ने खूब पसंद किया. बिग बी के किरदार को इस अंदाज में बुना गया था कि फिल्म देख कर हॉल से बाहर निकलने वाले हर शख्स की आंखें भीगी हुई थीं.

शुरुआती दौर की वो नाकामियां

अमिताभ बच्चन की शुरुआती दौर की फिल्में फ्लॉप रहीं. 1972 में उन्हें बॉम्बे टू गोवा उल्लेखनीय नायक की भूमिका मिली. अमिताभ की जिंदगी का सुनहरा दौर शुरू हुआ 1973 से. इस वक्त तक अमिताभ बच्चन लगभग 13 फ्लॉप फिल्में दे चुके थे. साल 1973 सलीम जावेद की लिखी फिल्म आई जंजीर. इस फिल्म से अमिताभ लोगों के लिए एंग्री यंग मैन बन गए. ये वो वक्त था जब पर्दे पर रोमांटिक हीरो खूब चल रहे थे. लेकिन इन सबके बीच एंग्री मैन बनकर आए अमिताभ की किस्मत चमक उठी. उन्होंने अपने करियर में दीवार, शोले, दो अनजाने, मुकद्दर का सिंकदर, अमर अकबर एंथोनी, त्रिशूल, डॉन, कुली जैसी शानदार फिल्में दीं. 1984 तक हिंदी सिनेमा की 15 सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से 40 फीसदी में वे थे.

जब मौत से लड़कर लौटे अमिताभ बच्चन

24 जुलाई 1982 को मनमोहन देसाई की फिल्म कुली की शूटिंग करते हुए अमिताभ बच्चन हादसे के शिकार हो गए. पुनीत इस्सर का एक घूसा बिग बी को इतना महंगा पड़ा कि उन्हें कई महीने अस्पताल में गुजारने पड़े. इंदिरा गांधी ने हर संभव मदद की. देश दुनिया से तमाम काबिल डॉक्टर बुलाए गए. पूरा देश अपने सुपरस्टार की सलामती की दुआ कर रहा था. जगह-जगह रामचरितमानस के पाठ आयोजित किए गए थे. दो महीने बाद जब अमिताभ ब्रीच कैंडी अस्पताल से बाहर आए तो खुशी से चीखती भीड़ उनकी एक झलक पाने को बेताब थी. लोगों की बेकाबू भीड़ घर पर उनका इंतजार कर रही थी. घर पहुंचकर उन्होंने हाथ हिलाकर अपने शुभचिंतकों का अभिवादन किया. बिग आज भी हर रविवार को अपने फैंस का शुक्रिया करना नहीं भूलते हैं. जलसा के बाहर इतवार की सुबह उनकी एक झलक पाने को ऐसी भीड़ लगती है कि ट्रैफिक कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है.

इस हादसे के बाद बिग बी जनवरी में कुली के सेट पर लौटे. 14 नवंबर को कुली फिल्म रिलीज हुई. रातों-रात फिल्म की स्क्रिप्ट बदल दी गई..(पहले फिल्म में नायक की मौत दिखाई जानी थी) मेकर्स को लगा कि ऑडियंस हाल ही में मौत के मुंह से बचकर आए अमिताभ बच्चन को परदे पर मरता हुआ देखना पसंद नहीं करेगी. बिग बी की इस फिल्म ने कामयाबी की नई इबारत लिखी.

नाकामयाबियों का दौर भी आया...

शोहरत की बुलंदियों को छू रहे बिग बी ने 1984 में राजनीति का रुख किया. गांधी परिवार से करीबी रिश्तों की वजह से 1984 में उन्होंने इलाहबाद से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा. अपनी लोकप्रियता के बलबूते उन्होंने उत्तरप्रदेश की राजनीति के दिग्गज हेमवती नंदन बहुगुणा को बड़े अंतर से हराया. इस दौरान फिल्मों की तरफ बिग बी का ध्यान कम होने लगा. गुणवत्ता के लिहाज से फिल्मों में गिरावट आने लगी. बोफोर्स घोटाले में उलझे अमिताभ ने राजनीति त्याग दी और दोबारा फिल्मों की तरफ लौटे. बिग बी ने गंगा जमुना सरस्वती, तूफान और जादूगर जैसे फिल्में कीं. लेकिन वो जादू नहीं चल पाया. 1995 में असंगठिक फिल्म उद्योग को एक कॉरपोरेट टच देने के लिए बिग बी ने ABCL की शुरुआत की. कंपनी नहीं चल पाई. कर्ज के बोझ तले दबे अमिताभ बच्चन का करियर और जीवन दोनों दीवालिया होने की कगार पर आ गया. सुपरहिट फिल्मों की लाइन लगा चुके अमिताभ के पास जब फिल्में नहीं थी तब वे यश चोपड़ा से काम मांगने पहुंचे. मल्टीस्टारर फिल्म रिलीज हुई मोहब्बतें... और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. केबीसी शो ने उन्हें दुनिया का सर्वश्रेष्ठ होस्ट बनाया. 

जारी है अमिताभ बच्चन का स्टारडम...

21वीं सदी में अमिताभ बच्चन ने बागबान, सरकार, ब्लैक, बंटी और बबली, चीनी कम, निशब्द, पा, पीकू, पिंक, ब्रह्मास्त्र जैसी कई हिट फिल्में दीं. 80 बरस के बिग बी आज भी अपने फैंस के साथ सोशल मीडिया के जरिए जुड़े रहते हैं. वे ट्विटर पर इतने एक्टिव हैं कि ट्वीट करते हुए उसका नंबर लिखना तक भूलते. सेहत की बात हो या घर-परिवार और फिल्मों की शूटिंग बिग बी अपने मन के जज्बात अपने ब्लॉग के जरिए भी लोगों तक साझा करते हैं...ऐसा नहीं रहा कि बिग बी हमेशा सबसे फेवरेट बने रहे... इस उम्र में काम करने को लेकर लोग उन्हें ट्रोल भी करते हैं.. लेकिन स्वभाव से सरल अमिताभ बच्चन ऐसी बातों पर कम ही ध्यान देते हैं...इतनी बड़ी शख्सियत होने के बाद भी उनकी यही सरलता उन्हें अमिताभ बच्चन बनाती है...
 

 

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