Cuts in Emergency Film: डिस्कलेमर से लेकर असम पर डायलॉग तक... कंगना की 'इमरजेंसी' के इन सीन्स पर चलेगी सेंसर बोर्ड की कैंची

सेंसर बोर्ड ने कंगना रनौत की फिल्म, 'Emergency' में कुछ सीन्स को हटाने और कुछ में बदलाव करने की मांग की है. इन बदवालों के बाद ही फिल्म को रिलीज किया जा सकेगा.

Emergency Film (Photo: Wikipedia)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 01 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 1:23 PM IST
  • सेंसर बोर्ड ने दी फिल्म में कुछ बदलावों की सलाह
  • फिल्म में लगेंगे 13 महत्वपूर्ण कट

कंगना रनौत बॉलीवुड की जानी-मानी एक्ट्रेस होने के साथ-साथ बीजेपी सांसद भी हैं. कंगना अक्सर अपने बयानों के लिए चर्चा में रहती हैं. हालांकि, इस बार उनकी फिल्म 'इमरजेंसी' लगातार चर्ता में बनी हुई है. इस फिल्म में कंगना देश की पहली महिला प्रधानमंत्री, इंदिरा गांधी का रोल निभा रही हैं. फिल्म की लीड एक्ट्रेस होने के साथ-साथ उन्होंने फिल्म को निर्देशित और को-प्रोड्यूस भी किया है. फिल्म रिलीज होने से पहले ही विवादों में है जिस कारण इसकी रिलीज की तारीख भी बढ़ाई गई. 

हालांकि, अब सेंसर बोर्ड ने कुछ शर्तों के साथ इस फिल्म को हरी झंडी दिखा दी है. लेकिन रिलीज से पहले फिल्म में 13 कट लगने हैं. आज हम आपको बता रहे हैं कि फिल्म के किन सीन्स या डायलॉग्स को फिल्म से हटाने के लिए कहा गया है. बताया जा रहा है कि फिल्म निर्माताओं ने इस बात को मान लिया है. 

इन सीन्स पर चलेगी सेंसर बोर्ड की कैंची
बताया जा रहा है कि इमरजेंसी फिल्म पर चल रहे विवाद का मुख्य कारण है सिख समुदाय को गलत तरीके से दिखाना. इस कारण सेंसर बोर्ड ने कुछ सीन्स को बदलने की बात कही है. फिल्म में जो बदलाव किए जाएंगे उनके बारे में हम आपको बता रहे हैं. 

शुरुआत में जोड़ा जाएगा डिस्क्लेमर
फिल्म को लेकर निर्देश दिया गया है कि फिल्म शुरू होने से पहले डिस्क्लेमर जोड़ना होगा. जिसमें ये बताया जाएगा कि फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित है. और यह फिल्म उस घटना का नाटकीय रुपांतरण है. ऐसा करने का कारण है कि फिल्म देखने वालों को साफ हो जाए कि ये फिल्म एक नाटकीय रूपांतरण है. जिसमें दिखाए गए हर सीन को सच न माना जाए.

भिंडरावाले और संजय गांधी के बीच बातचीत
फिल्म में 1 घंटे 52 मिनट पर एक सीन दर्शाया गया है जिसमें  भिंडरावाले को संजय गांधी से यह कहते हुए सुना जाता है कि 'तवादी पार्टी नु वोट चाइदे ने, ते सानू चइदा खालिस्तान', इस सीन को लेकर बोर्ड ने आपत्ति जताई है. इस लाइन को हटाने का कारण ये था कि इस डायलॉग में ऐसा लग रहा है कि भिंडरावाले और संजय गांधी के बीच सौदा हो रहा हो. जिसे लेकर बोर्ड ने रियल सोर्स सबूतों की मांग की है.

संजय गांधी और राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह
फिल्म में भिंडरावाले के ऐसे तीन सीन हैं जिन्हें हटाने कि मांग की गई है. जिसमें से एक है, संजय गांधी और तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के बीच बातचीत, दूसरा इंदिरा गांधी और सेना प्रमुख के बीच बातचीत, जिसे बोर्ड ने हटाने की मांग की है. 

'चीन ने असम को भारत से अलग कर दिया'
फिल्म के शुरुआती 10 मिनट में एक सीन में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ये कहते हैं कि चीन ने असम को भारत से अलग कर दिया है. जिसे लेकर बोर्ड ने रियल सोर्स की मांग की है. इसे हटाने का कारण अंतर्राष्ट्रीय रिलेशन हैं.  

न कहा जाए भिंडरावाले को 'संत'
फिल्म में भिंडरावाले को संत कहने पर आपत्ति जताई गई है. लोगों से इसे लेकर शिकायत आई थी कि फिल्म में उन्हें गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. जिसके चलते फिल्म से उनके कुछ सीन और उन्हें संत कह कर पुकारने पर आपत्ति जताई गई है. 

गैर-सिखों पर गोली चलाने वाला सीन 
फिल्म में जिस सीन में सिखों को बस के सामने गैर-सिखों पर गोली चलाते हुए दिखाया गया है, उसे हटाने का निर्देश हैं. इस सीन को सिख समुदाय ने हटाने की मांग की गई थी. 

'अर्जुन दिवस' का सीन
फिल्म में एक सीन पर ये कहा गया है कि ऑपरेशन 'अर्जुन दिवस' पर शुरू होना था, जो गुरु अर्जन की शहादत की सालगिरह का दिन है. ये सीन फिल्म में 2 घंटे 12 मिनट पर दर्शाया गया है. इस सीन को सेंसर बोर्ड ने हटाने की मांग की है. 

रियल फूटेज के लिए स्टेटिक मैसेज डाला जाए
फिल्म में जो भी रियल फूटेज डाले गए हैं उसे स्टेटिक मैसेज के साथ दर्शाने की मांग की गई है.

सभी सीन को लेकर देना होगा सबूत
सेंसर बोर्ड ने फिल्म में दिखाए गए सभी बयानों, संदर्भों, आंकड़ों को लेकर सबूत मांगे हैं. जिसे रियल डॉक्यूमेंट्स के साथ पेश किया जाएगा. इसके लिए डॉक्यूमेंट्री प्रूफ भी दिया जाना चाहिए.

सिखों की गैर-सिखों पर की गई हिंसा 
निर्माताओं से उन सीन और बातचीत को हटाने के लिए कहा गया है जिनमें सिखों ने गैर-सिखों को निशाना बनाया गया है. सेंसर बोर्ड ने कहा है कि इस तरह के दंगों के सीन को थोड़ा टोन डाउन किया जाए. 

फिल्म की रिलीज को टाला गया
दरअसल, फिल्म 'इमरजेंसी' 6 सितंबर को रिलीज होनी थी. लेकिन सिख समुदाय ने इस फिल्म के कई सीन को लेकर आपत्ति जताई थी. तो वहीं फिल्म के रिलीज में देरी होने के चलते फिल्म की निर्देशिक, को-प्रड्यूसर और लीड एक्ट्रेस कंगना को अपनी प्रॉपर्टी बेचनी पड़ी जिसकी कीमत 32 करोड़ रुपये बताई जा रही है. 

बता दें कि फिल्म को 'जी स्टूडियोज' और 'मणिकर्णिका फिल्म्स' यानी कि कंगना रनौत की प्रोडक्शन कंपनी प्रोड्यूस कर रही हैं. कंगना इस फिल्म में इंदिरा गांधी को किरदार में नजर आएंगी. 

 

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