फिल्म की दुनिया में एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है. पहली बार पूरी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनी फिल्म बड़े बड़े पर्दे पर रिलीज होने को तैयार है. इस फिल्म का नाम 'द विजार्ड ऑफ ऑज' है. इस फिल्म को गूगल और मैग्रोपस की टीम ने मिलकर एआई की मदद से दोबारा बनाया है.
स्फीयर थिएटर में दिखाई जाएगी फिल्म-
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस ऐतिहासिक फिल्म को जून-जुलाई में लॉस वेगास के ग्लोबनुमा थिएटर स्फीयर में दिखाया जाएगा. आपको बता दें कि 'द विजार्ड ऑफ ऑज' फिल्म अमेरिका के इतिहास की शुरुआती रंगीन फिल्मों में से एक है. अब इस फिल्म को AI की मदद से फिर से बनाया गया है.
असली जैसे दिखेंगे सभी कैरेक्टर-
स्फीयर एंटरटेनमेंट कंपनी ने इस फिल्म को नए अंदाजा में ला रही है. इसकी फिल्म की तकनीकी जिम्मेदारी गूगल क्लाउड ने उठाई. जबकि मैग्रोपस काम ये तय करना होता था कि फिल्म में क्या और कैसे दिखाया जाएगा. फिल्म में वीएफएक्स की जगह एआई मॉडल का इस्तेमाल किया गया है. कैरेक्टर को इतना वास्तविक दिखाया गया है कि दर्शकों को इसमें कुछ भी बनावटी नहीं लगेगा. जबकि हकीकत ये है कि इस फिल्म में एक्टिंग करने वाले एक्टर अब इस दुनिया में नहीं हैं. लेकिन फिल्म में AI की मदद से उनको जीवंत किया गया है.
2 साल पहले शुरू हुआ था काम-
इस फिल्म पर 2 साल पहले काम शुरू किया गया था. लेकिन शुरुआत में ये जानना जरूरी था कि क्या एआई की मदद से पूरी फिल्म बनाई जा सकती है? गूगल ने इस पर काम शुरू किया. शुरुआत में गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन की अगुवाई में 10 लोगों की टीम बनाई गई. लेकिन जैसे-जैसे काम बढ़ने लगा, टीम बड़ी करनी पड़ी. टीम के सदस्यों की संख्या 25 तक पहुंच गई.
ये भी बदलेगा-
फिलहाल फिल्मों के अंत में एडिटर, वीएफए्क्स आर्टिस्ट का नाम आता है. लेकिन एआई से बनने वाली फिल्म में ये परंपरा टूट जाएगी. फिल्म के अंत में इनकी जगह एआई इंजीनियर और सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के नाम दिखाई देंगे.
स्फीयर थिएटर-
स्फीयर थिएटर लॉस वेगास में है. यह एक अनोखा थिएटर है. यह बाहर से ग्लोब जैसा दिखता है. इसके भीतर बीच में दर्शक बैठते हैं और उनके चारों तरफ स्क्रीन पर फिल्म दिखाई देती है. दर्शकों को फिल्म का अनुभव 360 डिग्री का होता है.
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